तुर्की की मौजूदा ‘एस-४००’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा सदोष – ग्रीस की वेबसाइट का दावा

इस्तंबूल/अथेन्स – तुर्की ने रशिया से खरीदी हुई प्रगत ‘एस-४००’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा सदोष होने के कारण अभी इस यंत्रणा की तैनाती ना होने का दावा ग्रीस के न्यूज़ वेबसाईट ने किया है। तुर्की ने वर्ष २०१७ में २.५ अरब डॉलर्स का समझौता करके रशिया से ‘एस-४००’ खरीदे थे। इस वर्ष के मार्च महीने में यह यंत्रणा पूरी तरह से सक्रिय होने की उम्मीद थी। लेकिन, इस यंत्रणा में दोष होने की बात सामने आने से इस यंत्रणा की तैनाती में देरी हो रही है, ऐसी ख़बर सामने आने से सनसनी फैल रही है। तुर्की में मौजूद प्रगत रशियन यंत्रणा सदोष होने की बात सामने आने के साथ ही रशिया ने ग्रीस को प्रदान की हुई ‘एस-३००’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा का आधुनिकीकरण करने की तैयारी जताई होने की जानकारी भी सार्वजनिक हुई है।

Turkey-s-400ग्रीस की ‘पेंटापोस्टॅग्मा जीआर’ नामक न्यूज़ वेबसाईट ने तुर्की की मौजूदा ‘एस-४००’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा सदोष होने की ख़बर प्रसिद्ध की है। तुर्की के विदेश विभाग ने रशियन ‘एस-४००’ यंत्रणा की तैनाती अभी तक ना होने के समाचारों की पुष्टी की है, ऐसा संबंधित ग्रीक वेबसाईट ने कहा है। इस यंत्रणा में मौजूद दोष की जानकारी तुर्की की सेना रखती है। लेकिन, बीते छह महीनों में यह सेना इस दोष का हल निकाल नहीं सकी है, यह दावा भी इस वेबसाईट ने जारी किए समाचार में किया गया है। रशियन सूत्र एवं माध्यमों से इसकी पुष्टी होने का दाखिला भी दिया गया है। तुर्की ने रशियन विशेषज्ञ एवं अभियंताओं को भी देश में प्रवेश करने की अनुमति देने से इन्कार किया है और नई इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम लगाने के लिए भी इन्कार किया है।

तुर्की सेना ‘एस-४००’ सक्रिय करने का अनुभव या पर्याप्त जानकारी नहीं रखती। मौजूदा स्थिति में यह यंत्रणा कार्यरत करनी है तो रशियन विशेषज्ञों के अलावा दूसरा विकल्प नहीं है। लेकिन, रशियन दल इस यंत्रणा में अलग अलग बदलाव करेंगे, इस ड़र से तुर्की इन्हें देश में आने की अनुमति देने से इन्कार कर रहा है और इसके लिए नाटो ने भी दबाव बनाया हुआ है, यह बात भी समझी जा रही है। तुर्की के मंत्री एवं अधिकारी ‘एस-४००’ तैनात करने की गारंटी देने के बावजूद स्थिति उनके नियंत्रण के बाहर जा चुकी है, ऐसा दावा रशियन विश्‍लेषक कर रहे हैं। ग्रीक वेबसाईट के समाचार में यह दावा भी दर्ज़ है। ‘एस-४००’ तैनात करके इसका इस्तेमाल करने पर अमरीका नए प्रतिबंध लगाएगी, यह ड़र भी तुर्की को परेशान कर रहा है, ऐसा दावा भी संबंधित वेबसाईट ने किया है।

Turkey-s-400वर्तमान में भूमध्य समुद्री क्षेत्र में तुर्की की गतिविधियों के कारण तुर्की और ग्रीस के बीच काफी तनाव बना हुआ है। इसी बीच लीबिया में हो रही तुर्की की दखलअंदाज़ी पर इजिप्ट और यूएई नाराज़ हैं और उन्होंने तुर्की के खिलाफ़ मुहिम शुरू करने का इशारा भी दिया है। दो मोर्चों पर संघर्ष शुरू होने की संभावना होते हुए ‘एस-४००’ जैसी प्रगत यंत्रणा तैनात करना तुर्की के लिए निर्णायक साबित हुआ होता। फिर भी तुर्की ने अभी तक यह यंत्रणा तैनात नहीं की है और यह यंत्रणा सदोष होने की एवं इस मुद्दे पर रशिया के साथ तनाव निर्माण होने के दावे सामने आना ध्यान आकर्षित करता है। भूमध्य समुद्री क्षेत्र में बने तनाव की स्थिति में तुर्की पीछे हटे, इसके लिए यूरोप और अमरीका बड़ा दबाव डाल रहे हैं। ऐसी स्थिति में लष्करी मोर्चे पर ‘एस-४००’ की नाकामी तुर्की के लिए बड़ा झटका साबित होता है।

इसी बीच, तुर्की की ‘एस-४००’ यंत्रणा नाकाम साबित हो रही है और तभी ग्रीस ने खरीदी ‘एस-३००’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा का आधुनिकीकरण करके देने के लिए रशिया ने तैयारी दिखाई है। ग्रीस ने इसके लिए रशिया से बिनती की थी और फिलहाल दो देशों में इस पर चर्चा जारी है, यह दावा भी ग्रीक माध्यमों ने किया है। इस आधुनिकीकरण के तहत गीस को नया कमांड और कंट्रोल स्टेशन एवं प्रगत राड़ार प्राप्त होंगे, ऐसे संकेत दिए गए हैं। ग्रीस ने यह गतिविधियां शुरू की हैं तभी तुर्की ने ग्रीस पर भूमध्य समुद्री क्षेत्र के द्विपों का लष्करीकरण करने का आरोप किया है। भूमध्य समुद्री क्षेत्र में ग्रीस और तुर्की के बीच मौजूद २३ में से ८ द्विपों पर ग्रीस ने बड़ी मात्रा में लष्करी तैनाती की है, ऐसा तुर्की का दावा है। ग्रीस की यह तैनाती इससे पहले किए गए समझौते का उल्लंघन होने का दावा भी तुर्की ने किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.