सीरिया का इदलिब ‘सेफ जोन’ घोषित – रशिया, ईरान और तुर्की में एकमत

अस्ताना: सीरिया के उत्तर में स्थित ‘इदलिब’ प्रान्त में ‘सेफ जोन’ लागू करने के मामले में रशिया, ईरान और तुर्की में एकमत हुआ है। ‘इदलिब’ सीरिया का चौथा सेफ जोन है और उसके पहले दक्षिण सीरिया, ईस्टर्न घौटा, होम्स शहरों को सेफ जोन घोषित किया था। इस घोषणा के साथ ही इदलिब प्रान्त में अगले छः महीनों के लिए संघर्षबंदी लागू हुई है और इस वक्त में मानवतावादी सहायता शुरू की जाएगी।

कझाकस्तान की राजधानी अस्ताना में रशिया, ईरान और तुर्की के नेताओं की विशेष बैठक संपन्न हुई। दो दिनों की इस बैठक में चौथे सेफ जोन की सीमारेखा निश्चित करने पर चर्चा हुई। पिछले कई हफ़्तों से ‘इदलिब’ में सेफ जोन लागू करने का निर्णय अटका हुआ था। सीरिया के अन्य प्रान्तों की तरह इदलिब में सेफ जोन लागू करना आसान नहीं था। ‘इदलिब’ पर सीरिया के बागियों का वर्चस्व है। अल कायदा से बाहर निकले हुए ‘नुस्त्र फ्रंट’ भी इन बागियों के गुट में शामिल है। इस वजह से इदलिब की जनता की सुरक्षा के लिए ‘सेफ जोन’ लागू करने से पहले ‘नुस्त्र फ्रंट’ के कब्जेवाले इलाके को छोडकर इदलिब की सीमारेखा निश्चित करना आवश्यक था।

इदलिबइस बारे में रशिया ने दिया हुआ प्रस्ताव ईरान और तुर्की ने मान्य किया है। इदलिब में लागू हुए इस सेफ जोन में सीरियन लश्कर और समर्थक गुट साथ ही सीरियन बागी इनके लिए संघर्षबंदी होगी। अगले छः महीनों तक यह समूह इस संघर्षबंदी का पालन करेंगे। इन छः महीनों में ‘सेफ जोन’ का उद्दिष्ट पूरा हुआ तो, इसकी समय सीमा बढाने पर फिर से चर्चा हो सकती है। इसके लिए सीरियन सरकार साथ ही बागी दोनों गुट अनुकूल होना आवश्यक है। सिर्फ इस सेफ जोन के नियमों में ‘आयएस’, जबात अल-नुस्त्र इन आतंकवादी संगठनों को इस संघर्षबंदी में स्थान नहीं होगा। इस वजह से इन छः महीनों में सीरियन लश्कर और बागियों की आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।

इदलिबइस साल मई महीने में सर्वप्रथम सीरिया के सेफ जोन की घोषणा की गई थी। सीरियन सरकार और बागियों के वर्चस्व वाले चार ठिकानों पर ‘सेफ जोन’ लागू किया जाए, ऐसा रशिया, ईरान और तुर्की ने मान्य किया था। उस तरह से सर्वप्रथम सीरिया के दक्षिण में इस्रैली सीमारेखा के पास ‘सेफ जोन’ लागू कीया गया। उसके बाद सीरिया की राजधानी दमास्कस के पास वाले इलाके में भी सेफ जोन की घोषणा की गई। तीसरे चरण में सीरिया के होम्स, हमा और लताकिया प्रान्त का कुछ हिस्सा सेफ जोन घोषित किया गया।

उसीके साथ ही इस सेफ जोन की परिस्थिति का परिक्षण करने के लिए और नियमों के अमल के लिए रशिया ने सेना भी तैनात की है। ‘इदलिब’ में भी सेना के निरीक्षक पथक तैनात करने के मामले में रशिया, ईरान और तुर्की के बीच चर्चा जारी है। अभी तक इस पर निर्णय नहीं हुआ है। लेकिन इदलिब प्रान्त से नजदीक ही रशिया का अड्डा होने की वजह से इस जगह पर रशियन सेना की तैनाती किए जाने की ज्यादा संभावना बताई जा रही है।

दौरान, सीरिया के दक्षिणी इलाके को ‘सेफ जोन’ घोषित करने के रशिया के फैसले का अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने स्वागत किया था। साथ ही अमरीका भी इस ‘सेफ जोन’ के नियमों का पालन करेगी, ऐसा ट्रम्प ने स्पष्ट किया था। लेकिन दक्षिण सीरिया के इस सेफ जोन पर इस्राइल नाराज है। अपनी सीमारेखा के पास सेफ जोन घोषित करने से पहले रशिया ने अपने साथ चर्चा करनी चाहिए थी, ऐसी माँग इस्राइल ने की थी। साथ ही इस सेफ जोन का फायदा लेकर ईरान इस्राइल की गोलन पहाड़ियों की सीमा के पास अपनी गतिविधयां बढा सकता है, ऐसा आरोप भी इस्राइल ने किया था। उसके साथ ही दक्षिण सीरिया से अपने इलाके में हमला हुआ तो इस्रैली लश्कर उसका जवाब देगी, ऐसा इशारा भी इस्राइल ने दिया था।

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