अमरीका की गलत नीति के कारण इंडो-पैसिफिक में यूक्रैन जैसी दुखद घटना होगी – चीन के विदेशमंत्री का इशारा

बीजिंग – ‘अमरीका की इंडो-पैसिफिक नीति इस क्षेत्र में तनाव बढ़ाकर संघर्ष को उकसावा दे रही हैं| अमरीका की शीतयुद्ध के समय की मानसिकता इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में यूक्रैन जैसी शोकांतिका बना सकती हैं’, यह इशारा चीन के विदेशमंत्री वैंग ई ने दिया| साथ ही वियतनाम अमरीका के जाल में ना फंसे, यह इशारा भी चीनी विदेशमंत्री ने दिया हैं| अमरीका के उकसाने पर नाटो में शामिल होने की तैयारी कर रहें यूक्रैन को रशिया ने सबक सीखाया, ऐसी ही स्थिति अमरीका पर निर्भर रहकर चीन के विरोध में जानेवाले देशों की होगी, ऐसा चीन के विदेशमंत्री धमका रहे हैं|

चीन के विदेशमंत्री वैंग ई और वियतनाम के विदेशमंत्री बुई थान्ह सोन की गुरूवार को फोन पर चर्चा हुई| साऊथ चायना सी क्षेत्र में दोनों देशों का सहयोग स्थापीत करने पर चर्चा हुई| साथ ही इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अमरीका की जारी दखलअंदाज़ी की चीन के विदेशमंत्री ने आलोचना की| इसके लिए विदेशमंत्री वैंग ई ने यूक्रैन युद्ध का दाखिल दिया|

‘अपने क्षेत्र में शांति और स्थिरता बरकरार रखना कितना अहम और ज़रूरी होता हैं, वह यूक्रैन युद्ध ने एशियाई देशों को दिखाया हैं| गुट बनाकर संघर्ष किया तो कभी भी खत्म ना होनेवाला खतरा बढ़ता हैं, यह भी यूक्रैन युद्ध से सिख मिलती हैं’, ऐसा इशारा विदेशमंत्री वैंग ई ने दिया| इंडो-पैसिफिक क्षेत्र पर अमरीका की नीति और इसे इसी क्षेत्र के देशों से प्राप्त हो रही सहायता आसियान सदस्य देशों की सुरक्षा को चुनौती देनेवाली साबित होगी, यह इशारा चीन के विदेशमंत्री ने दिया|

उन्होंने सीधे ज़िक्र ना किया हो, फिर भी उन्होंने इस बयान से अमरीका और ताइवान के बढ़ते सैन्य सहयोग को निशाना किया दिख रहा हैं| पिछले कुछ दिनों से अमरीका लगातार ताइवान को बड़ी मात्रा में हथियारों कीसहायता प्रदान कर रही हैं| साथ ही अमरीका के जनप्रतिनिधी और अधिकारी ताइवान की यात्रा कर रहे हैं| इससे चीन की बेचैनी बढ़ी हैं और रशिया ने यूक्रैन पर किए हमले की तरह चीन भी ताइवान पर हमला करेगा, ऐसें इशारें प्रसिद्ध हुए थे|

शुरू में ताइवान को चीन का अभिन्न अंग बताकर चीन ने इसकी तुलना यूक्रैन से करना टाल दिया था| लेकिन, पीछले कुछ दिनों से चीन की सैन्य गतिविधियॉं और ताइवान की हवाई सीमा में चीन के लड़ाकू विमानों की घुसपैठ बढ़ी हैं| शुक्रवार को चीन की सेना ने ताइवान के करीबी इलाके में विशेष युद्धाभ्यास का आयोजन किया था| इस दौरान चीन की पिपल्स लिबरेशन आर्मी के विध्वंसक और बॉम्बर एवं लड़ाकू विमान शामिल हुए थे| ईस्ट चायना सी से ताइवान के क्षेत्र तक यह युद्धाभ्यास हो रहा था|

चीन की यह सैन्य गतिविधियॉं चिंताजनक हैं और यूक्रैन की तरह चीन ताइवान पर हमला करेगा, ऐसें इशारों अंतरराष्ट्रीय विश्‍लेषक दे रहे हैं| वियतनाम के विदेशमंत्री के साथ हुई चर्चा से चीन के विदेशमंत्री ऐसा इशारा देते दिख रहे हैं|

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