भूमध्य समुद्र, जिब्राल्टर की खाड़ी की घेराबंदी करने की ईरान ने अमेरिका और इस्रायल को दी धमकी

तेहरान- ‘बार बार चेतावनी देने के बावजूद अमेरिका और इस्रायल ने गाजा पट्टी में सैन्य कार्रवाई जारी रखी तो जल्द ही भूमध्य समुद्र, जिब्राल्टर की खाड़ी सहित अन्य समुद्री मार्ग बाधित किए जाएंगे’, ऐसी धमकी ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के वरिष्ठ अधिकारी ने दी है। पिछले दो महीनों से ईरान से जुड़े येमन स्थित हौथी के आतंकवादियों ने ‘रेड सी’ में विदेशी जहाजों पर हमले करके इस क्षेत्र में तनाव बढ़ाया है। इस वजह से विश्व की व्यापारिक यातायात पहले से बाधित हुई है। ऐसे में ईरान ने अन्य समुद्री मार्ग बंद करने की धमकी देकर अमेरिका और पश्चिमी देशों की चिंता बढ़ाई हैं। गाजा पट्टी में युद्ध शुरू होने के साथ ही भूमध्य समुद्र में तैनात अमेरिका के युद्धपोत अलर्ट पर हैं।

अक्टूबर महीने से रेड सी के क्षेत्र में इस्रायली और विदेशी जहाजों पर येमन स्थित हौथी के आतंकवादी हमले कर रहे हैं। भूमध्य समुद्र, जिब्राल्टर की खाड़ी की घेराबंदी करने की ईरान ने अमेरिका और इस्रायल को दी धमकीअबतक किए गए इन हमलों की ज़िम्मेदारी हौथी ने ही स्वीकारी थी। लेकिन, विदेशी जहाजों पर इस तरह से हमले करना हौथी की क्षमता के बाहर हैं और रेड सी में तैनात ईरान के जासूसी जहाज ने येमन के आतंकवादियों को जानकारी प्रदान की है, ऐसा आरोप अमेरिका ने लगाया था। इस वजह से रेड सी में हौथी के हुए हमलों में ईरान का बड़ा योगदान होने का बयान व्हाईट हाऊस ने किया था। लेकिन, ईरान ने यह आरोप ठुकराए हैं। अमेरिका के इन आरोपों का कोई भी आधार नहीं हैं, यह ईरान का कहना हैं।

वहीं, ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के वरिष्ठ अधिकारी ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेझा नक्दी ने खुलेआम विस्व के बड़े अहम और संवेदनशील समुद्री मार्ग बंद करने की धमकी दी है। ‘कल पर्शियन खाड़ी और होर्मूझ की खाड़ी इस्रायल और उनके सहयोगियों के लिए बुरा सपना बना था। ऐसे में आज इस्रायल और सहयोगी देश रेड सी में फंसे पड़े हैं। अमेरिका और इस्रायल ने गाजा में शुरू सैन्य कार्रवाई बंद नहीं की तो इसके आगे भूमध्य समुद्र, जिब्राल्टर की खाड़ी और अन्य समुद्री क्षेत्र में घेराबंदी होगी’, ऐसी दमकी नक्दी ने दी है।

भूमध्य समुद्र, जिब्राल्टर की खाड़ी की घेराबंदी करने की ईरान ने अमेरिका और इस्रायल को दी धमकीईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के वरिष्ठ अधिकरियों ने अबी इन समुद्री क्षेत्र को बाधित कैसे करेंगे, यह स्पष्ट नहीं किया है। लेकिन, येमन के हौथी आतंकवादियों की तरह लेबनान में ईरान से जुड़ी आतंकी संगठन हिजबुल्लाह मौजूद हैं। लेबनान की राजनीति और सेना पर इसी आतंकवादी संगठन का प्रभाव होने का दावा किया जा रहा है। इससे पहले हिजबुल्लाह के आतंकवादियों ने ड्रोन के ज़रिये भूमध्य समुद्र में इस्रायल के ईंधन क्षेत्र पर जासूसी और हमले करने की कोशिश की थी। इस वजह से हिजबुल्लाह के आतंकवादी भूमध्य समुद्र की सुरक्षा के लिए खतरा साबित हो सकते हैं, इस संभावना की ओर अंतरराष्ट्रीय विश्लेषक ध्यान खींच रहे हैं।

जिब्राल्टर की खाड़ी के करीबी अल्जेलिया जैसे उत्तर अफ्रीकी देश में भी ईरान और हिजबुल्लाह का प्रबाव होने का दावा किया जाता है। ओऐसे में पिछले महीने स्पेन में एक राजनीतिक नेता पर किया गया जानलेवा हमला हुआ था। इस हमले में ईरान से संबंधित आतंकवादी नेटवर्क शामिल है या नहीं, इसकी जांच की गई थी। इस वजह से ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के उच्चाधिकारी ने दी हुई धमकी को बड़ी गंभीरता से देखा जा रहा हैं।

इसी बीच, ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी ने पुरे विस्व के इस्लामिक देशों को इस्रायल की आर्थिक घेराबंदी करने का आवाहन किया है। मुस्लिम देश इस्रायल को ईंधन या अन्य किसी भी तरह की सहायता प्रदान न करें, ऐसा खामेनी ने कहा हैं।

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