ताइवान के लिए चीन से जंग करेंगे, लेकिन ‘वन चायना’ नहीं छोड़ेंगे – अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन और वाईट हाऊस के विरोधी बयान

वॉशिंग्टन – ताइवान पर यकायक हमला हुआ तो अमरिकी सेना ताइवान के बचाव के लिए उतरेगी, ऐसा अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने एक साक्षात्कार के दौरान घोषित किया। इसके बाद ताइवान के लिए अमरीका-चीन संघर्ष छिड़ेगा, ऐसी खबरें भी प्रसिद्ध हुईं थीं। लेकिन, इस पर चीन का तीखा बयान आने के बाद बायडेन के बयान पर वाईट हाऊस ने स्थिति को संभालने की कोशिश की। अमरीका ‘वन चायना पॉलिसी’ से प्रतिबद्ध है और इसमें कोई भी बदलाव नहीं हुआ है, यह खुलासा वाईट हाऊस को करना पड़ा।

कुछ दिन पहले ही अमरिकी सिनेट ने ताइवान के लिए करोड़ों डॉलर्स की सैन्य सहायता का ऐलान किया था। इसके अनुसार अमरीका ताइवान को विध्वंसक विरोधी एवं हवा से हवा में हमला करनेवाले मिसाइल्स प्रदान कर रही है। चीन से ताइवान को खतरा होने की बात रेखांकित करके पेंटॅगॉन ने इस सैन्य सहायता का समर्थन किया था। इसी दौरान ‘सीआईए’ के वरिष्ठ अधिकारियों ने अमरिकी समाचार चैनल से बोलते हुए साल २०२७ में चीन ताइवान पर कब्ज़ा करने की कोशिश करेगा, यह दावा किया था।

लेकिन, ताइवान को प्रदान हो रहीं इस सहायता पर आगबबुला हुए चीन ने हथियारों का निर्माण कर रहीं अमरीका की बोर्इंग और रेदॉन कंपनियों के ‘सीईओ’ पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया था। पिछले दो महीनों में चीन ने अमरीका पर दुसरीं बार ऐसें प्रतिबंध लगाए थे। इससे पहले ताइवान का दौरा करनेवाली नैन्सी पेलोसी पर चीन ने प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई की थी। इससे अमरीका-चीन संबंधों में अधिक तनाव बढ़ता दिख रहा था।

ऐसी स्थिति में अमरिकी समाचार चैनल को साक्षात्कार के दौरान राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने ताइवान पर नया ऐलान किया। ताइवान पर यकायक हमला किया गया तो क्या अमरिकी सेना ताइवान के बचाव के लिए चीन के खिलाफ संघर्ष में उतरेगी, यह सवाल पत्रकार ने राष्ट्राध्यक्ष से किया। इस पर अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने ‘हां, यकीनन, चीन की आक्रामकता के खिलाफ अमरीका ताइवान का बचाव करेगी’, ऐसा बयान किया था। ‘यूक्रेन के मुद्दे पर जो नहीं हुआ, वह चीन ने ताइवान में घुसपैठ करने पर क्या दिखेगा? अमरिकी सेना जनता ताइवान के साथ होंगे?, इन सवालों के जवाब में भी बायडेन ने ‘हां’ कहा।

इसका गंभीरता से संज्ञान लेकर चीन के विदेश मत्रालय ने अमरीका को ‘वन चायना पॉलिसी’ की याद ताज़ा करायी। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के बयान ‘वन चायना पॉलिसी’ एवं ताइवान संबंधित तीन नियमों का उल्लंघन करते हैं’, ऐसी आलोचना चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने की। साथ ही अमरीका-चीन संबंधों पर इसका असर पडेगा, यह इशारा भी चीन ने दिया। इसके बाद वाईट हाऊस ने बायडेन के बयानों का विपर्याय हुआ, यह कहकर अमरीका वन चायना पॉलिसी से प्रतिबंद्ध होने की बात कही।

इसी बीच, इससे पहले मई में जापान के दौरे दौरान बायडेन ने ताइवान के लिए चीन के खिलाफ जंग में उतरने का ऐलान किया था। तब भी वाईट हाऊस को स्थिति संभालने के लिए खुलासा देना पड़ा था। इसके बाद जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो एबे ने बायडेन की ताइवान संबंधित नीति अस्थायि होने की आलोचना की थी। यूक्रेन में हुई गलती अमरीका ताइवान के मुद्दे पर ना दोहराए, यह इशारा एबे ने दिया था। इ

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