फ्रान्स में ईरान की हुकूमत के खिलाफ तीव्र प्रदर्शन

पैरिस – ईरान ने ब्रिटिश नागरिक अलीरेज़ा अकबरी को फांसी देने की गूंज यूरोपिय देशों में सुनाई दे रही है। फ्रान्स और जर्मनी ने ईरान के राजदूत को समन थमाया है। इसी बीच फ्रान्स के विभिन्न शहरों में ईरानी हुकूमत के खिलाफ प्रदर्शनों का आयोजन हुआ। राजधानी पैरिस के विश्व प्रसिद्ध आइफेल टॉवर पर ईरानी हुकूमत का निषेध करने वाले और हिजाब सख्ति के खिलाफ प्रदर्शनाकारियों के समर्थन के संदेश लगाए गए।

ईरान की हुकूमतफ्रान्स की राजधानी पैरिस एवं स्ट्रासबोर्ग में ईरानी हुकूमत के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किए गए। तकरीबन पांच हज़ार लोगों की मौजूदगी में आइफेल टॉवर के पास आयोजित किए गए प्रदर्शनों ने पुरे विश्व का ध्यान आकर्षित किया। इस दौरान ईरानी हूकमत प्रदर्शनकारियों को फांसी न दे, ऐसा आवाहन किया गया। साथ ही ईरानी हुकूमत का धिक्कार भी किया गया। फ्रान्स में स्थित स्थानीय ईरानवंशी नागरिकों ने इन प्रदर्शनों का आयोजन किया था।

पिछले साल सितंबर में ईरान में खामेनी हुकूमत विरोधी प्रदर्शनों का समर्थन पूरे विश्व से हुआ है। अमरीका एवं यूरोपिय देशों में ईरानी नागरिक बड़ी संख्या में साथ मिलकर ईरान में प्रदर्शनकारियों पर हो रही कार्रवाई की ओर विश्व का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन, पिछले हफ्ते ईरान में हुई एक घटना ने यूरोपिय देशों को दहला दिया है। ईरान ने पूर्व उप-रक्षा मंत्री अलीरेज़ा अकबरी पर देशद्रोह का आरोप लगाकर फांसी पर चढ़ाया गया।

अलीरेज़ा ने ईरान और ब्रिटेन की दोहरी नागरिकता प्राप्त की थी। इसकी वजह से उन्हे फांसी देकर ईरान ने ब्रिटेन के साथ यूरोपिय देशों को भी आगाह किया है, ऐसा दावा किया जा रहा था। अलीरेज़ा को फांसी लगाने के बाद ब्रिटेन ने ईरान में दोहरी नागरिकता प्राप्त करनेवाले ब्रिटिश नागरिकों को शीघ्रता से ईरान छोड़ने की सूचना की थी। पिछले चार महीनों में ईरानी हुकूमत ने ४० से अधिक विदेशी नागरिकों की गिरफ्तारी की है और इनमें ब्रिटेन, फ्रान्स, जर्मनी के नागरिकों का समावेश होने का दावा किया जा रहा है। ईरानी सुरक्षा यंत्रणा ने २४ घंटे पहले एक फ्रेंच नागरिक को गिरफतार करने की खबर प्रसिद्ध हुई है।

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