‘ऑकस डील’ को लेकर फ्रान्स और अन्य देशों के बीच तनाव बरकरार

पैरिस/वॉशिंग्टन/कैनबेरा – ‘ऑकस डील’ की वजह से फ्रान्स और अमरीका के बीच निर्माण हुआ राजनीतिक संकट खत्म होने के लिए अभी समय लगेगा और इसके लिए अमरीका को कदम उठाने पड़ेंगे, यह इशारा फ्रान्स के विदेशमंत्री जीन य्वेस-द्रिआन ने दिया है। अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन के साथ हुई चर्चा के दौरान फ्रेंच विदेशमंत्री ने यह भूमिका स्पष्ट तौर पर रखी। फ्रान्स ने बीते हफ्ते में ही इस समझौते के मुद्दे पर अमरीका और ऑस्ट्रेलिया से अपने राजदूत वापस बुलाने का निर्णय किया था। इसके बाद अमरीका और ऑस्ट्रेलिया दोनों ने फ्रान्स के साथ तनाव कम करने के लिए गतिविधियाँ शुरू की हैं।

‘ऑकस डील’ऑस्ट्रेलिया ने बीते हफ्ते अमरीका और ब्रिटेन के साथ परमाणु पनडुब्बियों के साथ अन्य रक्षा संबंधित सहयोग का समझौता किया था। यह समझौता करने से पहले ऑस्ट्रेलिया की पनडुब्बियाँ खरीदने के लिए फ्रान्स के साथ समझौता करने की बातचीत शुरू थी। ऑस्ट्रेलिया ने फ्रेंच कंपनी के साथ भी संपर्क किया था। इस पृष्ठभूमि पर ऑस्ट्रेलिया, अमरीका या ब्रिटेन में से किसी भी देश ने फ्रान्स के साथ संवाद किए बगैर समझौता करने से फ्रान्स काफी आहत होने की बात सामने आ रही है।

फ्रान्स की नाराज़गी दूर करने के लिए अमरीका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया तीनों ने राजनीतिक गतिविधियाँ शुरू की हैं। बुधवार के दिन अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन को फोन किया था। इस दौरान दोनों नेताओं ने नाटो के सहयोगी देशों की विश्‍वासार्हता बरकरार रखने के लिए गहरी बातचीत शुरू करने के लिए मंजूरी दी थी। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष अगले महीने फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन से भी मुलाकात करेंगे, ऐसे संकेत सूत्रों ने दिए हैं।

इस पृष्ठभूमि पर फ्रेंच विदेशमंत्री ने अमरिकी मंत्री के साथ हुई बैठक में रखी भूमिका ध्यान आकर्षित करती है। फ्रेंच विदेशमंत्री जीन य्वेस-द्रिआन और अमरीका के ब्लिंकन ने इस दौरान एक घंटा बातचीत की। इस बीच य्वेस-द्रिआन ने ‘ऑकस डील’ की वजह से फ्रान्स और अमरीका के बीच विश्‍वासार्हता को नुकसान पहुँचा है और यह समस्या काफी बड़ी है, ऐसा इशारा स्पष्ट शब्दों में दिया। साथ ही इस समस्या का हल तुरंत नहीं निकलेगा, इसके लिए समय लगेगा, यह भी उन्होंने दर्ज़ किया। अमरीका के विदेशमंत्री ब्लिंकन ने भी फ्रेंच विदेशमंत्री की भूमिका का समर्थन किया है और इसके लिए समय लगेगा, यह माना है।

‘ऑकस डील’अमरीका के साथ चर्चा कर रहे फ्रान्स ने ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया की कोशिशों पर काफी ठंड़ा रिस्पान्स दिया है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने यह दावा किया कि, हमने फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष के साथ बातचीत करने की कोशिश की। लेकिन, फ्रान्स से कोई रिस्पान्स नहीं मिला। ब्रिटेन के विदेशमंत्री लिज़ ट्रुस से बातचीत करने के लिए भी फ्रेंच विदेशमंत्री ने इन्कार करने का वृत्त सामने आया है। फ्रान्स के विदेशमंत्री य्वेस-द्रिआन ने ब्रिटेन अवसरवादी होने की आलोचना भी की है।

इसी बीच, फ्रान्स और ऑस्ट्रेलिया समझौते का हिस्सा होनेवाली ‘नेवल ग्रूप’ नामक कंपनी ने ऑस्ट्रेलिया से नुकसान का हर्ज़ाना माँगने का ऐलान किया है। अगले कुछ हफ्तों में ऑस्ट्रेलिया को बिल थमाया जाएगा, ऐसा इस कंपनी के प्रमुख पीयर पॉमलेट ने फ्रेंच अखबार को दिए साक्षात्कार के दौरान कहा है।

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