अमरीका का ईरान को गंभीर परिणामों का इशारा

Iran-Raisiवॉशिंग्टन/जेरूसलम – यदि ईरान ने अमरिकी नागरिकों पर हमले किए तो ईरान को इसके गंभीर परिणाम भूगतने पड़ेंगे, ऐसा इशारा अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने दिया। कुछ ही घंटे पहले ईरान ने कासेम सुलेमानी की हत्या में शामिल अमरीका के ५२ नागरिकों पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए थे। इस पर अमरीका ने ईरान को सैन्य कार्रवाई की धमकी दी। इसके बाद इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने वियना के परमाणु समझौते के लिए हम बाध्य ना होने का ऐलान किया है। साथ ही ईरान पर कार्रवाई करने के लिए इस्रायल मुक्त होने का इशारा भी दिया है।

दो वर्ष पहले अमरीका ने इराक के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर ड्रोन हमला किया था। इसमें ईरान की कुदस्‌ फोर्सस के प्रमुख मेजर जनरल कासेम सुलेमानी मारे गए थे। पिछले दो वर्षों के दौरान अमरीका की इस कार्रवाई के प्रत्युत्तर में ईरान ने इराक में अमरिकी सैन्य अड्डों पर हमले किए। इसी बीच दो दिन पहले ईरान ने इस ड्रोन हमले में शामिल एवं संबंधित कम से कम ५२ लोगों पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं।

इनमें अमरीका के मौजूदा रक्षाबलप्रमुख एवं वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का भी समावेश था। लेकिन, ईरान का यह ऐलान सिर्फ प्रतिकात्मक था क्योंकि, अमरीका के अफसरों की ईरान में संपत्ति ना होने की वजह से ईरान के इन प्रतिबंधों का ज्यादा असर नहीं पड़ेगा, यह स्पष्ट है।

Iran-US-Sullivan-Bennettइसके बावजूद ईरान के इन प्रतिबंधों पर सीधे अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने बयान किया है। ‘ईरान उससे जुड़े सशस्त्र गिरोहों की सहायता से खाड़ी क्षेत्र में अमरिकी सैनिकों को लक्ष्य कर रहा है। साथ ही ईरान के नेता अमरीका में घुसकर कार्रवाई करने की धमकी दे रहे हैं। अमरीका अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए तैयार है और आनेवाले दिनों में ईरान ने यदि अमरिकी नागरिकों पर हमले किए तो इसके गंभीर परिणाम होंगे’, यह इशारा सुलिवन ने दिया।

इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने भी वियना में हो रही परमाणु समझौते की चर्चा की आलोचना की। वियना की बातचीत के बाद कोई भी परमाणु समझौता हुआ तो इस्रायल इससे बाध्य नहीं होगा, यह ऐलान बेनेट ने किया। इसके साथ ही इस परमाणु समझौते के बाद भी किसी भी क्षण, किसी भी स्थान पर और किसी बाधा के बिना कार्रवाई करने के लिए इस्रायल मुक्त है, यह इशारा प्रधानमंत्री बेनेट ने दिया।

कुछ दिन पहले ही इस्रायल के प्रधानमंत्री ने ईरान के साथ अच्छा समझौता करने के लिए हमारी आपत्ति ना होने का बयान किया था। वियना की चर्चा के कारण ईरान का परमाणु कार्यक्रम सीमित परमाणु समझौता होता है तो इसके लिए इस्रायल अनुकूल होने के संकेत प्रधानमंत्री बेनेट ने दिए थे। इसकी खबरें भी प्रसिद्ध हुईं थी।

इसी बीच, अमरीका और ईरान के बीच छुपा परमाणु समझौता होने की खबरें दो दिन पहले ही ब्रिटेन की वृत्तसंस्था ने प्रसिद्ध की थीं। इसके अनुसार अमरीका और ईरान के बीच दो वर्षों के लिए अंतरिम परमाणु समझौता हुआ है और बायडेन प्रशासन ईरान पर लगाए गए सभी प्रतिबंध हटाने के लिए तैयार होने की बात इस खबर में कही गई थी। इसके बदले में ईरान अपने परमाणु प्रकल्प में मौजूद प्रगत युरेनियम का भंड़ार रशिया को सौंप देगा। आनेवाले दिनों में यदि अमरीका इस समझौते से पीछे हटती है तो ईरान यह भंड़ार फिर से प्राप्त करके परमाणु कार्यक्रम फिर से तीव्र करेगा, यह भी अमरीका ने स्वीकार किया है, ऐसा इस खबर में कहा गया था। इस्रायल के समाचार चैनल ने यह खबर जारी की थी। इसके बाद इस्रायल के प्रधानमंत्री का यहा बयान सामने आता दिख रहा है।

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