ग्रीस तुर्की के संयम की परीक्षा ना ले – तुर्की के रक्षामंत्री का ग्रीस को इशारा

turkey-defence-minister-warns-greece-1इस्तंबूल/ग्रीस – एजिअन सी के क्षेत्र में समुद्री सीमा बढ़ाने जैसी उकसानेवाली हरकतों से तुर्की के संयम की परीक्षा ना करें, ऐसा इशारा तुर्की के रक्षामंत्री ने ग्रीस को दिया है। पिछले दो वर्षों से ग्रीस और तुर्की के बीच समुद्री सीमा के हक और ईंधन खनन को लेकर विवाद जारी है। इस विवाद की पृष्ठभूमि पर ग्रीस ने ‘एजिअन सी’ में अपनी सीमा छह मील से १२ मील तक बढ़ाने की गतिविधियाँ शुरू की हैं। इस वजह से तुर्की बौखलाया हुआ है और उसने लगातार ग्रीस को धमकाना शुरू किया है।

‘एजिअन सी’ में फिलहाल ’जैसे थे’ स्थिति बनी हुई है। ग्रीस की समुद्री सीमा छह मील दूर है। इसके लिए उन्होंने तुर्की का आभार मानना चाहिये। एजिअन सी के नैसर्गिक साधन-संपत्ति का दोनों देशों को लाभ मिल रहा है और इसमें संतुष्ट रहना चाहिये। ग्रीस अपनी सीमा १२ मील तक बढ़ाने की भूल नहीं करेगा, यही उम्मीद है। इस तरह से उकसानेवाली हरकत करके तुर्की के संयम की परीक्षा ना ले’, ऐसा इशारा तुर्की के रक्षामंत्री हुलुसी अकार ने दिया। ग्रीस ने अपना क्षेत्र बढ़ाया तो अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा में प्रवेश करने के लिए हर बार ग्रीस से अनुमति लेनी पड़ेगी और यह बात तुर्की बर्दाश्‍त नहीं करेगा, यह इशारा भी तुर्की के रक्षामंत्री ने दिया।

turkey-defence-minister-warns-greece-2इस दौरान तुर्की के मंत्री ने ग्रीस द्वारा अन्य नाटो देशों से नज़दिकियों पर भी नाराज़गी दर्शायी। ‘तुर्की ग्रीस का नाटो का सहयोगी देश होने के बावजूद ग्रीस अन्य देशों के साथ तुर्की के खिलाफ समझौते कर रहा है। यह बात नाटो की सामूहिक सुरक्षा के तत्वों का उल्लंघन है। नाटो के कुछ देश तुर्की के खिलाफ निर्णय ले रहे हैं। ऐसी बातें नाटो को कमज़ोर करती हैं’, यह आरोप हुलुसी अकार ने लगाया। ग्रीस ने पिछले कुछ वर्षों में किए रक्षा समझौतों की ओर भी तुर्की के मंत्री ने ध्यान आकर्षित किया।

पिछले कुछ वर्षों में किए गए अलग-अलग सर्वेक्षणों से भूमध्य समुद्री क्षेत्र में भारी मात्रा में ईंधन के भंड़ार मौजूद होने की बात सामने आयी है। इनमें से अधिकतर भंड़ारों पर कब्ज़ा करने के लिए तुर्की ने बीते साल से आक्रामक गतिविधियाँ शुरू की हैं। भूमध्य समुद्र में ग्रीस और सायप्रस की सीमा में स्थित ईंधन भंड़ारों पर तुर्की ने अपना हक जताना शुरू किया है। वर्ष २०२० के अगस्त में और उसके बाद भी तुर्की ने अपना रिसर्च शिप एवं युद्धफोत रवाना करके भूमध्य समुद्र में एक के बाद एक अलग अलग अभियान चलाए थे। तुर्की की इन गतिविधियों पर आपत्ति जताकर ग्रीस ने भूमध्य समुद्र में अपनी तैनाती बढ़ाई थी। इसके बाद ग्रीस ने अमरीका के साथ ही फ्रान्स, संयुक्त अरब अमीरात, इस्रायल, इजिप्ट जैसे देशों के साथ रणनीतिक सहयोग मज़बूत करने पर भी जोर दिया था।

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