अमरीका के विकल्पों का प्रत्युत्तर देने का ईरान को अधिकार है – ईरान के वरिष्ठ अधिकारी की चेतावनी

us-iran-rights-2तेहरान/वॉशिंग्टन – अमरीका ने ईरान के विरोध में अन्य विकल्प इस्तेमाल करने के संदर्भ में किया बयान यह धमकी होकर, उसके विरोध में प्रत्युत्तर देने का अधिकार ईरान को है, ऐसी चेतावनी ईरान के वरिष्ठ अधिकारी अली शामखानी ने दी है। अमरीका समेत ही इस्रायल को भी चेतावनी दी गई होकर, इस्रायल के किसी भी दुस्साहस के विरोध में कार्रवाई करने का हक ईरान को है, ऐसा संयुक्त राष्ट्र संघ में नियुक्त ईरान के राजदूत ने जताया है। इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने हाल ही में अमरीका का दौरा किया था। इस बार अमरीका और इस्रायल द्वारा किए गए बयानों की पृष्ठभूमि पर ईरान ने आक्रामक भूमिका अपनाई हुई इन नई चेतावनियों से दिख रही है ।

पिछले हफ्ते इस्रायल के प्रधानमंत्री बेनेट ने अमरीका का दौरा किया था। इस समय ईरान का परमाणु कार्यक्रम और खाड़ी क्षेत्र की अन्य गतिविधियों पर बेनेट तथा अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन के बीच चर्चा हुई थी। इस्रायली प्रधानमंत्री ने इस समय ईरान के विरोध में ‘डेथ बाय थाऊजंड कट्स’ की नीति रखी होने का दावा अमरिकी न्यूज़ एजेंसियों ने किया था। इस समय बायडेन ने, वे परमाणु समझौते पर चल रही चर्चाओं को प्राथमिकता दे रहे हैं, ऐसा बेनेट से कहा था। उसी समय, अगर चर्चा असफल हुई, तो अमरीका अन्य विकल्पों का इस्तेमाल करेगी, ऐसा भी कहा था।

‘अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष कि इस बयान पर ईरान से आक्रामक प्रतिक्रिया आई है। ‘ ईरान की विरोध में अन्य विकल्पों का इस्तेमाल करने पर दिया हुआ जोर यानी ईरान को दी धमकी है। यह धमकी गैरकानूनी है । अमेरिका की इस धमकी के विरोध में प्रस्तुति देने का इरान को पूरा अधिकार है’, ऐसी चेतावनी ईरान के ‘सुप्रीम नॅशनल सिक्युरिटी कौन्सिल’ के सचिव अली शामखानी ने दी। ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनी ने भी बायडेन की आलोचना की है।

us-iran-rights-1‘अमरीका का वर्तमान प्रशासन पहले के प्रशासन से अलग नहीं है। परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे पर ट्रम्प ने जो माँगें कीं थीं, उन्हीं माँगों को बायडेन प्रशासन ने अलग शब्दों में रखा है। इस मुद्दे पर अमरीका के पास कोई शर्म नहीं बची है। अमरीका के बयान इस प्रकार शुरू हैं, जैसे कि ईरान ही परमाणु समझौते से बाहर निकला हो’, ऐसी आलोचना खामेनी ने की। खामेनी ने अफगानिस्तान का संदर्भ देते हुए, अमरीका यानी ‘भेड़िया’ और कभी कभी ‘चालाक लोमड़ी’ होने का ताना भी मारा।

खामेनी और शामखानी ने अमरीका को दी चेतावनी के बाद, ईरान के संयुक्त राष्ट्र संघ में नियुक्त राजदूत ने इस्रायल को धमकाया है। ‘इस्रायल की हुकूमत ने अगर कोई भी गलत कदम उठाने की अथवा दुस्साहसी कृत्य करने की कोशिश की, तो हमारे हितसंबंध और सार्वभौमिकता की रक्षा करने के लिए कार्यवाही करने का पूरा अधिकार ईरान को है’, ऐसा ईरान की राजदूत झाहरा ईर्शादी ने डटकर कहा। ईर्शादी ने, ईरान को परमाणु ऊर्जा का संशोधन तथा अन्य बातें जारी रखने का भी हक है, ऐसा बताते हुए परमाणु कार्यक्रम का भी समर्थन किया।

इसी बीच, ईरान के नए विदेश मंत्री हुसेन अमिर अब्दोलाहिअन ने सिरिया का दौरा किया। रविवार को उन्होंने सिरिया के राष्ट्राध्यक्ष बशर अल-अस्साद से मुलाकात की। इस मुलाकात में ईरान और सिरिया ने, अमरिकी प्रतिबंधों को एकजुट से प्रत्युत्तर देने का निर्धार ज़ाहिर किया। ईरान की नई हुकूमत के नेतृत्व में दोनों देशों के संबंध अधिक मजबूत होंगे, ऐसा दावा भी विदेश मंत्री हुसेन अमिर अब्दोलाहिअन ने किया।

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