इस्रायल आत्मरक्षा के लिए तैयार है – इस्रायली प्रधानमंत्री का स्पष्ट संदेश

तेल अवीव – ‘पश्‍चिमी देश और ईरान के बीच परमाणु समझौते की चर्चा से कुछ भी निष्कर्ष निकले, परवाह नहीं है| इस्रायल आत्मरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है’, ऐसा इशारा इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने दिया| अमरीका का बायडेन प्रशासन ईरान के साथ बातचीत करने की तैयारी में है, तभी प्रधानमंत्री बेनेट ने यह स्पष्ट संदेश दिया है, ऐसा कहा जा रहा है| इस्रायल के रक्षाबल ने आयोजित किए सैन्य युद्धाभ्यास के परीक्षण के बाद प्रधानमंत्री बेनेट ने ईरान समेत ईरान से जुड़े आतंकी संगठनों को इशारा दिया|

israel-self-defenceअगले दस दिनों में वियना में अमरीका, यूरोपिय देश और ईरान परमाणु समझौते पर बातचीत करेंगे| बायडेन प्रशासन की रट लगाने के बाद ईरान के राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम रईसी इस चर्चा के लिए तैयार हुए| लेकिन, अपनी मांगें स्वीकार होती हैं तो ही इस चर्चा में शामिल होंगे, यह बात ईरान ने ड़टकर कही थी| इसकी वजह से बायडेन प्रशासन ईरान के साथ परमाणु समझौता बरकरार रखने के लिए खतरे वाली बातचीत करेंगे, ऐसी खबरें सामने आ रही हैं|

इस्रायल की सुरक्षा को खतरे में धकेलनेवाली इस बातचीत को लेकर प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट और रक्षामंत्री बेनी गांत्ज़ ने खुली चेतावनी दी| ‘इस्रायल फिलहाल लेबनान और सीरिया में स्थिति ईरान से जुड़े आतंकी गुटों के साथ-साथ ईरान का भी सामना कर रहा है| ऐसी स्थिति में परमाणु समझौते का स्पष्ट उल्लंघन करने वाले ईरान के खिलाफ सख्त भूमिका अपनाने में पश्‍चिमी देश असफल हो रहे हैं, यह इस्रायल के लिए बड़ी चिंता की बात है| इसलिए ईरान और पश्‍चिमी देशों की चर्चा से कुछ भी निष्कर्ष निकले तब भी फिक्र नहीं है क्योंकि, इस्रायल आत्मरक्षा के लिए तैयार है’, ऐसा प्रधानमंत्री बेनेट ने कहा|

इस्रायल के रक्षामंत्री बेनी गांत्ज़ ने भी प्रधानमंत्री बेनेट की भूमिका का समर्थन किया| ‘परमाणु समझौते को लेकर ईरान की नीति को इस्रायल अच्छी तरह से जानता है| साथ ही सीरिया और लेबनान के आतंकियों को हथियारों से सज्जित करने में ईरान के  योगदान की भी विश्‍व को जानकारी है| ऐसी स्थिति में इस्रायल आवश्यक कार्रवाई करने के लिए तैयार है| लेकिन, अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ईरान के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए’, यह इशारा रक्षामंत्री गांत्ज़ ने दिया|

बीते दो दिनों से उत्तरी इस्रायल में इस्रायली सेना का बड़ा युद्धाभ्यास हो रहा है| इसमें इस्रायली सेना के ‘गोलानी ब्रिगेड’ के तीन हज़ार सैनिक, टैंक, लष्करी वाहन एवं रिज़र्व फोर्सस भी शामिल हैं| अगले दिनों में लेबनान की हिज़बुल्लाह नामक ईरान से जुड़े आतंकी संगठन के साथ संघर्ष शुरू होता है तो इसके लिए आवश्यक तैयारी इस युद्धाभ्यास में की जा रही है| प्रधानमंत्री बेनेट और रक्षामंत्री गांत्ज़ इस युद्धाभ्यास के लिए उपस्थित रहे| इसके बाद ही इस्रायल के दोनों नेताओं ने ईरान को इशारा देने के साथ ही अमरीका को संदेश दिया हुआ दिख रहा है|

बायडेन प्रशासन ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर सौम्य नीति अपना रहा है, यह आरोप तीव्र हो रहा है| इससे इस्रायल और खाड़ी देशों का अमरीका पर अविश्‍वास बढ़ रहा है, ऐसी आलोचना अमरीका के विरोधी पक्षनेता कर रहे हैं| तो, ईरान को परमाणु बम प्राप्त करने से रोकने के लिए इस्रायल बायडेन प्रशासन पर निर्भर ना रहे, ऐसी सलाह अमरीका के पूर्व विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ और संयुक्त राष्ट्रसंघ की पूर्व अमरिकी राजूदत निक्की हैले ने कुछ दिन पहले ही दिया था| इस्रायल भी ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर हवाई हमले करने की तैयारी जुटाने का ऐलान कर रहा है|

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