अमरीका दक्षिण कोरिया को परमाणु पनडुब्बी भेजेगी – वरिष्ठ अमरिकी अधिकारी का दावा

वॉशिंग्टन/सेउल – उत्तर कोरिया के बढ़ते परमाणु खतरे के विरोध में अपने सहयोगी देश की सुरक्षा करने के लिए अमरीका दक्षिण कोरिया में परमाणु पनडुब्बी तैनात कर सकती है। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष युन सूक-येओल की चर्चा में इसका ऐलान होने की उम्मीद होने का दावा संबंधित अमरिकी अधिकारी ने किया। लेकिन, बायडेन प्रशासन परमाणु पनडुब्बी भेजने के बजाय दक्षिण कोरिया में परमाणु अस्त्रों की नए से तैनाती करें, ऐसी सलाह अमरीका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने दी है। इस वजह से उत्तर कोरिया के साथ अमरीका के हितसंबंधों के लिए खतरा साबित होने वाले देशों को भी ज़रूरी संदेश पहुंचेगा, ऐसा बोल्टन का कहना है। 

परमाणु पनडुब्बीउत्तर कोरिया ने पिछले दो वर्षों में मिसाइल परीक्षण की तीव्रता बढ़ाई है। सभी का ध्यान रशिया-यूक्रेन युद्ध पर होने की वजह से उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षणों की गिनती बीच में ही बंद होने की कबुली अमरिकी अधिकारी ने कुछ हफ्ते पहले ही दी थी। लेकिन, कोरियन क्षेत्र की गतिविधियों पर हमारी बारीक नज़र है, यह कहकर अमरीका ने जापान और दक्षिण कोरिया को साथ लेकर उत्तर कोरिया के खिलाफ नई सैन्य नीति बनाने में जुटे होने का ऐलान किया था। उत्तर कोरिया भी ऐसे में सातवां परमाणु परिक्षण करने की तैयारी में होने की खबरें प्रसिद्ध हुई थी।

ऐसे में, दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष युन सूक-येओल बुधवार को अमरीका पहुंचे। राष्ट्राध्यक्ष येओल कुछ ही घंटे बाद अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन से मुलाकात करेंगे। दक्षिण कोरियाई जनता को बायडेन प्रशासन पर भरोसा नहीं रहा, ऐसी रपट कुछ हफ्ते पहले सामने आयी थी। आने वाले समय में उत्तर कोरिया ने हमपर हमला किया तो अमरीका हमारी रक्षा करेगी, यह पूरे भरोसे कहना मुमकिन नहीं है, ऐसा विचार दक्षिण कोरियाई जनता ने दर्ज़ किया था। इस पृष्ठभूमि पर राष्ट्राध्यक्ष बायडेन और राष्ट्राध्यक्ष येओल की मुलाकात की ओर कोरियन क्षेत्र के विश्लेषक और माध्यमों का ध्यान लगा है। 

उत्तर कोरिया के खतरे के विरोध में अपने सहयोगी देश की सुरक्षा करने के वचन पर बायडेन प्रशासन कायम हैं, ऐसा अमरिकी वृत्तसंस्था बड़े विश्वास से कह रही हैं। दक्षिण कोरिया की सुरक्षा के लिए अमरीका अपनी उन्नत परमाणु पनडुब्बी बुसान बंदरगाह में तैनात करेगी, ऐसा दावा वरिष्ठ अमरिकी अधिकारी कर रहे हैं। साथ ही कोरियन क्षेत्र परमाणु अस्त्रों से मुक्त करने के मुद्दे पर भी बायडेन औड़ येओल की चर्चा मुमकिन होने के संकेत व्हाईट हाउस दे रहा हैं। लेकिन, परमाणु पनडुब्बी की तैनाती से कुछ भी हासिल नहीं होगा, ऐसी आलोचना अमरीका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने की।

उत्तर कोरिया के खतरे का जवाब देना है तो दक्षिण कोरिया में फिर से परमाणु अस्त्र तैनात करने होंगे, ऐसा सुझाव बोल्टन ने दिया है। इससे दक्षिण कोरिया का अमरीका की प्रतिबद्धता पर भरोसा बढ़ेगा, ऐसा दावा बोल्टन कर रहे हैं। हाल ही के हफ्तों में किए गए एक स्थानीय सर्वे में दक्षिण कोरियाई जनता ने देश की सुरक्षा को लेकर अमरीका का भरोसा नहीं कर सकते, ऐसा कहा था। इसके बजाय दक्षिण कोरिया ही परमाणु अस्त्रों से तैयार हो, ऐसा विचार इस सर्वे से सामने आया था। दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष ने भी ऐसे ही संकेत दिए थे। ऐसी स्थिति में बायडेन-येओल की चर्चा के बाद अमरीका क्या ऐलान करती है, इसपर कोरियाई जनता का ध्यान लगा है। 

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