ईरान की आक्रामक गतिविधियों के कारण अमरीका ने इस्रायल को ‘संयुक्त सैन्य सहयोग’ का प्रस्ताव दिया

वॉशिंग्टन/तेल अवीव – ईरान की गतिविधियों की तीव्रता बढ़ रही हैं और इसी बीच अमरीका ने इस्रायल को संयुक्त सैन्य सहयोग का प्रस्ताव देने की खबरें हैं। इस्रायल यह अमरीका का सबसे अहम सामरिक सहयोगी देश हैं। लेकिन, अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन का प्रशासन और इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू की सरकार के बीच शुरू विवाद दोनों देशों के सभी तरह के सहयोग पर असर कर रहा हैं। ईरान एवं पैलेस्टिनी संगठन अमरीका और इस्रायल के इन मतभेदों का हर मुमकिन लाभ उठाने की तैयारी में होने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। ऐसी स्थिति में बायडेन प्रशासन से नेत्यान्याहू की सरकार को प्राप्त हुआ यह सैन्य सहयोग का प्रस्ताव ध्यान आकर्षित कर रहा है। 

‘संयुक्त सैन्य सहयोग’इस प्रस्ताव में संयुक्त युद्धाभ्यास और सैन्य कार्रवाई का समावेश होने की बात कही जा रही है। अमरीका के रक्षाबल प्रमुख मार्क मिले, रक्षा मंत्री ऑस्टिन लॉईड और अमरीका के सेंटकॉम के कमांडर एरिक कुरिला ने इस्रायल का दौरा किया था। इस दौरान ही यह प्रस्ताव इस्रायल के सामने रखा गया, ऐसा दावा किया जा रहा है। इस्रायल की एक वृत्तसंस्था ने इससे संबंधित जानकारी प्रसिद्ध की है। ईरान का खतरा बढ़ने की स्थिति में सभी संभावना ध्यान मे रखकर इसके विरोध में सेना की तैयारी करना ही इस प्रस्ताव का प्रमुख लक्ष्य है। सेंटकॉम के अधिकारियों ने इस्रायली वृत्तसंस्था को यह जानकारी प्रदान की।

अमरीका से प्राप्त हुए इस प्रस्ताव को इस्रायल काफी सावधानी से देख रहा हैं। यह युद्धाभ्यास प्राप्त खुफिया जानकारी के आधार पर की जाने वाली गतिविधियों का होगा या इसमें सिर्फ संयुक्त युद्धाभ्यास पर जोर दिया जाएगा, इससे संबंधित स्पष्टता की इस्रायल को उम्मीद है। यह युद्धाभ्यास यानी ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर हमले करने की तैयारी का हिस्सा नहीं है, यह अमरीका ने पहले ही स्पष्ट किया है। ऐसी स्थिति में इस्रायल अपनी सैन्य तैयारी की अधिक जानकारी अमरीका के सामने स्पष्ट करने के लिए तैयार नहीं हैं, यह भी इस दौरान सामने आया है। इस्रायली वृत्तसंस्था ने ही ऐसा दावा किया है।

इस वजह से बायडेन प्रशासन पर अभी भी इस्रायल की सरकार भरोसा करने के लिए तैयार ना होने की बात स्पष्ट हो रही है। ईरान की नौसेना ने दो ईंधन वाहक जहाज़ों पर कब्ज़ा करके हम होर्मुझ की खारी से होने वाली ईंधन यातायात रोक सकते हैं, ऐसा संदेश अमरीका के साथ पश्चिमी देशों को दिया है। इसका अमरीका ने गंभीर संज्ञान लिया है और ईरान को चेतावनी देने के लिए अपना युद्धपोत खाड़ी क्षेत्र की ओर रवाना किया है।

इसके बावजूद इस्रायल अभी भी बायडेन प्रशासन पर भरोसा करके सैन्य सहयोग का यह प्रस्ताव स्वीकार ने के लिए तैयार नहीं हैं। वजह अमरीका ने पेश किए इस प्रस्ताव के कारण अपने हाथ बंधे जाएंगे और हम ईरान के परमाणु प्रकल्प पर हमने नहीं कर सकेंगे, ऐसी चिंता इस्रायल को सता रही हैं। इस्रायली वृत्तसंस्था ने वरिष्ठ अधिकारी के दाखिला देकर यह जानकारी प्रसिद्ध की है। इस वजह से इस्रायल की सुरक्षा के लिए अमरीका प्रतिबद्ध होने की गवाही अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष दे रहे हैं, फिर भी इसपर पूरा भरोसा करने के लिए इस्रायल तैयार ना होने की बात दुनिया के सामने आयी है। 

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.