अमरिकी रक्षा विभाग के ‘लीक’ का मामला बेहद गंभीर – पेंटॅगॉन के प्रवक्ता ने कबूल किया

वॉशिंग्टन – अमरिकी रक्षा विभाग से संबंधित गोपनीय कागज़ात सोशल मीडिया पर ‘लीक’ होने की घटना राष्ट्रीय सुरक्षा के नज़रिये से बेहद गंभीर बात होने की बात पेंटॅगॉन के प्रवक्ता ख्रिस मेघेर ने कबूल की है। इस ‘लीक’ के ज़रिये काफी दुष्प्रचार किया जा सकता हैं, यह ड़र भी मेघेर ने व्यक्त किया है। यूक्रेन के साथ ईरान एवं चीन से संबंधित गोपनीय कागजात ‘लीक’ होने की वजह से अमरीका के मित्र देशों में तीव्र नाराज़गी का माहौल है। यूरोप के साथ कुछ प्रमुख देश इसके आगे अमरीका को गोपनीय जानकारी प्रदान करने के निर्णय पर पुनर्विचा करने की स्थिति में होने की जानकारी वरिष्ठ यूरोपिय अधिकारी ने साझा की। इसके साथ ही मित्र देशों की नाराज़गी दूर करके ‘लीक’ के मुद्दे पर उचित बातचीत करने के लिए अमरीका ने विदेश विभाग की उप मंत्री वेंडी शेरमन की नियुक्ती करने का दावा माध्यमों ने किया है। 

‘लीक’मार्च महीने के शुरू में एक सोशल मीडिया एप पर अमरिकी रक्षा विभाग से जुड़े कागज़ात सार्वजनिक हुए थे। लेकिन, इस घटना पर ज्यादा ध्यान नहीं किया था। कुछ दिन पहले ‘४ चैन’ नामक ऑनलाईन फोरम पर रक्षा विभाग से जुड़े कागज़ात प्रसिद्ध होना शुरू हुआ। इस फोरम पर लिंक और स्क्रीनशॉटस्‌ टेलिग्राम एवं ट्विटर जैसे सोशल मीडिया नेटवर्क पर पोस्ट किए गए। अमरीका के शीर्ष माध्यमों ने इससे संबंधित खबर प्रसिद्ध करने के बाद बायडेन प्रशासन ने इसका संज्ञान लिया। 

अमरिकी रक्षा विभाग ने अंदरूनी जांच शुरू की है और न्यायिक विभाग ने इसकी स्वतंत्र जांच शुरू की है। लेकिन, सोशल मीडिया पर पोस्ट हुए कागज़ातों के अलावा पुख्ता कितने गोपनीय कागज़ खोए हैं, यह अभी स्पष्ट नहीं हुए हैं। अमरिकी रक्षा विभाग को भी अभी इस ‘लीक’ का दायरा पुरी तरह से ज्ञात नहीं हुआ हैं, ऐसे दावे सूत्रों ने किए हैं। अमरिकी रक्षा विभाग ही अंधेरे में होने की जानकारी सामने आ रही हैं और इस वजह से मित्र देशों की तीव्र प्रतिक्रिया सामने आयी हैं।

मित्र देशों ने आक्रामक भूमिका अपनाने से अब अमरिकी रक्षा विभाग ने भी ‘डैमेज कंट्रोल’ के लिए जोरदार गतिविधियां शुरू की हैं। ‘पेंटॅगॉन’ के प्रवक्ता ने यह ‘लीक’ बेहद गंभीर होने की बात कबूल करना इसी का हिस्सा दिखता है। इसके अलावा अमरीका ने विदेश विभाग के उप मंत्री के साथ एक स्वतंत्र गुट बनाया है और इस गुट ने मित्र देशों के साथ बातचीत शुरू की हैं, यह दावा माध्यमों ने किया है।
लीक हुए कागजातों में यूक्रेन, चीन, इंडो-पैसिफिक और ईरान से संबंधित लगभग १०० डॉक्युमेंटस्‌ का समावेश होने की बात कही जा रही हैं। इन सभी डॉक्युमेंटस्‌ पर ‘क्लासिफाईड’ की मुहर है। साथ ही इनमें से कुछ कागजात अमरीका के साथ पांच देशों के ‘फाईव आईज्‌’ गुट के साथ शेअर किए जाने की जानकारी भी सामने आयी है।

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