ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने से रोकने पर अमेरिका-सऊदी अरब सहमत

  • सऊदी के साथ सहयोग को ‘रीसेट’ करने की अमेरिका की कोशिश
  • अमेरिका ने सऊदी से ईंधन आपूर्ति बढ़ाने की मांग की
  • यूएस-सऊदी में 13 समझौतों पर हस्ताक्षर

जेद्दाह – अरब-खाडी देशों के साथ तनावग्रस्त बने संबंधों तनावमुक्त बनाने हेतु अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन बिन सलमान से भेंट की। तथा खाडी मित्रराष्ट्रों की चिंता का कारण बने ईरान के बारे में अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ने सौदी को विश्वास दिलाने की कोशिश की। ईरान को परमाणु सज्जता से रोकने पर अमेरिका और सौदी सहमत होने की बात वाईट हाऊस ने घोषित की। इस दौरान, बायडेन ने इस दौरे में युक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर सौदी एवं ईंधन उत्पादक अरब राष्ट्रों से ईंधन का उत्पादन बढाने की अपेक्षा व्यक्त की।

परमाणु हथियारराष्ट्राध्यक्ष बायडेन इस्रायल के दो दिन के दौरे के बाद शुक्रवार को देर से सौदी अरेबिया के जेद्दाह में दाखल हुए। पिछला डेढ़ साल अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ने सौदी के खिलाफ ली हुई भूमिका की पृष्ठभूमि पर बायडेन के इस दौरे की ओर सारे विश्व का ध्यान लगा हुआ था। विशेषकर राष्ट्राध्यक्ष बायडेन और सौदी के क्राऊन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान की मुलाकात को बहुत अहमियत मिली थी। इसी तरह शुक्रवार को जेद्दाह में दाखल होने के बाद क्राऊन प्रिन्स और राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने एक-दूसरे हाथ नहीं मिलाया, इस ओर पश्चिमी माध्यमों नें ध्यान आकर्षित किया।

कुछ ही घंटों पूर्व अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने इस्रायल के दौरे पर रहते हुए ईरान के साथ परमाणु समझौते के लिए सौदेबाज़ी जारी रखने की बात कही थी, तथा अंतिम विकल्प के रूप में लश्करी कार्रवाई करने की घोषणा भी की थी। ईरान के प्रति अपनी इसी भूमिका से बायडेन ने सौदी के प्रिन्स मोहम्मद से चर्चा करने का दावा किया जा रहा है।

परमाणु हथियारसौदी के सर्वेसर्वा भले ही राजा सलमान हैं फिर भी राष्ट्र की बागडोर और असली नेतृत्व क्राऊन प्रिन्स मोहम्मद के हाथ में हैं। इसलिए राष्ट्राध्यक्ष बायडेन और प्रिन्स मोहम्मद के बीच महत्वपूर्ण चर्चा हुई। इसके बाद अमेरिका एवं सौदी ने प्रसिद्ध किए हुए संयुक्त निवेदन में ईरान के मुद्दे पर सहमती होने की बात घोषित की गई। ईरान को परमाणु सज्जता से रोकने के लिए अमेरिका एवं सौदी एकजुट होने के संयुक्त एवं वाईट हाऊस के निवेदन में कहा गया है।

तो ईरानसंलग्न आतंकवादी संगठनों का खाडी में बढ़ता हुए प्रभाव एवं खत्रे पर भी चर्चा हुई। अरब-खाडी राष्ट्रों के अंतर्गत व्यवहार में ईरान एवं ईरानसंलग्न आतंकवादी गुटों का बढता प्रबाव इस क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता के लिए खतरनाक है’, ऐसा उभय राष्ट्रों ने घोषित किया। तो पर्शियन खाडी के होर्मुज़ की खाडी और एडन की खाडी की बात अल-मन्दाब इन दोनों ’चोक पॉइंट्स’ के बीच समुद्री माल यातायात के मुद्दे पर चर्चा हुई। इन दोनों स्थानों पर माल यातायात जारी रखना अत्यंत महत्वपूर्ण होने की बात उभय राष्ट्रों के नेताओं ने मानी।

तो, अमेरिका और सौदी के बीच लगभग आठ क्षेत्रों में 13 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें ऊर्जा, उत्पादन, एरोस्पेस, आरोग्य सुविधाएं और अन्य क्षेत्रों का समावेश है। आनेवाले समय में अमेरिका एवं सौदी के बीच सहयोग अधिक विस्तृत होगा, ऐसा विश्वास सौदी ने व्यक्त किया।

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