बुर्किना फासो में हुए आतंकी हमले में ४१ की मौत

ओआगाडौगौ – अफ्रीका के बुर्किना फासो में आतंकियों के भीषण हमले में ४१ लोग मारे गए हैं। इसमें बुर्किना फासो की सेना को आतंकवाद विरोधी कार्रवाई के लिए सहायता प्रदान करनेवाला स्थानीय नेता और उसके सहयोगियों का समावेश होने की जानकारी सामने आ रही है। इस वजह से बुर्किना फासो की सरकार और सेना की सहायता करनेवालों को इसके आगे लक्ष्य किया जाएगा, आतंकी यह धमकी दे रहे हैं।

Burkina-Faso-terrorists-attackपिछले हफ्ते बुर्किना फासो के लोरूम प्रांत में आतंकी हमला किया गया। बुर्किना फासो की सेना को सहायता प्रदान करनेवाला ‘वॉलिंटियर्स फॉर द डिफेन्स ऑफ द मदरलैण्ड-वीडीपी’ नामक गुट के वाहन को आतंकियों ने लक्ष्य किया। वीडीपी के कार्यकर्ता स्थानीय नेता लाजी योगो के साथ औहिगौया नामक शहर की दिशा में जा रहे थे, तभी आतंकियों ने गोलीबारी की। इस हमले में योरो के साथ ४१ लोग मारे गए।

बुर्किना फासो के राष्ट्राध्यक्ष रोश मार्क क्रिस्तियान काबोरे ने योरो की हत्या पर शोक व्यक्त किया। इस हमले की वजह से बुर्किना की जनता आतंकवाद विरोधी संघर्ष से पीछे नहीं हटेगी, बल्कि अधिक तीव्रता से जंग लड़ेगी, यह दावा राष्ट्राध्यक्ष काबोरे ने किया। बुर्किना फासो की सरकार ने दो दिन के लिए शोक का ऐलान किया है।

Burkina-Faso-terrorists-attack-01पश्‍चिमी अफ्रीका का बुर्किना फासो देश कुछ वर्ष पहले शांत अफ्रीकी देश के तौर पर जाना जा रहा था। लेकिन, अल कायदा और आईएस से जुड़े आतंकियों ने इस देश में अपनी हुकूमत स्थापित करने के लिए हमले शुरू किए। नवंबर में ही आतंकियों ने इस देश में हमले करके ५७ लोगों को मार ड़ाला।

अफ्रीका के साहेल क्षेत्र के तौर पर जाने जा रहे माली, बुर्किना फासो और नाइजर देशों के अर्धसैनिक बलों पर यह आतंकी हमले कर रहे हैं। इसके साथ ही सेना और अर्धसैनिक बलों के सहायता करने वाले स्थानीय लोगों को भी यह आतंकी लक्ष्य कर रहे हैं। दो दिन पहले लोरूम प्रांत की घटना इसी का एक हिस्सा है।

आतंकवाद विरोधी गतिविधियों में शामिल स्थानीय वीडीपी के कार्यकर्ता मानव अधिकारों का उल्लंघन करने में शामिल होने का आरोप लगाया जा रहा था। इस पर गुस्सा हुई बुर्किना की जनता ने पिछले महीने सरकार के इस्तीफे की माँग उठाई थी। राष्ट्राध्यक्ष काबोरे ने प्रधानमंत्री को हटाया था।

इसी बीच, बुर्किना फासो की घटना पर ईरान ने चिंता जताई है। कुछ विदेशी ताकतों को बुर्किना फासो में आतंकवाद के जरिए अस्थिरता फैलानी है, यह आरोप ईरान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता सईद खतिबज़ादेह ने लगाया।

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