अमरीका ने ईरान पर लगाए नए प्रतिबंध – आलोचना में ईरान ने अमरीका की भूमिका को विरोधाभासी बताया

new-sanctions-us-iran-2वॉशिंग्टन/तेहरान – ईरान के ड्रोन्स क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरनाक होने का आरोप लगाकर अमरीका ने ईरान पर नए प्रतिबंध लगाए हैं। ईरान के ड्रोन कमांड के प्रमुख एवं संबंधित कंपनियों के खिलाफ अमरीका के कोषागार विभाग ने यह कार्रवाई की है। इससे ईरान तिलमिलाया है और अमरीका की जोरदार आलोचना भी की है। ईरान के साथ परमाणु समझौते पर बातचीत करते समय दूसरी ओर यह प्रतिबंध लगाकर विरोधी बर्ताव कर रही है, ऐसी आलोचना ईरान के विदेश मंत्रालय ने की है।

अमरीका के कोषागार विभाग ने शुक्रवार के दिन ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के वरिष्ठ अधिकारी एवं दो कंपनियों को ‘ब्लैक लिस्ट’ किया। इनमें रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के ड्रोन कमांड के प्रमुख ब्रिगेडियर जनरल सईद अघाजानी का समावेश होने का ऐलान अमरीका ने किया है। इस वर्ष ब्रिग्रेडियर जनरल अघाजानी के नेतृत्व में ही पर्शियन खाड़ी से यात्रा कर रहे र्इंधन टैंकर और मालवाहक जहाज़ों पर ड्रोन हमले हुए थे। इससे अंतरराष्ट्रीय जल परिवहन के लिए खतरा निर्माण हुआ है, यह आरोप लगाकर अमरीका के कोषागार विभाग ने यह कार्रवाई की।

new-sanctions-us-iran-1इस वर्ष की दो प्रमुख घटनाएँ ईरान पर प्रतिबंध लगाने के लिए ज़िम्मेदार होने का आरोप अमरीका ने लगाया है। जुलाई में ओमान की खाड़ी के करीब इस्रायल के ‘मर्सर स्ट्रीट’ नामक मालवाहक जहाज़ पर ड्रोन हमले की याद भी कोषागार विभाग ने दिलाई है। इस हमले में दो कर्मचारी मारे गए थे। इनमें ब्रिटीश नागरिक का समावेश होने की बात स्पष्ट होने पर इस्रायल और ब्रिटेन ने ईरान की तीखी आलोचना की थी।

तो दूसरे ड्रोन हमले की जानकारी साझा करने से अमरीका का कोषागार विभाग दूर रहा है। लेकिन, बीते हफ्ते सीरिया के अल-तन्फ में स्थित अमरिकी लष्करी अड्डे पर हुआ ड्रोन हमला इस निर्णय का अन्य कारण होगा, ऐसी संभावना जताई जा रही है। क्योंकि, अमरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन ने इस हमले के पीछे इराक और सीरिया में मौजूद ईरान से जुड़ी आतंकी संगठन होने का ज़िक्र कुछ दिन पहले ही किया था। इस वजह से ब्रिगेडियर जनरल अघाजानी के खिलाफ कार्रवाई के लिए अल-तन्फ में स्थित अमरिकी लष्करी अड्डे पर किया गया हमला कारण हो सकता है, ऐसा कहा जा रहा है।

वर्ष २०१९ में सौदी अरब के र्इंधन प्रकल्प पर हुए सबसे बड़े ड्रोन हमले के पीछे भी अघाजानी का ही हाथ होने का आरोप अमरीका लगा रही है। अगस्त में इस्रायल के रक्षामंत्री बेनी गांत्ज़ ने भी अंतरराष्ट्रीय समुद्री क्षेत्र में यातायात करनेवाले जहाज़ों पर ड्रोन हमलों के पीछे अघाजानी के होने का ज़िक्र किया था। तो, ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ को हमलावर ड्रोन्स का निर्माण करने के लिए सहायता प्रदान कर रही ‘किमिया पार्ट सिवान’ और ‘ओजे परवाज़ मादो नफर’ नामक दोनों कंपनियों पर भी अमरीका ने प्रतिबंध लगाए हैं।

new-sanctions-us-iran-3ईरान के विदेश मंत्रालय ने अमरीका के इन नए प्रतिबंधों की कड़ी आलोचना की है। ‘परमाणु समझौते की बातचीत के लिए आमंत्रित करनेवाले बायडेन प्रशासन ने ईरान पर नए प्रतिबंध लगाकर अपनी दोगली नीति दिखाई है। पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनाई प्रतिबंध लगाने की नीति बरकरार रखकर बायडेन प्रशासन ने अमरीका पर भरोसा करना मुमकिन ना होने का संदेश दिया है’, ऐसा तीखा बयान ईरान के विदेश मंत्रालय ने किया।

इसी बीच, गाज़ा की हमास, लेबनान की हिज़बुल्लाह, येमन की हौथी एवं इराक-सीरिया के आतंकियों को ड्रोन सप्लाइ करने वाले ईरान से हमारी हवाई सुरक्षा के लिए खतरा बढ़ रहा है, यह आरोप इस्रायल ने लगाया है। इसके लिए इस्रायल स्वतंत्र हवाई सुरक्षा यंत्रणा का निर्माण कर रहा है। ऐसे में अमरीका ने ईरान के ड्रोन कमांड के प्रमुख पर प्रतिबंध लगाकर कड़ा संदेश दिया है। ईरान के साथ बातचीत करने के लिए खुली हुई खिड़कियाँ बंद हो सकती है, यह इशारा अमरीका के ईरान संबंधित विशेषदूत रॉबर्ट मैली ने कुछ दिन पहले ही दिया था।

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