सोमालिया में आतंकवादी हमले में २५ लोगों की मौत ‘अल शबाब’ ने जिम्मेदारी ली

मोगादिशु: सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में हुए आतंकवादी हमले में २५ लोगों की जान गई है और ३० से ज्यादा जख्मी हुए हैं। सोमालियन राष्ट्राध्यक्ष के घर के पास स्थित एक होटल पर यह हमला हुआ है। हमला करने वाले आतंकवादियों ने १२ घंटों तक होटल को अपने कब्जे में रखने में सफलता पाई थी। सिर्फ दो हफ़्तों में राजधानी मोगादिशु पर हुआ यह दूसरा बड़ा आतंकवादी हमला है। इस हमले की जिम्मेदारी ‘अल शबाब’ इस आतंकवादी संगठन ने स्वीकारी है।

‘अल शबाब’शनिवार शाम साढ़े पांच के आसपास राजधानी मोगादिशु के ‘नासा-हब्लोड़’ होटल के बाहर ट्रक बम का विस्फोट किया गया। इस विस्फोट में होटल के साथ बाहर के परिसर और गाड़ियों का बहुत नुकसान हुआ है। इस विस्फोट के बाद आतंकवादियों ने होटल पर कब्ज़ा किया और उसके बाद लष्करी पथक ने आक्रामक कारवाई शुरू की। करीब १२ घंटे चली इस कारवाई में तीन आतंकवादियों को ख़त्म किया गया और दो आतंकवादियों का गिरफ्तार किया गया है।

कारवाई के समय दो विस्फोट होने की बात कही जा रही है। इसमें से एक विस्फोट आत्मघाती हमलावर ने करने का दावा सूत्रों ने किया है। आतंकवादियों ने किए हमले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, भूतपूर्व संसद सदस्य साथ ही भूतपूर्व मंत्री का समावेश है। सोमालिया का एक मंत्री इस हमले में जख्मी होने की जानकारी भी अधिकारी ने दी है। ‘अल शबाब’ इस आतंकवादी संगठन ने इस हमले में ४० लोगों की मौत होने का दावा किया है।

राजनितिक नेता और अधिकारियों वाले इस परिसर में विस्फोट किए जाने की वजह से सोमालिया की लष्कर और सुरक्षा यंत्रणाओं की कार्यक्षमता पर आशंका जताई गई है। सिर्फ दो हफ़्तों पहले सोमालिया की राजधानी में आतंकवादियों ने भीषण विस्फोट किया था। इस विस्फोट में करीब ३५० लोगों की मौत हुई थी। राजधानी मोगादिशु में हुआ यह सबसे भीषण आतंकवादी हमला माना जाता है। इस विस्फोट की जिम्मेदारी किसी भी आतंकवादी संगठन ने स्वीकारी नहीं है। विस्फोट के बाद मोगाशिदु में आतंकवादी संगठनों की कारवाई के खिलाफ प्रदर्शन भी किया गया था।

उसके बाद सोमालियन सरकार ने आतंकवादियों के खिलाफ आक्रामक मुहीम हाथों में लेने की घोषणा भी की थी। अमरिका और अफ़्रीकी महासंघ की सहायता से हाथों में लिए जाने वाली इस मुहीम के माध्यम से ‘अल शबाब’ को लक्ष्य किया जाने वाला था। उसके अनुसार सोमालिया के कुछ इलाकों में कारवाई भी शुरू की गई थी। लेकिन यह कारवाई ‘अल शबाब’ जैसे आतंकवादी संगठनों के हमलों को रोकने में नाकाम हुई है, ऐसा राजधानी में हुए नए हमले से स्पष्ट होता है।

तीन बम विस्फोट और उसके बाद लष्कर के साथ करीब १२ घंटे किया हुआ संघर्ष इससे ‘अल शबाब’ जैसे आतंकवादी संगठन की क्षमता बढने के संकेत मिल रहे हैं। अल शबाब का यह बढ़ता सामर्थ्य सोमालिया की परिस्थिति अधिक अस्थिर करने वाली साबित होगी, ऐसा दावा विश्लेषक और विशेषज्ञ कर रहे हैं। अमरिका और यूरोपीय देशों की ओरसे अफ्रीका के आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कारवाई तीव्र करने की गतिविधियाँ चल रही हैं, ऐसे में हमलों में हुई बढ़ोत्तरी सबका ध्यान आकर्षित कर रही है।

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