चीन की जनसंख्या में वृद्धों की संख्या बढ़ी – ‘चायना असोसिएशन ऑफ़ सोशल सिक्यूरिटी’ की रिपोर्ट

बीजिंग: चीन की जनसंख्या में वृद्ध नागरिकों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है, जिस वजह से चीन ‘हाइपर-एज्ड सोसाइटी’ की दिशा में जा रहा है, ऐसा निष्कर्ष नई रिपोर्ट में सामने आया है। चीन के ‘चायना असोसिएशन ऑफ़ सोशल सिक्युरिटी’ यह रिपोर्ट प्रसिध्द की है और सन २०३५ तक चीन में वृद्धों की संख्या ४० करोड़ के ऊपर पहुंची होगी, ऐसा इस रिपोर्ट में इशारा दिया गया है। चीन सन २००० से ‘एजिंग सोसाइटी’ के तौर पर पहचाना जा रहा है और हर साल देश के वृद्धों की संख्या में एक करोड़ नागरिक बढ़ रहे हैं।

पिछले कुछ दशकों से तेजीसे आर्थिक प्रगति करने वाले चीन ने विज्ञान और तकनीक क्षेत्र में भी प्रमुखता पाई है। इसमें मेडिकल क्षेत्र में सुधार और परिवर्तन का भी समावेश है, जिससे चीनी नागरिकों का आयुर्मान बढ़ गया है। सन २०१६ के अंत तक चीन में ६० वर्ष पूर्ण और उसके ऊपर के नागरिकों की संख्या २३.०८ करोड़ थी। उसमें से १५ करोड़ से अधिक नागरिक ६५ वर्ष और उससे अधिक आयु वाले हैं। चीनी जनसँख्या की तुलना में यह प्रमाण १०.८ प्रतिशत है।

जनसंख्याविश्व स्वास्थ्य संगठन के मापदंडों के अनुसार, कुल जनसँख्या के ७ से १४ प्रतिशत जनसँख्या ६५ वर्ष से अधिक आयु की होगी तो उसे ‘एजिंग सोसाइटी’ के तौर पर जाना जाता है। १४ प्रतिशत के ऊपर की जनसँख्या ६५ वर्ष से अधिक जीवनकाल वाली होगी, तो उसे ‘सुपर एजिंग’ सोसाइटी कहा जाता है। २० प्रतिशत और उससे अधिक जनसँख्या ६५ वर्ष के ऊपर होगी, तो उसे ‘हाइपर-एज्ड सोसाइटी’ कहा जाता है।

‘चायना असोसिएशन ऑफ़ सोशल सिक्यूरिटी’ ने प्रसिद्ध की रिपोर्ट में, चीन सन २००० में ही ‘एजिंग सोसाइटी’ बन गया है, अब चीन ‘हाइपर एजिंग सोसाइटी’ की दिशा में बढ़ रहा है, ऐसा भय व्यक्त किया गया है। इस संस्था के प्रमुख झेंग गोंगचेंग ने, इस बढती वृद्ध जनसँख्या का मुकाबला कैसे करें इसकी चिंता चीन को सता रही है, ऐसा दावा किया है। ज्येष्ठ नागरिकों का ख्याल रखने वाली सेवा और और यंत्रणा विकसित हो रही हैं, फिर भी उनकी बढ़ोत्तरी में बड़ा असंतुलन है, ऐसा झेंग ने कहा है।

जनसंख्याचीन सरकार ने जनसँख्या में बढ़ते वृद्धों का ख्याल रखने के लिए नई योजनाएं और सुविधाएं लाने के संकेत दिए हैं। उसमे स्वास्थ्य का ख्याल रखने वाली सेवाओं में सुधार साथ ही पेंशन की व्याप्ति बढ़ाना जैसी चीजों का समावेश है। इसके अलावा चीन के कुछ प्रान्तों ने वृद्धों का ख्याल रखने के लिए कर्मचारियों को विशेष छुट देना शुरू किया है। उसके अनुसार अपने वृद्ध पालकों का ख्याल रखने के लिए १० से २० दिनों की छुट्टी लेने की अनुमति दी गई है, और उस अवधि में पूरा वेतन मिलेगा, ऐसा प्रावधान भी किया गया है।

लेकिन ऐसा होते हुए भी आने वाले काल में चीन के वृद्धों का ख्याल अंतर्गत स्तर पर बड़ा मुद्दा साबित हो सकता है, ऐसा संकेत स्थानीय अभ्यासक और खोजकर्ताओं ने दिया है।

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