चीन के खतरे की पृष्ठभूमि पर ताइवान के हवाई बल का युद्धाभ्यास

तैपेई – दो दिन पहले चीन के लड़ाकू विमानों ने ताइवान की हवाई सीमा में घुसपैंठ की। वहीं, चीन की पिपल्स लिबरेशन आर्मी ने शंघाई में अपनी ताइवान विरोधी लष्करी गतिविधियाँ बढ़ाई होने की खबरें आ रही हैं। शंघाई शहर ताइवान के बिल्कुल सामने होने के कारण चीन ने ताइवान पर हमले की तैयारी की होने की संभावना जताई जाती है। ऐसी परिस्थिति में ताइवान ने अपने हवाई बल का भव्य युद्धाभ्यास आयोजित किया। साथ ही, आनेवाले समय में अगर चीन के साथ युद्ध भड़का, तो जनता कौन से एहतियात बरतें, इस बारे में सूचनाएँ भी ताइवान ने जारी की हैं।

taiwan-air-force-drillपिछले हफ्ते में ताइवान के ‘एअर डिफेन्स आयडेंटिफिकेशन झोन’ (एडीआयझेड) में नैॠत्य दिशा से चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी के दो विमान और दो हेलिकॉप्टर्स ने घुसपैंठ की थी। चीन द्वारा ताइवान की सीमा में की गई घुसपैंठ यह ‘ग्रे झोन वॉरफेअर’ का भाग माना जाता है। ताइवान के रक्षा बलों को परेशान करने के लिए चीन ने यह घुसपैंठ का तंत्र विकसित किया ऐसा कहा जाता है। इसकी तीव्रता चीन बढ़ा रहा है। बार बार घुसपैंठ करके पीछे हटनेवाला चीन ताइवान पर आकस्मिक हमला करेगा, ऐसे दावे ताइवान अधिकारी, विश्लेषक और माध्यम कर रहे हैं।

चीन के शंघाई शहर में कोरोना का विस्फोट हुआ है। इस पृष्ठभूमि पर चीन ने शंघाई में सख़्त लॉकडाउन घोषित किया है। इसका इस्तेमाल करके चीन की पिपल्स लिबरेशन आर्मी ने शंघाई की सड़कों पर अपनी लष्करी गतिविधियाँ बढ़ाने के वीडियो सामने आ रहे हैं। इससे चीन ताइवान पर हमला करने की तैयारी में होने के दावे सोशल मीडिया में किए जा रहे हैं। कुछ दिन पहले ताइवान के लष्करी विश्लेषकों ने भी चीन की संदिग्ध गतिविधियों की दखल लेकर यह चेतावनी जारी की थी।

इससे सतर्क हुए ताइवान ने अपने हवाई बल का भव्य युद्धाभ्यास आयोजित किया था। इस अभ्यास में ताइवान के लड़ाकू विमानों ने लाइव फायरिंग के प्रात्यक्षिक प्रस्तुत किए। राजधानी ताइपेई और आसपास के इलाके में एयर रेड का अभ्यास किया, ऐसा ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने घोषित किया। चीन के हमलों को प्रत्युत्तर देने के लिए अपने हवाई बल को सुसज्जित करने का लक्ष्य सामने रखकर यह अभ्यास आयोजित किया गया, ऐसा ताइवान ने स्पष्ट किया। उसी के साथ चीन के हमले के विरोध में अपनी जनता की तैयारी करने के लिए ताइवान ने सूचना देने वाला बुकलेट जारी किया। युक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर ताइवान ने यह तैयारी करने का दावा किया जाता है।

अमरीका और नाटो युक्रेन के युद्ध में उलझे होकर ताइवान को नजरअंदाज कर रहे हैं। इसका पूरा फायदा चीन उठा सकता है, ऐसे दावे अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्लेषक कर रहे हैं। जापान ने भी इस बात को लेकर अमरीका को गंभीर चेतावनी दी थी। ताइवान पर हमला यह जापान पर हुआ हमला माना जाएगा, ऐसी चेतावनी जापान ने दी है। उसी समय, ताइवान यह युक्रेन नहीं और चीन यह रशिया नहीं है, यह बताकर ताइवान ने अपनी रक्षा सिद्धता के बारे में आत्मविश्वास ज़ाहिर किया। ताइवान पर हमला चीन हज़म नहीं कर सकेगा, ऐसा ताइवान लगातार जता रहा है। 

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