चीन के लड़ाकू विमानों की ताइवान की सीमा में इस महीने में हुई १४ वीं घुसपैठ

ताइपे – चीन के तीन लड़ाकू विमानों ने ताइवान की हवाई सीमा में फिर से घुसपैठ की। पिछले १७ दिनों में चीन के विमानों ने ताइवान में की हुई यह १४ वीं घुसपैठ है। कुछ घंटे पहले ही ताइवान ने अमरीका के ‘इंडो-पैसिफिक फ्रेमवर्क’ में शामिल होने का ऐलान किया था। इसके बाद चीन के विमानों ने यह घुसपैठ करके ताइवान को इशारा दिया हुआ दिख रहा है।चीन, China, Taiwan, ताइवान, हवाई सीमा, इंडो-पैसिफिक फ्रेमवर्क, पिपल्स लिबरेशन आर्मी एअर फोर्स

China-Taiwan-incursionsचीन की ‘पिपल्स लिबरेशन आर्मी एअर फोर्स’ के तीन विमानों ने सोमवार को ताइवान की हवाई सीमा में घुसपैठ की। चीन की इलेक्ट्रॉनिक जासूसी एवं पनडुब्बिविरोधि इस घुसपैठ में शामिल थे। चीन ने इन विमानों को भगाने के लिए ताइवान ने रेडियो के ज़रिये संदेश जारी किया और साथ ही अपने लड़ाकू विमानों को रवाना किया। इसके साथ ही चीनी विमानों को इशारा देने के लिए हवाई सुरक्षा यंत्रणा भी सक्रिय की।

पिछले वर्ष चीन ने ताइवान की हवाई सीमा में ९६१ विमानों की घुसपैठ करवाई थी। इसके बाद नए वर्ष के पहले पंद्रह दिनों में ही चीन के ५० विमानों ने ताइवान में घुसपैठ की। चीन की घुसपैठ की यह बढ़ती घटनाएँ ताइवान पर हमले से पहले की रिहर्सल होने का दावा विश्‍लेषक कर रहे हैं। तो, दूसरी ओर चीनी मछुआरों के जहाजों के समावेश वाले ‘नेवल मिलिशिया’ भी ताइवान की समुद्री सीमा का लगातार उल्लंघन कर रही है।

चीन द्वारा ताइवान की हवाई और समुद्री सीमाओं में लगातार घुसपैठ ताइवान को धमकाने की कोशिश है। इसके साथ ही ताइवान की रक्षा क्षमता को कमजोर करने की कोशिश में चीन जुटा हुआ है, यह दावा विश्‍लेषक कर रहे हैं। चीन की ऐसी बढ़ती आक्रामकता को प्रत्युत्तर देने के लिए ताइवान अब अमरीका से अधिक पैट्रियॉट मिसाइलों खरीदने की तैयारी में है।

इसके साथ ही इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन की बढ़ती हरकतें और ‘बेल्ट ऐण्ड रोड इनिशिएटिव’ को चुनौती देने के लिए अमरीका की योजना में शामिल होने का ऐलान ताइवान ने किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.