अमरिकी विदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का तैवान दौरा शुरू

तैपेई – अमरिकी विदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारी केथ क्रैक गुरूवार की दोपहर तीन दिनों के दौरे के लिए तैवान पहुँचे। महीनेभर में अमरिकी वरिष्ठ अधिकारियों का तैवान का यह दूसरा दौरा है। बीते महीने में ही अमरिकी स्वास्थ्यमंत्री ऐलेक्स अज़ार ने तैवान की यात्रा की थी। इसके बाद अब फिरसे विदेश विभाग के अधिकारी को तैवान रवाना करके अमरीका ने चीन को कड़ा इशारा दिया है, ऐसा समझा जा रहा है। अमरिकी अधिकारी के इस तैवान यात्रा पर चीन ने तीव्र नाराज़गी व्यक्त की है और यह कृति उकसानेवाली है, ऐसा इशारा भी दिया है।

अमरिकी विदेश विभाग

वर्ष १९७९ में अमरीका ने तैवान से राजनीतिक संबंध तोड़कर चीन की ‘वन चायना पॉलिसी’ को मंजूरी दी थी। ऐसा होने पर भी अमरीका ने बीते चार दशकों से अनौपचारिक स्तर पर तैवान के साथ संबंध बनाए रखे हैं। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने बीते कुछ वर्षों में इस नीति में बदलाव लाने की कोशिशें की हैं। कोरोना की महामारी और चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत ने साउथ चायना सी एवं हाँगकाँग में शुरू की हुई गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर अमरीका तैवान के साथ नज़दिकीयां बढ़ाने लगा है। स्वास्थ्यमंत्री अझार और उनके बाद अब विदेश विभाग के अधिकारी क्रैक की तैवान यात्रा इसी के संकेत होने की बात साबित होती है।

क्रैक की यात्रा के लिए अमरीका ने तैवान के दिवंगत राष्ट्राध्यक्ष ली तेंग हुई के प्रति संवेदना व्यक्त करने का कारण आगे किया है। लेकिन, असल में केथ क्रैक अमरीका और तैवान की आर्थिक एवं व्यापारी बैठक की पूर्वतैयारी के लिए दाखिल होने की बात सामने आ रही है। उनके साथ विदेश विभाग के अधिकारियों समेत अन्य विभाग के अधिकारियों का शिष्टमंडल भी तैवान पहुँचा है। यह शिष्टमंडल तैवान की राष्ट्राध्यक्षा त्साई इंग वेन से भेंट करेगा। इसके अलावा यह अमरिकी शिष्टमंडल तैवान के अन्य विभागों के मंत्रियों एवं वरिष्ठ अधिकारीयों से भी भेंट करेगा, ऐसी जानकारी सूत्रों ने साझा की।

अमरिकी विदेश विभाग

अमरिकी शिष्टमंडल की इस तैवान यात्रा पर चीन ने तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ की है। अमरीका और तैवान के बीच किसी भी प्रकार के राजनयिक आदान प्रदान का चीन का कड़ा विरोध है। क्रैक को तैवान यात्रा पर भेजकर अमरीका ने ‘वन चायना नीति’ का उल्लंघन किया है। अमरीका की यह कृति उकसानेवाली है और इससे अमरीका-चीन संबंधों को झटका लगा है। चीन इस पर उचित प्रत्युत्तर देगा, यह इशारा चीन के विदेश मंत्रालय ने दिया है।

अमरिकी अधिकारियों का तैवान दौरा शुरू होते ही अमरीका ने तैवान को नए हथियार प्रदान करने से संबंधित समाचार सामने आया हैं। अमरीका ने इससे पहले ही तैवान के साथ ‘एफ-१६’ लड़ाकू विमान प्रदान करने से जुड़ा समझौता किया है। साथ ही तैवान में स्थित ‘पैट्रिऑट मिसाइल’ यंत्रणा प्रगत करने का निर्णय भी किया है। जून महीने के शुरू में अमरीका से ‘हार्पून मिसाइल्स’ की खरीद करने की तैयारी में तैवान जुटा होने की बात कही गई थी। अमरीका ने तैवान को टोर्पेड़ो प्रदान करने के लिए भी मंजूरी देने का समाचार प्रसिद्ध हुआ था। लेकिन, अब तैवान को नए मिसाइल्स और रॉकेट यंत्रणा एवं माईन्स, ड्रोन्स प्रदान करने से संबंधित प्रस्ताव तैयार होने की जानकारी अमरीका स्थित सूत्रों ने प्रदान की है।

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