भारत अमरीका में ईंधन का भंड़ारण करने का विचार कर रहा है – पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान

नई दिल्ली – आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ईंधन के दामों में रिकार्ड स्तर की गिरावट हुई हैं। इसी का लाभ उठाकर भारत ने ईंधन का भंड़ारण कर रहीं रिफायनरीज्‌ पुरी तरह से भर दी थीं। अब भारत अमरीका में भी ईंधन का भंड़ारण करने पर विचार कर रहा है, यह जानकारी पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने साझा की। माध्यमों से की बातचीत के दौरान पेट्रोलियम मंत्री ने सरकार के विचाराधीन होनेवाले इस प्रस्ताव की जानकारी प्रदान की।

भारत अपनी कुल ज़रूरत के ८० प्रतिशत ईंधन की आयात करता है। इसके लिए भारत के अरबों डॉलर्स खर्च होते हैं। इसी वज़ह से, आंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में ईंधन के दामों में गिरावट होने के बाद भारत ने ईंधन का भंड़ारण किया है। देश ने लगभग ३ करोड़ २० लाख टन ईंधन का पाईपलाईन, टैंक एवं टैंकरों में भंड़ारण किया है। अब यह भंड़ारण की क्षमता पूरी होने के बाद भारत ने अमरीका में ईंधन का भंड़ारण करने का विचार करना शुरू किया हैं, यह बात धर्मेद्र प्रधान ने कही। कुछ दिन पहले, ऑस्ट्रेलिया भी अमरीका में ईंधन का भंड़ारण करने की सोच में होने की ख़बरें प्राप्त हुई थीं। उसी प्रकार, भारत ने भी अब अमरीका में ईंधन का भंड़ारण करने का विचार शुरू किया है, यह बयान प्रधान ने किया।

इस दौरान जागतिक स्तर पर ईंधन के दामों में गिरावट होने से, सन २०१९-२० के वित्तीय वर्ष में देश के ईंधन की आयात करने का खर्च ९ प्रतिशत से कम होने की जानकारी सामने आयी थी। लेकिन, लॉकडाउन के नियम शिथिल करने के बाद, देश में ईंधन की माँग धीरे धीरे पहले के स्तर पर जा पहुँचेगी, ऐसा पेट्रोलियम मंत्री ने हाल ही मे कहा था।

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