जम्मू-कश्‍मीर में पुलवामा जैसे हमले की साज़िश नाकाम की गई – ५२ किलो विस्फोटक बरामद

श्रीनगर – सेनाप्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे जम्मू-कश्‍मीर का दौरा कर रहे थे तभी श्रीनगर-जम्मू महामार्ग के करीब ५२ किलो विस्फोटकों का भंड़ार बरामद हुआ है। इसके साथ ही राज्य में पुलावामा की तरह और एक हमला करने की साज़िश नाकाम की गई है। छह महीने पहले भी ऐसी ही एक साज़िश सुरक्षा बलों ने नाकाम की थी।

jammu-kashmirगुरूवार के दिन जम्मू-कश्‍मीर के गड़िकाल के कारेवार इलाके में सुरक्षा बलों ने सर्च मुहिम के दौरान पानी की टंकी में रखा ५२ किलो विस्फोटकों का भंड़ार बरादम किया। इस टंकी में १२५ ग्राम विस्फोटकों के ४१६ पैकेट रखे गए थे। दूसरी टंकी में रखे हुए ५० डिटोनेटर्स भी बरामद किए जाने की जानकारी सेना ने साझा की। इस कार्रवाई में बरामद हुए विस्फोटक ‘सुपर ९०’ वर्ग के हैं, ऐसी जानकारी सेना अधिकारी ने प्रदान की।

बीते वर्ष फ़रवरी में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले में ४० सैनिक शहीद हुए थे। इस हमले की ज़गह से मात्र नौ किलोमीटर दूरी पर गुरूवार को यह विस्फोटक बरामद हुए हैं। छह महीने पहले भी पुलवामा के करीब विस्फोटकों से भरी कार बरामद की गई थी। सुरक्षा बल की आशंका बढ़ने पर इस कार को बडी धीरज से पीछा करके बरामद पकडा गया था। सुरक्षा बलों ने पीछा करने पर एक सूनसान स्थान पर विस्फोटकों से भरी यह कार छोड़कर आतंकी भाग गए थे। इस कार में ४५ किलो विस्फोटक पाए गए थे। वे विस्फोटक आयईडी से जोड़े गए थे। सुरक्षा बलों ने इस गाड़ी को विस्फोट से नष्ट कर दिया।

jammu-kashmirबीते कुछ महीनों से जम्मू-कश्‍मीर में सुरक्षा बल आतंकियों के खिलाफ़ बड़ी आक्रामक कार्रवाई कर रहे हैं। गुरूवार के दिन भी सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्‍मीर में तीन आतंकियों को मार गिराया। इस वर्ष सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्‍मीर में की गई कार्रवाई में १७७ आतंकियों को ढ़ेर किया हैं, यह जानकारी जम्मू-कश्‍मीर के पुलिस महासंचालक दिलबाग सिंह ने प्रदान की।

सुरक्षा बलों की आक्रामक कार्रवाई की वजह से पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों की बेचैनी बढ गई है। यह संगठन जम्मू-कश्‍मीर में हमले करने की भरसक कोशिशें कर रहे हैं। लेकिन, सुरक्षा बलों की सतर्कता के कारण इनके हमलों की साज़िश नाकाम हो रही है।

इसी बीच, सेनाप्रमुख जनरल नरवणे जम्मू-कश्‍मीर का दौरा कर रहे हैं और नियंत्रण रेखा पर पहुँचकर उन्होंने युद्ध की तैयारी का ब्यौरा किया। साथ ही प्रतिकुल स्थिति में पाकिस्तान की गोलाबारी को मुँहतोड़ जवाब दे रहे सैनिकों के धैर्य की भी जनरल नरवणे ने सराहना की। इसके अलावा उन्होंने नियंत्रण रेखा पर सैनिकों द्वारा इस्तेमाल हो रही असरदार तकनीक का खास तौर पर संज्ञान लिया।

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