भारत-पाकिस्तान तनाव के लिए पाकिस्तान ज़िम्मेदार होने का ट्रम्प प्रशासन के अधिकारी का इल्ज़ाम

वॉशिंग्टन, दि. १२: ‘भारत और पाकिस्तान के बीच खराब हुए माहौल को पाकिस्तान ही जिम्मेदार है| जबतक पाकिस्तान अपनी आतंकी नीति छोड़ेगा नहीं और सन २०१६ में पठानकोट में भारतीय हवाईसेना के अड्डे पर हुए आतंकी हमले जैसे वाकयों की जाँच में कामयाबी नहीं होती, तब तक दोनो देशों के संबंध खराब ही रहेंगे| ऐसी स्थिति में यदि पाकिस्तान की भूमि से भारत पर बड़ा आतंकी हमला हुआ, तो दोनो देशों के बीच का तनाव बढ़ेगा’, ऐसी चिंता ट्रम्प प्रशासन ने जतायी है| इस दौरान पाकिस्तान के आतंकवादी भारतसमेत अफगानिस्तान में भी हमला करने के तैयारी में है, ऐसा इल्ज़ाम ट्रम्प प्रशासन ने लगाया है|

पाकिस्तान ही जिम्मेदार

अमरिकी काँग्रेस के सामने हुई सुनवाई के दौरान ‘नॅशनल इंटेलिजन्स’ के डायरेक्टर डॅनियल कोट्स ने पाकिस्तान की आतंकवादसमर्थक नीति पर कड़ा प्रहार किया| भारत में हमले करनेवाले आतंकी संगठनों को पाकिस्तान से आवश्यक वह सारा सहयोग मिल रहा है| पाकिस्तान की यह नीति न बदलने के कारण अब भारत का भी संयम ख़त्म होने की कगार पर है| ऐसे माहौल में, पाकिस्तान की भूमि से भारत पर यदि एक और आतंकी हमला हुआ, तो उसके ख़तरनाक नतीजे भुगतने पड़ेंगे, ऐसे कोटस् ने इस सुनवाई में स्पष्ट किया| साथ ही, इस तनाव के लिए पाकिस्तान के मग़रूर नीति ज़िम्मेदार है, ऐसा इल्ज़ाम कोट्स ने लगाया है| साथ ही, सन २०१७ में दोनो देशों के बीच का तनाव इससे भी अधिक मात्रा में बढ़ सकता है, ऐसी चिंता कोट्स ने जतायी|

भारत के साथ का यह तनाव ख़त्म करना हो, तो पाकिस्तान को अपनी आतंकवादसमर्थक नीति में बदलाव करना पड़ेगा| आतंकवादियों की मदद बंद करवाते हुए, सन २०१६ में हुए पठानकोट के आतंकी हमले की जाँच में कामयाबी मिल रही है, यह साबित करना पड़ेगा| पाकिस्तान के आतंकी संगठन ने पठानकोट के भारतीय हवाईसेना के अड्डे पर हमला किया था| इसके सबूत भी भारत ने पाकिस्तान के पास सौंप दिये थे| इस हमले की साज़िश पाकिस्तान में रची गयी, यह मान्य करने के बावजूद भी पाकिस्तान ने इस संदर्भ में कार्रवाई करना टाल दिया था| पाकिस्तान ने इन मामले के जाँच में प्रगति नहीं की, तो भारत के साथ संबंध सुधारकर दोनो देशों के बीच बातचीत शुरू होना मुश्किल है, ऐसे कोट्स ने ज़ोर देकर कहा है|

भारत का आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर का महत्त्व बढ़ रहा होकर, पाकिस्तान एकाकी बना दिखायी दे रहा है| इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए पाकिस्तान चीन की मदद लिये बिना नहीं रहेगा| इससे हिंद महासागर में अपना प्रभाव बढाने का अवसर चीन को मिलेगा, ऐसे अमरीका के ‘नॅशनल इंटेलिजन्स’ के डायरेक्टर ने आगे कहा| पाकिस्तान में चीन विकसित कर रहे ‘इकॉनॉमिक कॉरिडॉर’ प्रकल्प पर, भविष्य में पाकिस्तान के आतंकवादी हमले कर सकते हैं, ऐसी संभावना इस वक्त कोट्स ने जतायी है| पाकिस्तान अपने खिलाफ खडे रहे आतंकी संगठन पर कार्रवाई करके अंतर्गत सुरक्षा का मसला सुलझाने की कोशिश करेगा, लेकिन कुछ भी हो फिर भी, भारत और अफगानिस्तान में हमलें करनेवाले आतंकी संगठनों पर पाकिस्तान कार्रवाई नही करेगा, ऐसा निष्कर्ष डॅनियल कोट्स ने इन सुनवाई में जताया| पाकिस्तान की इस नीति की वजह से अमरीका के हितसंबंधो को बड़ा खतरा हुआ होने की बात पर कोट्स ने इस सुनवाई में ग़ौर फ़रमाया|

पाकिस्तान में आतंकवादियों को मदद करनेवालों पर अमरीका के प्रतिबंध

वॉशिंग्टन, दि. १२: मुंबई पर के आतंकी हमले का साजिशकर्ता हफीज सईद के ‘लश्कर-ए-तयब्बा’ और ‘जमात-उल-दवा’ के समेत तालिबान, अल-कुरान, ‘आयएसआय-खोरासान जैसे आतंकी संगठनों के लिए पैसा इकठ्ठा करनेवाले व्यक्तियों और संगठनों पर अमरीका ने प्रतिबंध डाले हैं| इनमे हयातुल्लाह गुलाम मोहम्मद (हाजी हयातुल्लाह), अली मोहम्मद अबू तुरब, इनायत-उर रहमान और उनके संगठन पर के प्रतिबंधों का समावेश है|

आतंकवादियों को की जानेवाली पैसों की आपूर्ति को खंडित करके, उन्हें घेरने की कोशिश के तौर पर यह फैसला किया गया, ऐसी जानकारी अमरीका के अर्थविभाग के ‘ऑफिस ऑफ फॉरिन ऍसेटस् कंट्रोल’ (ओएफएसी) के डायरेक्टर जॉन स्मिथ ने दी| अमरीका पाकिस्तान के तथा इस क्षेत्र के आतंकवादियों पर हमेशा ही सख्त कार्रवाई करते आयी है| प्रतिबंध लगाये गये व्यक्ति और संगठन के आतंकवादियों के साथ रहे संबंध उजागर होने के कारण, उसके अनुसार यह कदम उठाया गया, ऐसा दावा स्मिथ ने किया|

 

 

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