सौदी, यूएई और बहरीन इस्रायल का विरोध करनेवालों के बैरी बनते हैं – हौथी विद्रोहियों के संगठन प्रमुख का आरोप

Saudi-uae-israel-houthi-baharain-1सना – ‘सौदी अरब, यूएई और बहरीन तीनों इस्रायल और अमरीका के अधीन हैं| सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि इस्रायल से शत्रुता करने वाला देश या संगठन इन तीनों अरब देशों का बैरी बनता है’, यह आरोप येमन की हौथी संगठन का प्रमुख अब्दुल मलिक अल हौथी ने लगाया है| तथा सौदी, यूएई और बहरीन को इस्लामी देशों में शांति और स्थिरता नहीं चाहिये, ऐसी आलोचना भी अब्दुल मलिक ने की|

राष्ट्राध्यक्ष मन्सूर हादी की सरकार का तख्ता पलटकर येमन पर कब्ज़ा करने के लिए गृहयुद्ध शुरू करनेवाली विद्रोही हौथी संगठन के प्रमुख ने दो दिन पहले स्थानीय समाचार चैनल को साक्षात्कार दिया| इस दौरान हौथी संगठन के प्रमुख अब्दुल मलिक अल हौथी ने इस्रायल के साथ सौदी अरब, यूएई और बहरीन को फटकार लगायी| इसके लिए अब्दुल मलिक ने सौदी, यूएई और बहरीन के राष्ट्रप्रमुख का स्पष्टरूप से ज़िक्र किया|

‘क्षेत्रीय शांति और स्थिरता स्थापित करने का झूठा दावा करके बहरीन के अल खलिफा और यूएई के अल नह्यन की हुकूमत और सौदी के राजपरिवार ने इस्रायल से सहयोग स्थापित किया है| अमरीका और इस्रायल के अधीन होने से कुछ फरक नहीं पड़ता, ऐसी गलतफहमी इन अरब देशों की है’, ऐसी आलोचना अब्दुल मलिक अल हौथी ने की|

इसके बाद हौथी संगठन के प्रमुख ने अरब देशों पर गंभीर आरोप लगाए| ‘सौदी, यूएई और बहरीन में जुल्मी शासक बैठे हैं| इस्लामी देशों में शांति और स्थिरता स्थापित हो, ऐसी इच्छा इन तीनों देशों की नहीं है| बल्कि, अपना पैसा, माध्यम प्रचार और राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करके देशद्रोह का बीज बोने के लिए यह अरब देश पूरी तरह से ज़िम्मेदार हैं’, ऐसा आरोप अब्दुल मलिक ने लगाया|

इसके साथ ही सौदी यूएई और बहरीन तीनों इस्रायल का विरोध करनेवालों के बैरी बन जाते हैं, यह दावा हौथी के प्रमुख ने किया| ऐसे में इस्रायल के साथ सहयोग स्थापित कर रहे अरब देशों ने अपने प्रभाव वाले माध्यमों में पैलेस्टिनी सशस्त्र संगठनों का आतंकवादी के तौर पर ज़िक्र किया, ऐसा आरोप अब्दुल मलिक ने लगाया| अपने इस आरोप के लिए हौथी संगठन के प्रमुख ने किसी भी तरह का सबूत देने से इन्कार किया|

इसी बीच साल २०१५ से येमन की हादी सरकार और हौथी संगठन के बीच गृहयुद्ध जारी हैं| पिछले हफ्ते सौदी और संयुक्त राष्ट्रसंघ की पहल से येमन में युद्धविराम का ऐलान किया गया| लेकिन, तब तक राष्ट्राध्यक्ष हादी की सरकार के समर्थन में सौदी अरब, यूएई, बहरीन, इजिप्ट इन अरब मित्रदेशों के संगठन ने हौथी विद्रोहियों के विरोध में युद्ध शुरू किया था| इसी बीच सौदी और यूएई ने हौथी विद्रोहियों को आतंकी घोषित किया है|

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