अमरीका का यमन के हूती विद्रोहियों पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान

yemen-houthi-sanctions-us-3वॉशिंग्टन/सना – अमरीका ने यमन के हूती विद्रोहियों पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है| हूती विद्रोहियों को आर्थिक सहायता प्रदान कर रहे मध्यस्थों को एवं कंपनियों को इस माध्यम से लक्ष्य किया गया है, ऐसा कहा जा रहा है| इस वर्ष में बायडेन प्रशासन द्वारा हूतीयों पर प्रतिबंध लगाने का यह दूसरा अवसर है| हूती विद्रोही यूएई एवं सौदी के प्रमुख शहरों पर हमले कर रहे हैं, इसके बावजूद संयुक्त राष्ट्रसंघ सिर्फ देखने की भूमिका निभा रहा है, ऐसी आलोचना यूएई ने हाल ही में की थी| इसके बाद अमरीका हूती विद्रोहियों पर यह कार्रवाई करने के लिए मज़बूर हुई दिख रही है|

yemen-houthi-sanctions-us-2पिछले कुछ महीनों में हूती विद्रोहियों ने यूएई और सौदी पर हमले बढाए हैं| इन दोनों देशों पर ड्रोन हमले किए गए और मिसाइलों का हमला भी हो रहा है| कुछ दिन पहले यूएई ने संयुक्त राष्ट्रसंघ में यह मुद्दा उठाया था| यमन के हूती विद्रोहियों पर कार्रवाई एवं प्रतिबंधों को लेकर यूएई के राजदूत ने सवाल उठाए थे| इस पृष्ठभूमि पर अमरीका ने इन प्रतिबंधों का ऐलान करना ध्यान आकर्षित कर रहा है|

अमरीका के नए प्रतिबंधों में कुछ कंपनियॉं एवं जहाज़ों को लक्ष्य किया गया है| यह कंपनियॉं और जहाज़ों का नेटवर्क खाड़ी, एशिया और अफ्रिका के कारोबार के माध्यम से हूती विद्रोहियों को सहायता प्रदान कर रहे हैं, ऐसा आरोप अमरीका ने लगाया| ‘बार बार बातचीत का आवाहन करने के बावजूद हूती विद्रोही और उनके नेता यमन के पड़ोसी देशों पर मिसाइल और ड्रोन्स के हमले कर रहे हैं| इन हमलों में बेगुनाह नागरिक मारे जा रहे हैं’, यह आरोप लगाकर अमरीका के कोषागार विभाग ने इन प्रतिबंधों का समर्थन किया है|

yemen-houthi-sanctions-us-1कुछ महीने पहले अमरीका ने ही ईरान से जुड़े हूती विद्रोहियों को ‘टेरर लिस्ट’ से हटाया था| तब सौदी अरब, यूएई और अन्य अरब देशों के आवाहन की अमरीका ने परवाह नहीं की| अमरीका के निर्णय के बाद हूती विद्रोहियों ने अपने हमलों की तीव्रता बढ़ाई थी| इस पर तीव्र आलोचना होने की बात को ध्यान में रखते हुए अमरीका ने हौथी विद्रोहियों पर नए प्रतिबंध लगाने का निर्णय किया दिख रहा है| लेकिन, अमरीका की इस कार्यवाही पर खाड़ी क्षत्र के मित्रराष्ट्र ज्यादा संतुष्ट ना होने की बात स्पष्ट हो रही है|

ऐसें में अमरीका फिर से हूती को आतंकी घोषित करे, इसके लिए सौदी और यूएई लगातार कोशिश कर रहे हैं| लेकिन, बायडेन प्रशासन इसे अनदेखा कर रहा है| बायडेन प्रशासन के इन अनदेखी से ही हूती विद्रोहियों को अधिक ताकत प्राप्त हो रही है, यह आरोप खाड़ी के देश लगा रहे हैं| 

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