तुर्की के व्यापार पर सौदी का अघोषित बहिष्कार – लंदन स्थित वृत्तसंस्था का दावा

रियाध – तुर्की के साथ किसी भी प्रकार का व्यापार ना करें, ऐसें आदेश सौदी अरब ने स्थानिय व्यापारी गुट को दिए हैं। साथ ही सौदी ने तुर्की से सामान भरकर आ रहें ट्रक्स सीमा पर रोके जा रहे हैं। तुर्की पर आर्थिक दबाव बढ़ाने के लिए सौदी ने यह गतिविधियां शुरू की हैं, ऐसा दावा लंदनस्थित वृत्तसंस्था ने किया हैं। पिछले कुछ महीनों से बने तीव्र मतभेदों की पृष्ठभूमि पर तुर्की पर बहिष्कार करने के लिए सौदी की यह कोशिश जारी होने की बात इस वृत्तसंस्था ने कही हैं।

Turkey-Saudiफल, सब्ज़ी भरकर सीमा पर पहुँचे ट्रक्स, कंटेनर्स एवं गाडियों को सौदी की सीमा में प्रवेश करने नही दिया जा रहा हैं, ऐसी शिक़ायत तुर्की के अधिकारी कर रहे हैं। तुर्की के ट्रक्स एवं ‘मेड इन तुर्की’ की मोहर होनेवाले सामान पर सौदी की यह कार्रवाई शुरू होने का आरोप इन अधिकारियों ने किया हैं, ऐसा लंदन स्थित यह वृत्तसंस्था कह रही हैं। इस मुद्दे पर तुर्की के व्यापारमंत्री ने सौदी अरब के व्यापारमंत्री से चर्चा भी की हैं। लेकिन, सौदी के इस अघोषित व्यापारी बहिष्कार पर असर ना होने की आलोचाना यह अधिकारी कर रहे हैं।

इस दौरान सौदी के सरकारी अधिकारी ही व्यापारी वर्ग से संपर्क करके तुर्की की कंपनियों के साथ किसी भी तरह के सहयोग ना रखने के इशारें दे रहे हैं, ऐसा दावा तुर्की स्थित ‘दुनिया’ नामक अख़बार ने किया हैं। सरकारी आदेशों का उल्लंघन करने पर बड़ी दंड़ करने का इशारा भी सौदी ने दिया होने की बात तुर्की के अख़बार ने कही हैं। सौदी ने अधिकृत स्तर पर तुर्की के सामान पर बहिष्कार किया तो वह जागतिक व्यापार संगठन के नियमों का उल्लंघन साबित होगा और सौदी पर प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई हो सकती हैं। साथ ही सौदी से हर्ज़ाना वसुल करने की कार्रवाई भी तुर्की कर सकता हैं। यह कहकर तुर्की के अख़बार ने यह आरोप किया हैं कि, सौदी अरब तुर्की पर अघोषित बहिष्कार कर रहा हैं।

तुर्की के सामान के साथ ही सौदी की बड़ी कंपनियों में वरिष्ठ पदों पर काम कर रहें तुर्की के नागरिकों के विरोध में भी सौदी की सरकार कार्रवाई कर रही हैं, यह आरोप भी इस अख़बार ने किया हैं। तभी सौदी के पाठ्यक्रम मे ‘ऑटोमन साम्राज्य’ का ज़िक्र हटाकर ‘ऑटोमन वर्चस्ववाद’ यह बदलाव किया गया हैं। साथ ही रियाध में ऑटोमन सुल्तान सुलेमान से दिया गया नाम भी बदला गया था। सौदी के शाही परिवार के वरिष्ठ सदस्यों ने भी तुर्की पर बहिष्कार करने की भूमिका खुलेआम स्वीकारी थी।

Turkey-Saudiवर्ष २०१८ में तुर्की में पत्रकार जमाल खशोगी की हुई हत्या के बाद सौदी और तुर्की के बीच तनाव बढ़ने का दावा किया जा रहा हैं। खशोगी की हत्या के लिए सौदी के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ज़िम्मेदार होने का आरोप तुर्की ने किया था। तभी से सौदी ने तुर्की से हो रही आयात पर बहिष्कार करना शुरू किया था, यह बात लंदन स्थित वृत्तसंस्था ने कही हैं। तुर्की के सरकारी एवं नीजि कंपनियों को भी सौदी में निवेश करने का अवसर देने से इन्कार होने की बात हो रही हैं। लेकिन, सौदी और तुर्की के बीच बने इस तनाव के पीछे खशोगी की हत्या यह एकमात्र कारण ना होने की बात खाड़ी क्षेत्र के कुछ माध्यम कह रहे हैं।

कुछ वर्ष पहले खाड़ी क्षेत्र में अरब देशों के विरोध में ईरान-कतार ऐसा विवाद शुरू हुआ था तभी तुर्की ने कतार का समर्थन किया था। येमन के संघर्ष में भी तुर्की ने ईरान का समर्थन प्राप्त होनेवाली हौथी बागियों का समर्थन किया था। तभी, सीरिया के संघर्ष में भी तुर्की ने अमरीका, नाटो और अरब देशों के विरोध में चरमपंथियों का समर्थन किया हैं। साथ ही लीबिया के संघर्ष में भी तुर्की ने सौदी और अरब देशों का समर्थन प्राप्त होनेवाले हफ्तार बागियों के विरोध में भूमिका निभाई हैं। लीबिया के संघर्ष में तुर्की ने इजिप्ट और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) इन देशों को धमकाने के ख़बरें भी सामने आयी थी। इस वज़ह से सौदी के साथ ही अन्य अरब देश भी तुर्की के विरोध में खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं।

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