सौदी और ईरान का पाकिस्तान को झटका

इस्लामाबाद/रियाध/तेहरान – विश्‍वभर में इस्लामी देशों का नेतृत्व करने की महत्वाकांक्षा रखनेवाले तुर्की के साथ मित्रता बढ़ा रहे पाकिस्तान को सौदी अरब और ईरान ने झटका दिया है। सौदी और ईरान में भारत के विरोध में ‘ब्लैक डे’ मनाने की पाकिस्तान कर रहा कोशिश इन दोनों देशों ने नाकाम करने की बात सामने आ रही है। यह नाकामी और प्रधानमंत्री इम्रान खान और विदेशमंत्री शहा महमूद कुरेशी की गलत विदेश नीति की वजह से पाकिस्तान अब मुँह छुपाने के लिए मज़बूर हुआ है, ऐसी आलोचना पाकिस्तानी माध्यम कर रहे हैं।

Saudi-Iran-Pakistanपाकिस्तान ने कश्‍मीर के लिए २७ अक्तुबर के दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ‘ब्लैक डे’ आयोजित करने की तैयारी की थी। इसके लिए विश्‍वभर के भारतीय दूतावासों के सामने प्रदर्शन आयोजित करके भारत के विरोध में दुष्प्रचार करने की साज़िश पाकिस्तान ने रची थी। लेकिन, पाकिस्तान की यह साज़िश पूरी तरह से नाकाम हो गई। पश्‍चिमी देशों की तरह ही खाड़ी क्षेत्र के इस्लामी देशों में भी भारत के विरोध में ‘ब्लैक डे’ मनाने का ‘प्लैन’ रद करने के लिए पाकिस्तान मज़बूर होने की खबरें सामने आ रही हैं।

ईरान की राजधानी तेहरान में स्थित विश्‍वविद्यालय में भारत के विरोध में ‘ब्लैक डे’ मनाने का पाकिस्तानी दूतावास का प्रस्ताव ईरान की सरकार ने ठुकराया है। पाकिस्तान के दूतावास को इस मुद्दे पर ‘वेबिनार’ आयोजित करने की अनुमति बड़ी मुश्‍किलों से प्राप्त हुई। लेकिन, पाकिस्तानी दूतावास के ‘वेबिनार’ आयोजित करने की कोशिश भी बड़ी कामयाब ना होने का दावा किया जा रहा है। तभी, सौदी अरब ने रियाध में पाकिस्तानी दूतावास और जेद्दाह स्थित पाकिस्तानी उच्चायुक्तालय को अपनी इमारतों के अहाते में भी इस कार्यक्रम का आयोजन करने की अनुमति प्रदान नहीं की। सौदी और ईरान इस्लामी जगत का नेतृत्व कर रहे दो प्रभावी देशों ने पाकिस्तान की भारत विरोधी साज़िश नाकाम की है और इसके लिए पाकिस्तान की तुर्की के साथ बढ़ रही मित्रता ज़िम्मेदार होने का दावा किया जा रहा है।

Saudi-Iran-Pakistanइस्लामी देशों का नेतृत्व अपने हाथ में लेने की उम्मीद तुर्की का सियासी नेतृत्व रखता है और इसके लिए तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने पाकिस्तान को साथ लिया है। इम्रान खान की सरकार भी तुर्की की इन कोशिशों का समर्थन कर रही है। इस वजह से क्रोधित हुए सौदी ने पाकिस्तान को उसकी जगह दिखाना शुरू किया है और पाकिस्तान को प्रदान किया हुआ अरबों डॉलर्स के कर्ज की वसूली भी शुरू की है। सौदी के इस विरोध के लिए प्रधानमंत्री इम्रान खान और विदेशमंत्री कुरेशी की गैरज़िम्मेदाराना नीति ज़िम्मेदार है, यह आलोचना पाकिस्तान में हो रही है। प्रधानमंत्री इम्रान खान की नई विदेश नीति ने पाकिस्तान का आत्मघात किया है और तुर्की के साथ मित्रता करने के कारण पाकिस्तान पुराने मित्र खो रहा है, ऐसी नाराज़गी पाकिस्तानी माध्यम व्यक्त कर रहे हैं।

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