ग्रीस और सौदी अरब के नियोजित युद्धअभ्यास के कारण तुर्की में खलबली – अभ्यास के लिए सौदी ‘एफ-१५’ लड़ाक़ू विमान भेजेगा

अथेन्स/अंकारा – भूमध्य सागरी क्षेत्र में तुर्की को हरकतों पर रोक लगाने के लिए आक्रामक गतिविधियाँ करनेवाले ग्रीस ने तुर्की को एक और झटका दिया है। नज़दीकी समय में भूमध्य सागरी क्षेत्र में ग्रीस और सौदी अरब के बीच संयुक्त लष्करी अभ्यास होनेवाला है, ऐसी ख़बर ग्रीक प्रसारमाध्यमों ने दी थी। क्रेटे द्वीप पर होनेवाले अभ्यास के लिए सौदी अरब ‘एफ-१५’ लड़ाक़ू विमान भेजनेवाला है, इस ख़बर ने तुर्की में खलबली मचा दी है। सौदी के लड़ाक़ू विमानों की ग्रीक अड्डे पर की तैनाती तुर्की के लिए ख़तरा साबित हो सकता है, ऐसा दावा तुर्की के माध्यमों द्वारा किया गया है।

saudi-greece-turkeyभूमध्य सागरी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर ईंधन के भंड़ार हैं, यह बात आन्तर्राष्ट्रीय सर्वेक्षण और रिपोर्ट्स के ज़रिये सामने आयी है। उनमें से अधिक से अहिक क्षेत्र पर कब्ज़ा करने के लिए तुर्की ने क़ारनामे शुरू किये हैं। भूमध्य सागर में ग्रीस तथा सायप्रस के अधिकार में होनेवाले क्षेत्र पर, अपना ही हक़ होने के दावें तुर्की द्वारा किये जा रहे हैं। पिछले साल तुर्की ने ‘नॅव्हटेक्स अलर्ट’ जारी करके अपना ‘ओरुक रेईस’ यह ‘रिसर्च शिप’ दो जहाज़ों समेत भूमध्य सागरी क्षेत्र में संशोधन के लिए तैनात किया था। उसके बाद अपना वर्चस्व जताने के लिए तुर्की ने इस भाग में लगातार युद्धअभ्यास भी किये थे।

तुर्की की इस आक्रामकता को प्रत्युत्तर देने के लिए ग्रीस ने भी गतिविधियाँ तेज़ कीं हैं। अगस्त महीने से ग्रीस ने अमरीका, फ्रान्स तथा युएई के साथ स्वतंत्र रूप में रक्षाअभ्यास किये हैं। नवम्बर महीने में भूमध्य सागरी क्षेत्र में हुए बहुराष्ट्रीय अभ्यास में ईजिप्ट, सायप्रस, फ्रान्स तथा संयुक्त अरब अमिरात (युएई) ये देश भी सहभागी हुए थे। इस अभ्यास में सौदी अरब निरीक्षक देश के तौर पर सहभागी हुआ था। ये घटनाएँ, ग्रीस द्वारा तुर्की की हरक़तों पर रोक लगाने के लिए सहयोगी देशों के साथ व्यापक मोरचा बनाने की कोशिशों का भाग मानीं जातीं हैं।

तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन की, खाड़ी क्षेत्र समेत इस्लामी जगत का नेतृत्त्व करने की महत्त्वाकांक्षा होकर, उसके लिए वे तेज़ी से गतिविधियाँ कर रहे हैं। लेकिन उनकी कोशिशों को सौदी अरब तथा ईजिप्ट जैसे देशों का तीव्र विरोध होकर, इस मुद्दे पर संबंधित देशों के बीच कई बार अनबन हुई है। इस बात को मद्देनज़र रखते हुए, ग्रीस ने तुर्की को विरोध करनेवाले देशों के साथ संबंध मज़बूत बनाने की शुरुआत की है। पिछले कुछ महीनों में तुर्की ने फ्रान्स, युएई तथा इस्रायल इन देशों के साथ व्यापक रषा समझौता करके तुर्की को उचित संदेश दिया था। अब सौदी के साथ अभ्यास के संकेत देकर ग्रीस ने तुर्की को एक और झटका दिया दिख रहा है।

saudi-greece-turkeyग्रीक प्रसारमाध्यमों ने दी जानकारी के अनुसार, ग्रीस और सौदी अरब के बीच लष्करी अभ्यास भूमध्य सागरी क्षेत्र स्थित क्रेटे द्वीप पर संपन्न होनेवाला है। उसके लिए इस द्वीप पर होनेवाले ‘सौदा बे’ इस भव्य नौसेना अड्डे पर सौदी के ‘एफ-१५’ ये लड़ाक़ू विमान दाख़िल हो सकते हैं, ऐसा ग्रीक माध्यमों ने कहा है। ग्रीस के हवाईबल के वैमानिकों को भी इन विमानों का अभ्यास करने का अवसर मिलेगा, ऐसा भी कहा जाता है। ग्रीस की ये गतिविधियाँ तुर्की का सिरदर्द बढ़ानेवालीं होने का दावा तुर्की विश्‍लेषक तथा माध्यमों ने किया है।

इसी बीच, पिछले हफ़्ते ‘एजिअन सी’ सागरी क्षेत्र में ‘कॅलिम्नॉस’ द्वीपों के पास तुर्की कोस्टगार्ड ने ग्रीक जहाज़ों को धमकाया होने की ख़बर सामने आयी है। यह घटना दो देशों के बीच बने तनाव में अधिक बढ़ोतरी करनेवाली हो सकती है, ऐसी संभावना जतायी गयी है।

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