सलाहुद्दीन द्वारा भारत को परमाणु युद्ध की धमकी

कराची, दि. ८ (वृत्तसंस्था) – ‘भारत और पाकिस्तान में तीन बार युद्ध हो चुके हैं| कश्मीर मुद्दे पर यदि पाकिस्तान ने साथ दिया, तो भारत के साथ परमाणुयुद्ध शुरू किया जा सकता है’ ऐसी धमकी ‘हिजबुल-मुजाहिद्दीन’ इस आतंकी संगठन के प्रमुख सय्यद सलाहुद्दीन ने दी है| पाकिस्तान के कराची शहर में आयोजित पत्रकार परिषद में सलाहुद्दीन बात कर रहा था| आंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी क़रार दिया गया सलाहुद्दीन खुलेआम भारत को परमाणु युद्ध की धमकी दे रहा है यह देखकर, स्वाभाविक रूप से भारत से इसपर तीव्र प्रतिक्रिया आयी है| केंद्रीय सूचना एवं प्रसारणमंत्री व्यंकय्या नायडू ने, ‘कश्मीर मुद्दे पर बात करने का हक़ सलाहुद्दीन को किसने दिया?’ ऐसा सवाल उपस्थित किया है|

सलाहुद्दीन‘कश्मीर के लिए जारी जंग में पूरी तरह सहयोग देने के लिए पाकिस्तान संवैधानिक दृष्टि से, राजनीतिक दृष्टि से ओर नैतिक दृष्टि से कटिबद्ध है| पाकिस्तान अपनी यह ज़िम्मेदारी निभा भी रहा है| आनेवाले समय में पाकिस्तान यदि इसी तरह, कश्मीर के लिए जारी जंग में सहयोग देता रहेगा, तो भारत और पाकिस्तान के बीच जंग छिड़ सकती है| अब तक दोनो देशों के बीच तीन युद्ध हुए हैं| लेकिन दोनों देशों में कश्मीर के लिए होनेवाला चौथा युद्ध, यह परमाणुयुद्ध होगा’ ऐसा दावा सलाहुद्दीन ने किया है| साथ ही, सलाहुद्दीन ने इस पत्रकार परिषद में संयुक्त राष्ट्र संगठन का भी मज़ाक उडाया है|

कश्मीर के लिए जारी जंग में यदि कोई भी साथ न देब्, तो भी दिक्कत नहीं है| कश्मीरी जनता ख़ून की आख़िरी बूँद तक संघर्ष करती रहेगी, ऐसा दावा सलाहुद्दीन ने किया है| भारत के केंद्रीय सूचना एवं प्रसारणमंत्री व्यंकय्या नायडू ने, सलाहुद्दीन के इस धमकी पर प्रतिक्रिया दी है| ‘कौन है यह सलाहुद्दीन? उसको कश्मीर मुद्दे पर बोलने का अधिकार किसने दिया?’ ऐसे सवाल नायडू ने किए हैं| साथ ही, भारत को धमकी देकर कुछ भी हासिल नहीं होगा, ऐसा भी नायडू ने कहा|

सलाहुद्दीन जैसे आतंकी शोहरत पाने के लिए इस तरह की बाते करते रहते हैं| लेकिन ऐसे लोगों को प्रोत्साहन देनेवाले पाकिस्तान ने अब इसपर गंभीरता से सोचने का समय आया है, ऐसी चेतावनी नायडू ने दी| पिछले कुछ सप्ताहों से, सय्यद सलाहुद्दीन और हफ़ीज़ सईद ये आतंकी नेता कश्मीर के सिलसिले में भडकाऊ बयान करते हुए भारत को खुलेआम धमकी दे रहे हैं| इसको पाकिस्तान सरकार की मूक सहमति है, ऐसा स्पष्ट हो रहा है| इन आतंकवादियों का कश्मीर के सिलसिले में मुँह खुलवाकर पाकिस्तान की काफ़ी बड़ी हानि हो रही है, ऐसी आलोचना खुद पाकिस्तान के विश्‍लेषकों द्वारा की जा रही है| लेकिन पाकिस्तान की नीति पर इसका कोई भी असर नहीं हो रहा है|

सार्क परिषद के लिए पाकिस्तान गये भारतीय गृहमंत्री के खिलाफ़ सय्यद सलाहुद्दीन और हफ़ीज़ सईद ने, जगहजगह प्रदर्शन और रॅलियों का आयोजन किया था| पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय से ज़्यादा ये आतंकी नेता ही काश्मीर के सवाल पर बात कर रहे हैं| इस वजह से, ‘आतंकवाद का खुलेआम समर्थन करनेवाला देश’ ऐसी पाकिस्तान की आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बदनामी हो रही है| इस घटना को गंभीरता से लेते हुए अमरीका और अन्य देश, ‘पाकिस्तान अपने देश में जो आतंकवादी हैं, उनपर कड़ी कार्रवाई करें’ ऐसी माँग और भी तीव्र कर रहे हैं।

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