रशिया को युरोप का ही हिस्सा रखना चाहते हैं रशियन राष्ट्राध्यक्ष : इस्रायल के पूर्व प्रधानमंत्री का दावा

जेरुसलेम/मॉस्को, दि. ८ (वृत्तसंस्था) – ‘रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन और मेरी कई बार भेंट हो चुकी है| राष्ट्राध्यक्ष पुतिन को, रशिया को युरोप के दुश्मन के तौर पर नहीं, बल्कि उसका हिस्सा बना हुआ  देखना है’ ऐसा दावा इस्रायल के पूर्व प्रधानमंत्री और नोबेल विजेता शिमॉन पेरेस ने किया है|

moscow-putin- राष्ट्राध्यक्ष पुतिनयुक्रेन के मसले पर रशिया और युरोप के बीच काफ़ी तनाव है और इस वजह से, रशिया और पश्‍चिमी देशों में शीतयुद्ध शुरू है, ऐसी चेतावनी भी दी जा चुकी है| इस पृष्ठभूमि पर, इस्रायल के वरिष्ठ नेता द्वारा जारी किया गया बयान ग़ौरतलब साबित हो रहा है|

रशिया के ‘आरटी’ नामक चैनल से की हुई बातचीत में पेरेस ने, रशिया-अमरीका संबंध, सीरियन संघर्ष, इस्रायल-पॅलेस्टाईन शांतिचर्चा, आयएस और युरोप में हो रहें आतंकी हमलें, इन जैसे मसलों पर अपनी भूमिका विशद की| आंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा रशिया और युरोप के संबंधों के बारे में हमेशा दावा किया जाता है कि रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन युरोपीय देशों पर हमले की योजना तैयार कर रहे हैं|

इस्रायल के नेता पेरेस ने अपनी मुलाकात के दौरान यह दावा पूरी तरह खारिज कर दिया है| उन्होंने कहा कि पुतिन और उनकी कई बार भेंट हुई है| युरोप के बारे में पुतिन को क्या लगता है, इस बारे में उन्हें पता होने का दावा भी पेरेस ने किया| इस्रायली नेता ने कहा कि पुतिन को दिल से यह लगता है कि रशिया और युरोप में संघर्ष ना हों और रशिया युरोप के हिस्से की तरह रहें|

युक्रेन के मसले पर, रशिया और अमरीका में शीतयुद्धकालीन स्थिति निर्माण हुई है, ऐसा कहा जाता है| लेकिन पेरेस ने इस बात को स्पष्ट रूप से नकारा| उन्होंने कहा कि दोनो देशों को जंग लडने की इच्छा नहीं है| पेरेस ने सन १९६२ का ‘क्युबा मिसाईल क्रायसिस’ और सन २०११ में रशिया-अमरीका संबंधो में हुआ ‘रिसेट’ का हवाला देते हुए, दोनों में सहयोग की संभावना जताई|

पेरेस ने आगे बताया कि ‘रशिया और अमरीका में झगडा शुरू है| इसका कारण दोनों देशों के नेतृत्व को जनता के सामने यह बात साबित करनी है कि उनका पक्ष ही सही है| असली शीतयुद्ध ज़मीन के लिए, किसी प्रकार के स्रोत या धन के लिए नहीं है, बल्कि यह अमरीका और रशिया के नेतृत्व के बीच चल रहा संघर्ष है| दोनों देशों के नेतृत्व यह बताना चाहते हैं कि खुद की व्यवस्था दूसरे से अच्छी है|’

सीरिया मसले पर रशिया और अमरीका एकदूसरे के साथ सहयोग करते हुए हल निकालेंगे, ऐसा दावा भी, दो बार इस्रायल के राष्ट्राध्यक्ष रह चुके पेरेस ने किया| पेरेस ने आगे कहा कि ‘कौन किसका झंड़ा लेकर घूम रहा है या कौन क्या बोल रहा है, इसपर ध्यान ना देते हुए, दोनों भी देश सीरिया की स्थिति पर चर्चा कर रहे हैं| शांति प्रस्थापित किये बिना ये दोनों देश उनकी समस्या पर भी हल नही निकाल सकते|’

‘आयएस’ की आलोचना करते हुए शिमॉन पेरेस ने कहा कि यह संगठन ‘नॉनस्टेट ऍक्टर’ है और अब ज़्यादा समय नहीं टिक पायेगा| आयएस की विचारधारा पिछड़ी होने का दावा भी उन्होंने किया है|

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