यूक्रेन के बंदरगाहों पर रशिया के तूफानी हमले – यूक्रेन का नया आरोप

मास्को/किव – अक्टूबर महीने के शुरू तक यूक्रेन की जवाबी हमले करने की क्षमता नष्ट करने के लिए रशिया ने जोरदार हमले किए हैं। इसमें रशिया अब यूक्रेन के बंदरगाहों पर तूफानी हमले कर रही हैं, ऐसा आरोप लगाना यूक्रेन ने शुरू किया है। रशिया के हमलों की तीव्रता बढ़ने के साथ ही यूक्रेन ने अपने मिसाइल बना रहे कारखानों को अन्य देश में स्थापीत करने की तयारी जुटाई है। यह कारखाने रशिया के हमले में नष्ट होने की आशंका से परेशान यूक्रेन यह निर्णय कर रहा है। इसके पहले यूक्रेन का हिस्सा रहे डोनेत्स्क, लुहान्स्क, झैपोरिझिया और खेर्सन को रशियन क्षेत्र का हिस्सा बनाने की घटना का एक वर्ष पूरा हुआ है। इसकी याद ताज़ा करके रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने इसकी वर्षगांठ पर आनंद व्यक्त किया है।

यूक्रेन ने रशिया के बेलगोरोड प्रात पर नौ मिसाइलों से हमला किया था। लेकिन, इन सभी मिसाइलों को नष्ट करने में रशियन यंत्रणा कामयाब हुई, ऐसी जानकारी रशिया दे रही है। लेकिन, आगे के समय में यूक्रेन इस तरह के हमले कर ही नहीं सकेगा, इसी दिशा में रशिया ने जोरदार गतिविधियां शुरू की हैं। इसके अनुसार रशियन सेना ने यूक्रेन पर जारी हमलो की तीव्रता प्रतिदिन बढ़ाने की आक्रामक सैन्य नीति अपनाई है। खास तौर पर रशिया अपने बंदरगाहों को लक्ष्य कर रही हैं, ऐसी शिकायत यूक्रेन करने लगा है। साथ ही यूक्रेन की बुनियादि सुविधाओं पर हमले करके रशिया इन्हें तबाह कर रही हैं, ऐसे आरोप यूक्रेन ने लगाए हैं।

ऐसी स्थिति में मिसाइल निर्माण कर रहे कारखानों पर रशिया जोरदार हमले करेगी, यह ड़र यूक्रेन को सता रहा है। इसी वजह से यह कारखाने दूसरे देश में स्थापित करने की गतिविधियां शुरू होने की बात यूक्रेनी सेना अधिकारी ने कही है। लेकिन, इसकी अधिक जानकारी साझा करने से उन्होंने इनकार किया। लेकिन, आगे के समय में यूक्रेन को अमरीका और नाटो सदस्य देशों से प्राप्त हुए हथियारों पर ही हमले करने की योजना रशिया ने बनाई है और इसके अनुसार हमले भी किए हैं। इससे यूक्रेन को नुकसान पहुंचने का दावा रशियन सेना अधिकारी कर रहे हैं।

इसी बीच, पिछले ३० सितंबर को यूक्रेन के डोनेत्स्क, लुहान्स्क, झैपोरिझिआ और खेर्सन क्षेत्र को यूक्रेन के तोड़कर रशिया ने अपना हिस्सा अपना हिस्सा बनाया था। यह चारों प्रांत अब रशियन युनियन का हिस्सा होने का अहम ऐलान रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने तब किया था। डोनेत्स्क, लुहान्स्क, झैपोरिझिआ और खेर्सन रशिया का अंग होने से इनपर हुआ हमला रशिया पर किया हमला समझा जाएगा, यह घोषणा भी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने की थी। यह चारों प्रांत रशिया का हिस्सा होने की वर्षगांठ हुई है, यह कहकर राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने शनिवार को संतोष व्यक्त किया।

पहले रशिया का ही अंग रहे यह चार प्रांत फिर से अपने मुल देश का हिस्सा हुए हैं, यह बड़ी आनंद की बा है। डोनेत्स्क, लुहान्स्क, झैपोरिझिआ और खेर्सन की जनता ने अपने मुल देश में लौटने का स्वागतार्ह निर्णय किया है, इसकी याद रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने ताज़ा की। इन चारों प्रांतों का रशिया में विलयन करने से पहले वहां सार्वमत किया गया था, इसपर भी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

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