रशिया ने अफ्रीका के इथियोपिया में किया ‘क्रिप्टो माइनिंग हब’ का निर्माण -विदेश मंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह ट्युनिशिया दौरे पर दाखिल

आदिस अबाबा/ट्युनिस – रशिया के प्रौद्योगिकी क्षेत्र की शीर्ष कंपनी ‘बिट क्लस्टर’ ने अफ्रीका के इथियोपिया में ‘क्रिप्टो माइनिंग हब’ का निर्माण किया है। अगले कुछ महीनों में यह हब कार्यरत होगा, ऐसी जानकारी कंपनी ने साझा की है। इस प्रकल्प की वजह से अफ्रीका में क्रिप्टोकरन्सी का इस्तेमाल और संबंधित उद्योग को बड़ी गति प्राप्त होगी, ऐसा दावा रशियन और अफ्रीकी विश्लेषकों ने किया है। इसी बीच रशिया के विदेश मंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह ट्युनिशिया के दौरे पर दाखिल हुए हैं। अफ्रीका एवं पश्चिमी जगत के बीच बढ़ रहे तनाव की पृष्ठभूमि पर उनका यह दौरा ध्यान आकर्षित कर रहा है।

रशिया ने अफ्रीका के इथियोपिया में किया ‘क्रिप्टो माइनिंग हब’ का निर्माण -विदेश मंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह ट्युनिशिया दौरे पर दाखिलयूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर अफ्रीकी देश रशिया का बहिष्कार करें, रशिया को अलग-थलग करे, इस इरादे से अमेरिका और मित्र देशों ने दबाव नीति का इस्तेमाल किया था। बायडेन प्रशासन ने अफ्रीकी देशों को आगाह भी किया था। लेकिन, इसके बावजूद अफ्रीकी देशों ने पश्चिमियों का दबाव ठुकराकर रशिया के साथ ताल्लुकात बढ़ाए थे। कुछ महीने पहले आयोजित रशिया-अफ्रीकी समिट में अफ्रीकी महाद्वीप के कुल ३० से भी अधिक देशों के राष्ट्रप्रमुख शामिल हुए थे। इस बैठक में अफ्रीकी देशों के राष्ट्रप्रमुखों की देखी गई बड़ी मौजुदगी ने पश्चिमी देशों को बड़ा झटका दिया है और इससे रशिया का राजनीतिक लाभ प्राप्त होने का दावा किया जा रहा है।

रशिया ने अफ्रीकी देशों के साथ सैन्य एवं द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने की जोरदार कोशिश शुरू की है। यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर ‘ग्रेन डील’ करने की कोशिश नाकाम होने के बाद रशिया ने अफ्रीकी देशों को अनाज़ की मुफ्त आपूर्ति करना शुरू किया था। अफ्रीका के कुछ देशों में फिलहाल रशिया की निजी सैन्य कंपनी के दल भी तैनात किए गए हैं।रशिया ने अफ्रीका के इथियोपिया में किया ‘क्रिप्टो माइनिंग हब’ का निर्माण -विदेश मंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह ट्युनिशिया दौरे पर दाखिल

पिछले कुछ सालों में रशियन कंपनियों ने अफ्रीका में खनिज क्षेत्र के साथ प्रौद्योगिकी एवं अन्य क्षेत्र में भी निवेश करना शुरू किया है। इथियोपिया में स्थापित किया गया १२० मेगावैट क्षमता के ‘डाटा सेंटर’ उसी कोशिश का हिस्सा बनता है। इस केंद्र को इथियोपिया ने नाइल नदी पर निर्माण किए ‘ग्रैण्ड इथियोपियन रेनेसन्स डैम’ से तैयार होने वाली बिजली की आपूर्ति होगी।

इसी बीच, रशिया के विदेश मंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह अफ्रीका के ट्युनिशिया के दौरे पर दाखिल हुए हैं। इस्रायल-हमास युद्ध सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर फिलहाल अफ्रीकी महाद्वीप और पश्चिमी देशों के बीच तनाव का माहौल बना है। ऐसे में रशिया ने इस महाद्वीप के देशों के साथ ताल्लुकात बढ़ाना ध्यान आकर्षित करता है।

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