राष्ट्राध्यक्ष पुतिन रशिया नियंत्रित यूक्रेन के मारिपोल शहर पहुंचे

मास्को/मारिपोल – अंतरराष्ट्रीय अपराधिक न्यायालय ने गिरफ्तारी का वारंट जारी करने के मात्र २४ घंटों के भीतर रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के डोनेत्स्क प्रांत में मारिपोल शहर की यात्रा की। मारिपोल पहुंचने से पहले पुतिन ने क्रिमिया प्रांत का भी दौरा किया। किसी समय यूक्रेन का हिस्सा रहे क्रिमिया और मारिपोल की यात्रा करके रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने यूक्रेन समेत पश्चिमी देशों को संदेश पहुंचाया हैं, ऐसा विश्लेषकों का दावा है।

शुक्रवार को यूरोप की अंतरराष्ट्रीय अपराधिक न्यायालय ने ‘आईसीसी) रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के विरोध में गिरफ्तार करने का वारंट जारी करने का ऐलान किया था। इस निर्णय का अमरीका और यूरोपिय देशों के साथ यूक्रेन ने भी स्वागत किया था। लेकिन, रशियन नेता और अधिकारियों ने इसका मज़ाक उड़ाया था। इस पृष्ठभूमि पर राष्ट्राध्यक्ष पुतिन की भूमिका की ओर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नज़रें लगी थी।

लेकिन, अंतरराष्ट्रीय अपराधिक न्यायालय को स्वीकृति प्रदान ना करनेवाले रशिया के राष्ट्राध्यक्ष ने वर्णित अदालत के निर्णय को अनदेखा किया है, यही उनके इस दौरे से स्पष्ट हो रहा है। शनिवार को राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने क्रिमिया पहुंचकर वहां की सुरक्षा व्यवस्था एवं अन्य कामों का जायजा किया। इसके बाद हेलीकॉप्टर से पुतिन मारिपोल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कुछ स्थानीय लोगों से मुलाकात की। साथ ही मारिपोल में शुरू निर्माण कार्य एवं अन्य मुद्दों पर अधिकारियों से भी उनकी बातचीत हुई।

यूक्रेन के डोनेत्स्क प्रांत के अहम बंदरगाह और नौसैनिक अड्डे के तौर पर मारिपोल शहर की पहचान है। पिछले साल रशिया ने इस शहर पर कब्ज़ा पाया था। रशिया ने शुरू किए यूक्रेन अभियान को प्राप्त हुई यह सबसे बड़ी कामयाबी समझी जाती है। मारिपोल पर कब्ज़ा पाने के बाद राष्ट्राध्यक्ष पुतिन शीघ्रता से यहां दाखिल होंगे, ऐसे दावे किए जा रहे थे। लेकिन, मारिपोल पर कब्ज़ा पाने के कुछ महीने बाद रशिन राष्ट्राध्यक्ष ने इस शहर का दौरा करने से रशियन दायरे में आश्चर्य जताया जा रहा है।

रशिया फिलहाल डोन्बास के बाखमत शहर पर कब्ज़ा करने के लिए जोरदार संघर्ष कर रही हैं। मारिपोल की तरह ही बाखमत के बचाव के लिए यूक्रेनी सेना बड़ा मुकाबला कर रही हैं। साथ ही दूसरी ओर यूक्रेन ने रशिया पर जवाबी हमले करीने की तैयारी शुरू करने के दावे किए जा रहे है। यूक्रेन डोनेत्स्क एवं क्रिमिया पर फिर से कब्ज़ा करेगा, ऐसा यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष ने कहा था। इस पृष्ठभूमि पर क्रिमिया और मारिपोल शहर का रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने दौरा करना ध्यान आकर्षित करता है। ऐसे में यह भी कहा जा रहा है कि, रशिया अपने कब्ज़े एवं नियंत्रण का क्षेत्र किसी भी स्थिति में यूक्रेन को नहीं सौंपेगा, यही संदेश इससे दिया जा रहा हैं।

रशिया ने ‘ग्रेन डील’ ६० दिनों के लिए बढ़ाई

मास्को – यूक्रेन में मौजूद अनाज़ के भंड़ार अफ्रीका, खाड़ी और एशियाई देशों को प्रदान करने का साधन बने समझौते की सयम सीमा रशिया ने ६० दिनों के लिए बढ़ाई हैं। पिछले साल अगस्त महीने में तुर्की की मध्यस्थता से अनाज़ की आपूर्ति से संबंधित यह समझौता किया गया था। इसके बाद नवंबर महीने में इसकी समय सीमा बढ़ाई गई थी। इस समझौते के बाद लगभग ढ़ाई करोड़ मेट्रिक टन अनाज़ की सुरक्षित निर्यात मुमकिन हुई, ऐसी जानकारी संयुक्त राष्ट्र संघठन ने साझा की थी।

लेकिन, इस समझौते के अमल पर रशिया ने कुछ आपत्ति जताई थी। इस वजह से इस समझौते की समय सीमा अधिक बढ़ पाएगी या नहीं, इसपर आंशाक बनी थी। शनिवार को किए गए ऐलान ने इसपर अस्थायी तौर पर विराम लगा दिख रहा है।

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