आतंकवादी पाकिस्तान को सबक सिखाना ही चाहिए : उरी में हुए हमले के बाद भारतीयों की माँग

नई दिल्ली, दि. १८ (पीटीआय)- राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने उरी में सेना के मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले का कड़े शब्दों में निषेध किया है| ‘यह हमला करेनवालों को किसी भी हालत में नही छोड़ेंगे’, ऐसा कहकर प्रधानमंत्री मोदी ने इस घिनौने हमले का निषेध किया| केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंग ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराकर, ‘पाकिस्तान यह आतंकवादी देश है’, ऐसा आरोप किया| साथ ही, ‘ऐसे आतंकवादी पाकिस्तान को सबक सिखाने का समय आया है’ ऐसा दावा क्रोधित हुए लोगों समेत राजकीय नेता और पूर्व सेना अधिकारी कर रहे हैं|आतंकवादी पाकिस्तान

रविवार के दिन सुबह हुए इस हमले के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंग ने अत्यावश्यक बैठक बुलायी| इस बैठक में रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर और राष्ट्रीय रक्षा सलाहकार अजित डोवल भी उपस्थित थे| इस बैठक में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा का पुनरावलोकन किया गया| लेकिन केंद्रीय गृहमंत्री ने ‘इस हमले के पीछे पाकिस्तान है’ यह जाहीर करने में ज़्यादा वक़्त नहीं लगाया| इस हमले के पीछे पाकिस्तान का ‘जैश-ए-मोहम्मद’ यह आतंकी संगठन है, यह भारतीय सेना ने प्राथमिक जाँच के बाद घोषित किया| इसी दौरान उपरोक्त हमले के लिए केंद्रीय गृहमंत्री ने पाकिस्तान को ज़िम्मेदार ठहराकर, ‘पाकिस्तान यह आतंकवादी देश है’, ऐसी तीखी आलोचना की|

आतंकवादी गुठों की सहायता करने की नीति बरक़रार रखनेवाले पाकिस्तान से हम निराश हो चुके है, ऐसे राजनाथ सिंग ने कहा| साथ ही, इस आतंकवादी देश को आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर घेरने की माँग भी राजनाथ सिंग ने की| गृहमंत्री राजनाथ सिंग और रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जम्मू-कश्मीर की सुरक्षास्थिति की जानकारी दी, ऐसी ख़बर है| प्रधानमंत्री मोदी ने इस हमले का निषेध किया और हमले के साज़िशकर्ताओं को छोड़ेंगे नहीं, इसका यक़ीन दिलाया| राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने, आतंकवादियों के शैतानी कारनामों को नाक़ाम कर दिया जायेगा, ऐसा कहा|

जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री मेहबूबा मुफ्ती ने, आतंकवादी अपने राज्य में जंग जैसी स्थिति पैदा कर रहे हैं, ऐसी आलोचना की| हिंसक प्रदर्शन की वजह से राज्य के लोग मुश्किल हालातों का सामना कर रहे हैं कि तभी हुआ यह आतंकी हमला, यहाँ की परिस्थिति को और भी मुश्किल कर रहा है, ऐसे मुफ्ती ने कहा| भारत की सभी राजनीतिक पार्टियों ने इस हमले का निषेध करते हुए, पाकिस्तान को सबक सिखाने का समय आ गया है, ऐसा कहा है|

भारत के राजनीतिक नेतृत्व और सेना ने इस हमले की गंभीर दखल ली होकर, आगे चलकर भारत की पाकिस्तान संदर्भ नीति और भी ज़्यादा आक्रामक बनेगी, ऐसे संकेत मिल रहे हैं| पाकिस्तान से होनेवाले ऐसे आतंकी हमलें और कितने समय तक बर्दाश्त करेंगे, यह सवाल सेना के विशेषज्ञ पूछ रहे हैं|

जब तक पाकिस्तान को इन आतंकी हमलों की क़ीमत चुकानी नही पड़ती, तबतक ये हमले शुरू रहेंगे| इसी कारण, आगे चलकर भारत ने आतंकवादियों के पाकिस्तान के कब्जेवाले कश्मीर (पीओके) में रहनेवाले अड्डों पर हमलें करने का विकल्प खुला रख देना चाहिए, ऐसी माँग पूर्व लेफ्टनंट जनरल बी. एस जसवाल ने की|  साथ ही, इस आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ के व्यापार और बाकी संबंध तोड़कर इस देश को ठेंठ संदेश दिया जाना चाहिए, ऐसे पूर्व सेनाप्रमुख जनरल शंकर रॉय चौधरी ने कहा|

उरी के आतंकी हमले में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के प्रति श्रद्धांजली अर्पित करके सोशल मीडिया पर उनके परिवारवालों के प्रति संवेदनाएँ जतायी जा रही हैं| उसी वक्त पाकिस्तान के खिलाफ़ चरमसीमा का असंतोष फ़ैल गया होकर, इस देश को सबक सिखाने की माँग सोशल मीडिया पर हो रही है| इसी कारण राजनीतिक नेता तथा सेना अधिकारियों से लेकर आम लोगों तक सभी पाकिस्तान के विरोध में एक ही सूर में बोल रहे होकर, सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कठोर फ़ैसले करने चाहिए, ऐसी उम्मीद जतायी जा रही है|

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