‘पाकिस्तान वैश्‍विक आतंकवाद की फॅक्टरी है’ : संयुक्त राष्ट्रसंघ की मानवाधिकार परिषद में भारत ने की आलोचना

जीनिव्हा, दि. १६ : ‘वैश्‍विक आतंकवाद की फॅक्टरी बना पाकिस्तान भारत को मानवाधिकार पर व्याख्यान न दें’, इन शब्दों में भारत की राजनैतिक अधिकारी नवनिता चक्रवर्ती ने पाकिस्तान की इज्जत मिट्टी में मिला दी| संयुक्त राष्ट्रसंघ की मानवाधिकार परिषद के सत्र में, कश्मीर का मुद्दा जानबूझकर उपस्थित करनेवाले पाकिस्तान की चक्रवर्ती ने ली ख़बर मीडिया में चर्चा का विषय बन गया है| ‘भारत के अल्पसंख्यकों पर चिंता व्यक्त करनवाला पाकिस्तान, पहले अपने देश के अल्पसंख्यकों की अवस्था पर ग़ौर करें’ ऐसी फटकार नवनिता चक्रवर्ती ने लगायी|

वैश्‍विक आतंकवाद की फॅक्टरीसंयुक्त राष्ट्रसंघ की मानवाधिकार परिषद का ३६ वा सत्र जीनिव्हा में शुरू है| इस सत्र में पाकिस्तान ने कश्मीर का मुद्दा खोदकर निकाला था| साथ ही, भारत के अल्पसंख्यकों की स्थिति पर पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने गंभीर चिंता जतायी थी| उनको जवाब देते वक्त भारत की राजनैतिक अधिकारी नवनिता चक्रवर्ती ने पाकिस्तान को आईना दिखाया| ‘वैश्‍विक आतंकवाद की फॅक्टरी बना देश भारत को अल्पसंख्यकों के संदर्भ में उपदेश न दें’ ऐसे चक्रवती ने कहा| ‘भारत में, अल्पसंख्याकों में से आये व्यक्ति राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, कॅबिनेट मंत्री, उच्च अधिकारी, क्रिकेट संघ के कप्तान और बॉलिवूड के सुपरस्टार बने हैं| इतनी ऊँचाई तक जाने का अवसर क्या पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों को मिल रहा है?’ ऐसा सवाल चक्रवर्ती ने किया|

पाकिस्तान सिर्फ आतंकवादी की फॅक्टरी न होकर, अपने देश के अल्पसंख्यकों के साथ नीचले स्तर का सुलूक़ करनेवाला देश है| पाकिस्तान में हिंदू, ख़्रिश्‍चन, शियापंथीय, अहमदिया और अन्य अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहे हैं, इस बात पर भारत की राजनैतिक अधिकारी ने ध्यान खींचा| इस दौरान, मानवाधिकार परिषद के सत्र में जम्मू-कश्मीर का उल्लेख कर पाकिस्तान दुनिया को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है, ऐसा इल्ज़ाम चक्रवर्ती ने लगाया| जम्मू-कश्मीर का मसला उपस्थित करनेवाला पाकिस्तान, पहले अपने कब्ज़े में लिए कश्मीर को खाली करें और वचन का पालन करें, ऐसी माँग चक्रवर्ती ने की|

‘जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान पुरस्कृत आतंकवाद का ही सबसे ज़्यादा नुकसान बर्दाश्त करना पड़ रहा है| पाकिस्तान अपने भूभाग से आतंकी संगठनों के साथ पूरी तरह सहयोग करते हुए भारत में घातपात कर रहा है| पहले पाकिस्तान को आतंकवाद को समर्थन देनेवाली अपनी नीति छोड़ देनी चाहिए| आतंकवाद ही मानवाधिकार का सबसे बड़ा उल्लंघन होता है’ इन शब्दों में नवनिता चक्रवर्ती ने पाकिस्तान को फटकारा| भारत और पाकिस्तान के बीच, संयुक्त राष्ट्रसंघ के व्यासपीठ पर इस तरह कई बार राजनीतिक संघर्ष होता है| लेकिन नवनिता चक्रवर्ती ने पाकिस्तान पर किया हमला बहुत प्रभावी था, ऐसा दावा मीडिया द्वारा किया जा रहा है|

इससे पहले संयुक्त राष्ट्रसंघ की आमसभा में, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ द्वारा की गयी भारत की आलोचना को, भारत की राजनयिक अधिकारी इनाम गंभीर ने ऐसा ही प्रभावी प्रत्युत्तर दिया था| नवनिता चक्रवर्ती ने पकिस्तान के दुष्प्रचार को दिया उत्तर उसी की याद दिलाता है, ऐसा कहा जाता है|

संयुक्त राष्ट्रसंघ के व्यासपीठ पर पाकिस्तान द्वारा किये जानेवाले दुष्प्रचार को आक्रामक प्रत्युत्तर देने की नीति भारत ने अपनायी होकर, मानवाधिकार परिषद के सत्र में इसका अनुभव पाकिस्तान समेत सारी दुनिया ने किया, ऐसे दिखाई दे रहा है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.