पाक़िस्तान आतंकियो से अधिक ख़तरनाक : अफ़गानी राष्ट्राध्यक्ष की तीखी आलोचना

काबूल, दि. २५ (वृत्तसंस्था) – अल क़ायदा, तालिबान इनके साथ चलनेवाले संघर्ष से भी, इन आतंकी संगठनों से दोस्ती करनेवाला पाक़िस्तान अफ़गानिस्तान के लिए अधिक ख़तरनाक है, ऐसी कड़ी आलोचना अफ़गानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी ने की| साथ ही, अफगानी लोगों के खून का बदला आतंकियों से जरूर लेंगे, ऐसी चेतावनी भी राष्ट्राध्यक्ष गनी ने दी|

afghan-ghani-अफ़गानी राष्ट्राध्यक्ष

पाक़िस्तानी समाचार वाहिनी से की हुई बातचीत में, अफगाणी राष्ट्राध्यक्ष ने पाक़िस्तान की दोगली नीति की आलोचना की| पाक़िस्तान ने अपने देश की सरकार को चुनौती देनेवाले आतंकियों के खिलाफ़ सैनिकी मुहीम शुरू की| लेकिन अफ़गानिस्तान की सरकार, स्थिरता और सुशासन को चुनौती देनेवाले आतंकियो को पाक़िस्तान पूरा समर्थन देता रहा है’ ऐसी निंदा अफगानी राष्ट्राध्यक्ष ने की|

‘पाक़िस्तान में आतंक मचानेवाले ‘तेहरिक-ए-तालिबान’ के सरगना मुल्ला फ़झलुल्ला और उसके साथीदारों पर अफ़गानिस्तान द्वारा ११ बार हमले किए गए| लेकिन पाक़िस्तान ने मुल्ला ओमर, हक्कानी नेटवर्क, मुल्ला मन्सूर पर कितने बार हमले किए?’ ऐसा तीखा सवाल अफगानी राष्ट्राध्यक्ष ने उपस्थित किया|

‘तालिबान’ सरगना मुल्ला मन्सूर के पास पाक़िस्तान का पासपोर्ट मिला था, लेकिन ‘तेहरिक’ का सरगना फझलुल्ला के पास अफ़गानिस्तान का पासपोर्ट नहीं मिलेगा, ऐसा ताना अफगाणी राष्ट्राध्यक्ष ने मारा| साथ ही, पाक़िस्तान आतंकियों को नागरिकता का अधिकार देता है| अफगानी और अमरिकी हवाई हमलें में घायल हुएँ आतंकियों का पाक़िस्तान के अस्पतालों में इलाज किया जाता है| पाक़िस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में ये आतंकी खुलेआम बैठक लेते हैं| इससे ही पाक़िस्तान की आतंकियों के साथ रहनेवाली मिलीभगत स्पष्ट होती है, ऐसी आलोचना गनी ने की|

आज भी पाक़िस्तान के क्वेट्टा शहर में तालिबान के कमांडर्स छुपकर रहते हैं, ऐसा कहते हुए अफगानी राष्ट्राध्यक्ष ने इन सभी कमांडर्स का अतापता देने की तैयारी भी दर्शायी| साथ ही, पाक़िस्तान सरकार और सेना के पास यह जानकारी होने के बावजूद भी वे आतंकियों पर कार्रवाई नहीं करते, ऐसा इल्ज़ाम गनी ने लगाया| इसी कारण, आतंकी संगठनों के साथ मिलीभगत रखकर, अफ़गानिस्तान से सहयोग का नाटक करनेवाला पाक़िस्तान इन आतंकी संगठनों से भी अधिक ख़तरनाक है, ऐसा आरोप अफ़गानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष ने किया है|

‘अगर पाक़िस्तान अफ़गानिस्तान का भरोसा जीतना चाहता है, तो फिर पाक़िस्तान हक्कानी नेटवर्क और तालिबान के नेताओं पर कार्रवाई करें| साथ ही, इन आतंकियों के साथ किसी भी तरह की बातचीत ना करें| वहीं, जिन्हे अफगान सरकार की शांतिवार्ता मंज़ूर नहीं है, उन आतंकियों को पाक़िस्तान निष्कासित करें| अगर पाक़िस्तान से यह नहीं हो सकता, तो फिर अफ़गानिस्तान भी पाक़िस्तान पर कतई भरोसा नहीं रख सकता’ ऐसे स्पष्ट शब्दों में गनी ने पाक़िस्तान को फटकार लगाई|

साथ ही, काबूल में हुए हमले के लिए ज़िम्मेदार होनेवाले आतंकियों को, किसी भी कोने से ढूँढ़ निकाल कर शासित करेंगे, ऐसी घोषणा राष्ट्राध्यक्ष गनी ने की| शनिवार को हुए हमले के साथ, अफ़गानिस्तान में हुए सभी हमलों की जाँच करने के आदेश गनी ने अपनी रक्षा तथा खुफ़िया एजन्सियों की दिये| आतंकियों के इन बढ़ते हमलों के कारण अफगानी जनता में आतंकवाद के खिलाफ आक्रोश बढ़ रहा है| साथ ही, गनी सरकार आतंकियों के साथ किसी भी प्रकार का समझौता ना करें, ऐसी माँग अफगानी जनता कर रही है|

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