भारतीय गृहमंत्री का स्वागत हुआ, तो पाक़िस्तान में प्रदर्शन करने की हफ़ीज़ सईद की धमकी

लाहोर, दि. १ (पीटीआय)- भारत के गृहमंत्री का यदि पाक़िस्तान सरकार ने स्वागत किया, तो देशभर में प्रदर्शन करने की धमकी ‘जमात-उल-दवा’ का प्रमुख हफ़ीज़ सईद ने दी| लाहोर में आयोजित की गई एक रॅली में, सईद ने पाक़िस्तान सरकार को यह धमकी दी|

country wide protest- पाक़िस्तान में प्रदर्शनइस रॅली में ‘हिजबुल मुज़ाहिद्दीन’ इस आतंकी संगठन के प्रमुख सय्यद सलाहुद्दीन ने, पाक़िस्तान सरकार से, भारत के साथ संबंध तोड़ने की माँग की है|

४ अगस्त को पाक़िस्तान में ‘सार्क’ देशों के गृहमंत्रियों की बैठक आयोजित की गयी है| इस परिषद के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंग उपस्थित रहनेवाले हैं| इस पृष्ठभूमि पर, पाक़िस्तान के आतंकी संगठन के नेता भड़क उठे हैं| मुंबई पर हुए आतंकी हमले के मास्टरमाईंड हफ़ीज़ सईद ने, राजनाथ सिंग को पाक़िस्तान में आने की इजाज़त नहीं देनी चाहिए, ऐसा कहकर पाक़िस्तान को चेतावनी दी थी| ‘एक तरफ़ पाक़िस्तान के लोग जम्मू-कश्मीर में भारत के अत्याचारों का विरोध कर रहे हैं| वहीं, दूसरी ओर पाक़िस्तान की सरकार, कश्मीरी जनता पर अत्याचार करनेवाले देश के गृहमंत्री को हार चढ़ाकर स्वागत करने के तैय्यारी में है| यह कश्मीरी जनता के जख़्मों पर नमक छिड़कने जैसा है’ ऐसे सईद ने कहा|

लाहोर में एक रॅली को संबोधित करते वक़्त सईद ने पाक़िस्तान सरकार पर निशाना साधा| यदि पाक़िस्तान की सरकार ने भारत के गृहमंत्री का स्वागत किया, तो पूरे पाक़िस्तान में प्रदर्शन आयोजित किये जायेंगे| इस्लामाबाद, लाहोर, कराची, पेशावर, क्वेटा, मुलतान, फैसलाबाद, मुझफ्फराबाद तथा अन्य शहरों में भी प्रदर्शन आयोजित करेंगे और पाक़िस्तान सरकार का विरोध किया जायेगा, ऐसी चेतावनी सईद ने दी|

Hafiz-Saeedवहीं, इसी रॅली में खुलेआम घूमनेवाले हिज़बुल मुजाहिद्दीन के सय्यद सलाहुद्दीन ने, भारत के गृहमंत्री को पाक़िस्तान में आने की इजाज़त न दें, ऐसी गुहार प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ को लगायी है| इतना ही नही, बल्कि प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ ने नयी दिल्ली के पाक़िस्तानी राजदूत को वापस बुलाकर, भारत के साथ सभी राजनीतिक और कारोबारी संबंध तोड़ देने चाहिए, ऐसी माँग सलाहुद्दीन ने की|

‘राजनाथ सिंग को पाक़िस्तान में आने की इजाज़त नहीं दी होती, तो अच्छा हो जाता| क्योंकि वे यदि पाक़िस्तान में दाख़िल होंगे, तो फिर कश्मीरी लोगों को पाक़िस्तान से ग़लत संदेशा जायेगा| पाक़िस्तान के नेताओं को दोमुँहा नीति को छोड देना चाहिए| उन्हें या तो कश्मीर का साथ देना चाहिए, या फिर भारत से दोस्ती करने का फैसला लेना चाहिए| ये दोनों बातें एक साथ संभव नहीं है’, ऐसी चेतावनी सलाहुद्दीन ने दी| साथ ही, सलाहुद्दीन ने भारत को भी चेतावनी दी है| ‘कश्मीर में पिछले २३ दिनों से असंतोष भड़क उठा है| यहाँ के ज्वालामुखी का कभी भी विस्फोट हो सकता है, यह भारत को भूलना नहीं चाहिए’ ऐसा सलाहुद्दीन ने कहा है|

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