पाक़िस्तान के सेनाप्रमुख द्वारा पाक़िस्तान में तख्तापलट की ‘गुहार’

posters-pakistan_indiatvnews इस्लामाबाद, दि. १२ (वृत्तसंस्था) – अमरिकी संसद सदस्यों के प्रतिनिधीमंडल के पाक़िस्तान दौरे के बाद, देश में तख्तापलट के आसार नज़र आने लगे है| पाक़िस्तान के सेनाप्रमुख जनरल राहिल शरीफ को ‘गुहार’ लगायी गयी है कि वे प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की हुकुमत उखाड फेंक दें| ऐसी माँग करनेवाले हज़ारो बैनर, देशभर के तक़रीबन १३ से भी अधिक शहरों में लगाये गये है| जनरल राहिल शरीफ इस साल के अंत तक सेवानिवृत्त हो रहे हैं| अमरिकी संसद सदस्यों ने जनरल शरीफ के कार्यकाल को बढ़ा देने की सिफ़ारिस की थी|

सोमवार रात को पाक़िस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के साथ साथ, लाहौर, कराची, रावलपिंडी, पेशावर समेत तक़रीबन १३ शहरों में हज़ारों की संख्या मैं बैनर लगाये गये| इनमें खुली माँग की गयी है कि सेनाप्रमुख जनरल राहिल शरीफ द्वारा देश में ‘मार्शल लॉ’ पर अमल किया जाए और साथ ही, अधिकारी तथा विशेषज्ञों की सहायता से सरकार की स्थापना होनी चाहिए| यह माँग सिर्फ़ तीन साल पहले स्थापन हुए, ‘मुव्ह ऑन पाक़िस्तान पार्टी’ नामक राजकीय दल द्वारा की जा रही है, ऐसा बैनर पर छापा गया है|

पार्टी के एक नेता अली हाश्मी द्वारा, पाक़िस्तानी अख़बार से की गयी बातचीत में, इस अभियान के पीछे की भूमिका स्पष्ट कर दी गयी है| ‘प्रधानमंत्री नवाज शरीफ लगभग ४० दिन तक देश में उपस्थित नहीं थे| इससे यही साबित होता है कि देश को राजनैतिक दलों द्वारा चलाए जानेवाली हुकुमत की ज़रूरत ही नहीं है| जो लोग असल में यह देश चला रहे हैं, वे ही आगे चलकर भी देश की कमान सँभाल सकते हैं’, इन शब्दों में हाश्मी द्वारा, ‘सेना सत्ता की बाग़डोर सँभालें’ इस माँग का समर्थन किया गया है| इस माँग पर अब तक सेना, सरकार तथा अन्य किसी गुट द्वारा प्रतिसाद नहीं दिया गया है|

pak sharif ISPRपाक़िस्तानी प्रसारमाध्यमों के साथ साथ, सोशल मीडिया पर भी इस बात की ज़ोरदार चर्चा शुरू हो चुकी है| दावे किये जा रहे हैं कि पाक़िस्तान की सेना फिर से हुकुमत पर कब्जा करने की कोशिश में लगी हुई है| ‘मुव्ह ऑन पाक़िस्तान पार्टी’ द्वारा इससे पहले फ़रवरी महीने में भी सेनाप्रमुख जनरल शरीफ को गुहार लगायी थी कि वे सेवानिवृत्ति ना लेते हुए आतंकवाद और भ्रष्टाचार को उखाड़ फ़ेंकने के लिए सक्रिय रहें| इस माँग पर भी काफ़ी पोस्टर लगाये गये थे| लेकिन उसके बाद भी पाक़िस्तान के सेनाप्रमुख ने स्पष्ट किया था कि वे साल के अंत में अपना कार्यकाल समाप्त होने पर अपना पद छोड़ने पर क़ायम रहेंगे|

अमरिकी सूत्रों द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार, पिछले हफ्ते पाक़िस्तान का दौरा करनेवाले प्रतिनिधिमंडल में, वरिष्ठ संसद सदस्य रहनेवाले जॉन मॅक्केन ने जनरल राहिल शरीफ की तारीफ की थी| जॉन मॅक्केन ने एक इंटरव्यू में उम्मीद जतायी थी कि जनरल शरीफ का कार्यकाल बढा दिया जायेगा|

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