जम्मू-काश्मीर में तनाव जारी – पाकिस्तान काला दिन मनाने की तैयारी में

श्रीनगर, दि. १९ (पीटीआय) – जम्मू-काश्मीर में तनाव अभी भी जारी है और हिंसाचार में मरनेवालों की संख्या ४२ पर पहुँची है| इस तनाव की पृष्ठभूमि पर कश्मीर घाटी के लगभग ६०० परिवारों को स्थलांतरित किये जाने की ख़बर सामने आ रही है| वहीं, कश्मीर मुद्दे पर भारत को घेरने के लिए पाकिस्तान ने अपनी कोशिशें बढाई हैं और जम्मू-काश्मीर के तथाकथित अत्याचारों के खिलाफ़ बुधवार को ‘काला दिन’ मनाने का फ़ैसला पाकिस्तान ने किया है|

तनावअलगाववादी नेताओं द्वारा उक़साए गए कुछ युवकों की ओर से, जम्मू-कश्मीर में अभी भी हिंसाचार फैलाने की कोशिशें जारी हैं। इस वजह से राज्य में तनाव कम नहीं हुआ है| अब भी कुछ भागों में संचारबंदी जारी है, जिसका परिणाम जनजीवन पर हो रहा है, ऐसा दिखाई दे रहा है| काझीगंद में सैनिकी वाहनों पर पथराव करती हुई भीड़ ने, माहौल को तनावपूर्ण बनाया था| सेना द्वारा की गई जवाबी गोलीबारी में एक महिला की मौत हुई है| इस महिला की मौत की वजह से, ‘बुर्‍हान मुझफ्फर वनि’ की मौत के बाद भड़के हुए हिंसाचार में मरनेवालों की संख्या ४२ पर जा पहुँची हैं|

इसी दौरान, संचारबंदी के कारण कश्मीर घाटी में लोगों को जीवनावश्यक चीजें नहीं मिल पा रही हैं| कुछ मीडिया ने इस बारे में जानकारी प्रकाशित की| फिर भी सुरक्षाबलों पर लोगों के बढ़ते हमले जारी होने के कारण संचारबंदी हटाने में परेशानी आ रही है| इस पृष्ठभूमि पर, राज्य में स्थिति सामान्य बनाने के लिए राज्य सरकार हर संभव कोशिश कर रही है, ऐसा मुख्यमंत्री मेहबूबा मुफ्ती ने कहा| राज्य में पिछले कुछ दिनों से समाचारपत्र प्रकाशित ही नहीं हुए हैं, जो एक चिंता का विषय है, ऐसा दावा किया जा रहा है| लेकिन राज्य में समाचारपत्रों पर पाबंदी नहीं लगाई गई है, ऐसा मेहबूबा मुफ्ती द्वारा स्पष्ट किया गया|

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री व्यंकय्या नायडू ने इस संदर्भ में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री से चर्चा की| राज्य में समाचारपत्रों पर पाबंदी नहीं लगाई गई है, ऐसा भरोसा व्यंकय्या नायडू ने जताया| जम्मू-कश्मीर में समाचारपत्रों पर पाबंदी लगाई गई है, ऐसी खबर प्रकाशित हुई थी| इस पृष्ठभूमि पर नायडू ने यह खुलासा किया है|

जम्मू-कश्मीर तनाव के पीछे पाकिस्तान का हाथ है, ऐसा आरोप गृहमंत्री राजनाथ सिंग ने किया है| साथ ही, पाकिस्तान भारत के अंदरुनी मामलों में दख़लअंदाज़ी ना करें, ऐसा चेतावनी भी राजनाथ सिंग ने लोकसभा में अपने भाषण में दी थी| फिर भी पाकिस्तान द्वारा करतूतें जारी हैं| बुधवार को पाकिस्तान, जम्मू-कश्मीर के तथाकथित अत्याचारों के खिलाफ़ ‘काला दिन’ मनाने की तैयारी में है|

पाकिस्तान सरकार ने अपने अधिकारी और कर्मचारियों को, हाथ में काली फित लगाकर काम पर आने के आदेश दिए हैं| पाकिस्तान के कब्ज़ेवाले कश्मीर में भारतविरोधी प्रदर्शन का आयोजन किया गया है| बुर्‍हान की मौत के बाद पाकिस्तान के कब्ज़ेवाले कश्मीर के मुझफ्फराबाद में, सय्यद सलाहुद्दीन और हफ़ीज़ सईद इन आतंकवादियों ने एक सार्वजनिक सभा का आयोजन भी किया था| इस सभा में दोनों आतंकवादियों ने भारत के खिलाफ जहर उगला था| लेकिन ‘मैं मुझफ्फराबाद गया ही नहीं था, यहीं इस्लामाबाद में बुर्‍हान की मौत के लिए आयोजित की गयी शोकसभा में था, ऐसा दावा हफ़ीज़ सईद ने किया है| साथ ही, ‘भारतीय मीडिया ने मेरे खिलाफ़ अपप्रचार की मुहिम छेड़ी है’ ऐसा आरोप सईद ने किया है|

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