७०. अंतिम संघर्ष की तैयारी

७०. अंतिम संघर्ष की तैयारी

सन १९३९ की ज्यू-अरब लंडन परिषद के असफल होने के बाद ब्रिटीश सरकार ने इस मामले में इकतरफ़ा ही श्‍वेतपत्रिका जारी की। इस श्‍वेतपत्रिका में दरअसल अरबों को बहुत ही ‘फेवर’ किया गया था (पॅलेस्टाईन प्रान्त की अधिकांश ज़मीन अरबों को, तो बहुत ही मामूली ज़मीन ज्यूधर्मियों को; ज्यूधर्मियों के स्थलांतरण पर और ज़मीनखरीदारी पर […]

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६९. १९३९ की ज्यू-अरब लंडन परिषद ब्रिटीश सरकार की श्‍वेतपत्रिका

६९. १९३९ की ज्यू-अरब लंडन परिषद ब्रिटीश सरकार की श्‍वेतपत्रिका

ब्रिटीश सरकार द्वारा गठन की गयीं ‘पील कमिशन’ एवं ‘वुडहेड कमिशन’ इन दोनों शाही खोजसमितियों ने प्रयास करने के बावजूद भी, अरब और ज्यूधर्मीय इनके बीच पॅलेस्टाईन में शुरू हुआ प्रतिरोध मिटने का नाम ही नहीं ले रहा था। दोनो समितियों के अहवाल अरबों ने और ज्यूधर्मियों ने अलग अलग कारणों के लिए ठुकरा दिये […]

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६८. वुडहेड कमिशन चर्चापरिषद का निमंत्रण

६८. वुडहेड कमिशन चर्चापरिषद का निमंत्रण

‘पील कमिशन’ का अहवाल हालाँकि अरब और ज्यूधर्मीय दोनों ने भी ठुकरा दिया था, मग़र ब्रिटीश सरकार ने इस अहवाल का स्वागत किया। साथ ही, उसमें की गयी पॅलेस्टाईन के विभाजन की सूचना तत्त्वतः मान्य की और उसमें सिफ़ारिश की गयी सूचनाओं का सविस्तार अध्ययन कर, उनमें से पॅलेस्टाईन का विभाजन करने की मुख्य सूचना […]

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६७. ‘पील कमिशन’ के सुझाव

६७. ‘पील कमिशन’ के सुझाव

सन १९३६ में अरब-ज्यू दंगों की तहकिक़ात करने पॅलेस्टाईन के दौरे पर आये ‘पील कमिशन’ इस ब्रिटीश शाही खोजसमिति ने अपने अहवाल में पॅलेस्टाईन के संदर्भ में कई सुझाव दिये थे। लेकिन उनमें से मुख्य सुझाव – ‘परस्परविरोधी माँगें होनेवाले दोनो पक्षों को इन्साफ़ देने के ब्रिटीश सरकार ने पूरे प्रयास किये। लेकिन वे असफल […]

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६६. ‘पील कमिशन’

६६. ‘पील कमिशन’

तक़रीबन इसवीसन १९३३ से १९४५ तक के दौर में जब जर्मनीस्थित ज्यूधर्मियों को नाझी अत्याचारों का सामना करना पड़ रहा था, तब खुद पॅलेस्टाईन प्रान्त में भी कई गतिविधियाँ घटित हो रही थीं। इनमें सन १९३०-३६ इस दौर में पॅलेस्टाईन में पाँचवी ‘आलिया’ हो चुकी थी और लगभग १ लाख ७० हज़ार ज्यूधर्मीय दुनियाभर से […]

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६४. १९३० के दशक की गतिविधियाँ

६४. १९३० के दशक की गतिविधियाँ

इसवीसन १९२९ में जेरुसलेम में हुए अरब-ज्यू दंगे, ज्यूधर्मियों की जायदादों का, सिनोगॉग्ज का प्रचंड ध्वंस करने के बाद और बड़े पैमाने पर जीवितहानि होने के बाद आगे चलकर थम गये; ऊपरी तौर पर सबकुछ शान्त हुआ प्रतीत हो रहा था, लेकिन दोनों पक्षों में झुलस रही आग शान्त नहीं हुई। इन दंगों के बाद […]

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६३. १९२९ के अरब-ज्यू दंगे

६३. १९२९ के अरब-ज्यू दंगे

इसवी १९२० के दशक में पॅलेस्टाईनस्थित अरब और ज्यूधर्मीय इनके बीच की दरार बढ़ती ही चली जा रही थी। ब्रिटीश शासकों का रूझान भी ज्यूधर्मियों पर अधिक से अधिक पाबंदियाँ लगाते हुए, अरबों का अनुनय करने की ओर ही था। वैसे देखा जायें, तो इसवीसन १९२५ के दौरान पॅलेस्टाईन में ज्यूधर्मियों की संख्या लगभग १५ […]

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६२. सौद घराने का अरेबिया में राज्य स्थापित (१९२० के दशक के घटनाक्रम)

६२. सौद घराने का अरेबिया में राज्य स्थापित (१९२० के दशक के घटनाक्रम)

इसवीसन १९२० के दशक में मध्यपूर्व में घटित हुए एक और महत्त्वपूर्ण घटना यानी अरेबिया के विभिन्न प्रान्तों ने एकसाथ आकर, अखंड़ित सौदी अरेबिया का निर्माण होने की दिशा में हुई उनकी मार्गक्रमणा। इस प्रदेश की गतिविधियों के अधिकांश अभ्यासक सौदी अरेबिया का निर्माण होने की प्रक्रिया की शुरुआत इसवीसन १८वीं सदी में ही हुई […]

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६१. तुर्की संघराज्य का जन्म और ट्रान्सजॉर्डन को मान्यता (१९२० के दशक के घटनाक्रम)

६१. तुर्की संघराज्य का जन्म और ट्रान्सजॉर्डन को मान्यता  (१९२० के दशक के घटनाक्रम)

इसवीसन १९२० का दशक केवल ज्यूधर्मियों के लिए ही नहीं, बल्कि कुल मिलाकर पूरे मध्यपूर्व के इला़के के लिए ही विशेष महत्त्वपूर्ण साबित होने लगा था। ख़ासकर इस दशक में हुईं इन गतिविधियों का आगे चलकर इस्रायल की भविष्यकालीन मार्गक्रमणा पर भी बहुत गहरा असर हुआ। इस १९२० के दशक में हुई पहली महत्त्वपूर्ण गतिविधि […]

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जनमत के दबाव के बाद राजधानी बर्लिन में अरब गुनहगारों की गिरोह के खिलाफ जर्मन यंत्रणा का आक्रामक अभियान

जनमत के दबाव के बाद राजधानी बर्लिन में अरब गुनहगारों की गिरोह के खिलाफ जर्मन यंत्रणा का आक्रामक अभियान

बर्लिन – जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हिंसा और गुनहगारी की व्यवस्था खडी करनेवाले २० से अधिक अरब गिरोहों पर कार्रवाई करने का फैसला स्थानिक प्रशासन ने लिया है| आजतक जर्मन सुरक्षा यंत्रणाओं ने अरब गिरोहों के कारवाई को अनदेखा किया था| उस से इन गिरोहों को विस्तार करने का मौका मिला| पर पिछले कुछ […]

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