नशीले पदार्थों का व्यापार रोकने के लिए ‘निदान’ पोर्टल शुरू

नई दिल्ली – देश में नशीले पदार्थों के बढ़ते अवैध व्यापार और अपराधिक मामलों को रोकने के लिए ‘नैशनल इंटिग्रेटेड डेटाबेस ऑन अरेस्टेड नार्को ऑफेंडर्स’ (निदान) पोर्टल शुरू किया गया है। नशीले पदार्थों की रोकथाम करने के लिए बने कानून पर अमल करनेवालीं केंद्र और राज्य की यंत्रणाओं के लिए शुरू किया गया इस तरह का यह पहला ही पोर्टल है। इसकी सहायता से देश के किसी भी हिस्से में नशीले पदार्थों की तस्करी के मामले में गिरफ्तार गुनाहगारों की जानकारी, उनकी उंगलियों के छाप और न्यायालयीन मामलों का ब्यौरा बतानेवाला डाटाबेस उपलब्ध किया जा रहा है।

‘निदान’कुछ दिन पहलें चंदिगड़ में ‘नशीले पदार्थों की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा’ मुद्दे पर परिषद का आयोजन हुआ था। इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा ने ‘नार्कोटिक्स को-ऑर्डिनेशन मकैनिझम’ (एनसीओआरडी) का ऐलान किया था। ‘निदान’ इसी अभियान का हिस्सा है।

‘निदान’ पोर्टल ‘इंटर-ऑपरेबल क्रिमिनल जस्टीस सिस्टिम’ (आईसीजीएस) और ‘ई-प्रिझन्स’ के ज़रिये (अ क्लाऊड बेस्ड् ऐप्लिकेशन) जानकारी प्राप्त करके विकसित किया गया है। यह डाटाबेस क्राईम और क्रिमिनल मॉनिटरिंग नेटवर्क सिस्टिम और सीसीटीएनएस से जोड़ने की योजना है।

‘निदान’ पोर्टल की ‘आईसीजीएस’ यंत्रणा उच्चतम अदालत की ई-समिती का हिस्सा है। इसे देश की अदालत, पुलिस, कारागृह और न्याय वैद्यक लैब्ज्‌‍ में उपलब्ध जानकारी का आदान-प्रदान आसान करने के लिए तैयार किया गया है।

इस पोर्टल पर नशीले पदार्थों से संबंधित अपराधिक मामलों में गिरफ्तार हुए और नशीले पदार्थों की खरीद-बिक्र कर रहें और इसकी आवा-जाही करनेवाले, भंड़ार रखनेवाले, नशीले पदार्थों का इस्तेमाल कर रहें गुनाहगारों की जानकारी उपलब्ध करायी गई है।

यह नशीले पदार्थों से संबंधित गुनाहगारों का सबसे बड़ा डाटाबेस होगा। इससे नशीले पदार्थों की तस्करी से संबंधित अपराध काबू करने की सफलता हासिल होगी, साथ ही, इन गुनाहों में शामिल गुनाहगार की रिहाई के विकल्प कम होंगे और उन्हें सख्त सज़ा होगी, यह विश्वास एनसीबी के महासंचालक एस.एन.प्रधान ने व्यक्त किया है।
इस डाटाबेस में, नशीले पदार्थों के व्यापार से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े लोगों की जानकारी भी होगी। यह पोर्टल तैयार होने के बाद कानून व्यवस्था रखनेवाली यंत्रणाओं की क्षमता बढ़ेगी।

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