पश्चिम बंगाल सरकार के द्वारा नेताजी के बारे में दस्तावेज सार्वजनिक किये गये

नेताजी सुभाषचंद्र बोस से संबंधित दस्तावेजों को सार्वजनिक करने का निर्णय पश्‍चिम बंगाल सरकार ने लिया। इसके तहत नेताजी से संबंधित लगभग 64 फाइलों को एक कार्यक्रम के माध्यम से सार्वजनिक किया गया। इस कार्यक्रम में नेताजी सुभाषचंद्र बोस के परिजन उपस्थित थे। इस अवसर पर पश्‍चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बॅनर्जी ने केन्द्र सरकार से नेताजी से संबंधित दस्तावेज़ों को सार्वजनिक करने की माँग की।Kolkata: Netaji Subhash Chandra Bose's niece Krishna Bose along with Kolkata Police Commissioner Surajit Purkasthya and family members looking at the confidential files on Netaji at Kolkata Police Museum after they were released on Friday. PTI Photo (PTI9_18_2015_000108B) *** Local Caption ***

विमान दुर्घटना में नेताजी का निधन होने की बात जनता ने कभी भी स्वीकार नहीं की। अत: उनकी मृत्यु का राज़ आज भी कायम है। स्वतंत्रता की जंग में अत्यंत महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करनेवाले इस महान नेता की दुर्घटना में हुई मृत्यु के दावे को नकारनेवालीं अनेक खबरे समय-समय पर प्रकाशित होती रहीं।

परन्तु सरकार ने इस बारे में दस्तावेज़ प्रकाशित करने का निर्णय नहीं लिया था। केन्द्र सरकार एवं पश्‍चिम बंगाल की राज्य सरकार द्वारा इन दस्तावेज़ों को सार्वजनिक करने की माँग पिछले कुछ समय से ज़ोर पकड़ती जा रही थी। इसी पार्श्‍वभूमि में पश्‍चिम बंगाल सरकार ने उपरोक्त निर्णय लिया। फलस्वरूप पश्‍चिम बंगाल पुलिस के पास सुरक्षित 64 फाईलें दुनिया के सामने आ गयी हैं। पश्‍चिम बंगाल की तरह केन्द्र सरकार भी नेताजी के बारे में दस्तावेज़ सार्वजनिक करें, ऐसी माँग मुख्यमंत्री ममता बॅनर्जी ने की है।

नेताजी के परिजनों ने पश्‍चिम बंगाल राज्य सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया है। वहीं विगत सात दशकों से नेताजी से संबंधित जानकारी को छिपाकर भारतीय जनता को अंधेरे में रखा गया है, ऐसी टिप्पणी नेताजी के नाती चंद्रा बोस ने की। कम से कम अब तो केन्द्र सरकार नेताजी से संबंधित दस्तावेजों को अविलंब सार्वजनिक करे, ऐसा आग्रह चंद्रा बोस ने किया है।

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