कुलभूषण जाधव की रिहाई के लिए भारत ने तेज़ कीं राजनैतिक गतिविधियाँ

नई दिल्ली, दि. १४ : कुलभूषण जाधव की रिहाई के लिए भारत ने राजनैतिक गतिविधियाँ तेज़ की हैं| भारत के पाकिस्तान स्थित उच्चायुक्त गौतम बंबावले ने पाकिस्तान की विदेशसचिव ‘तेहमिना जंजुआ’ से भेंट की| जाधव पर के इल्ज़ाम और उनके खिलाफ सेना के कोर्ट के निर्णय की प्रत की भारतीय उच्चायुक्त ने माँग की| साथ ही, जाधव को क़ानूनी सहयोग देने के लिए पाकिस्तान इजाज़त दें, ऐसा आवाहन भारत ने फिर एक बार किया है| लेकिन पाकिस्तान ने जवाब नहीं दिया|

कुलभूषण जाधव की रिहाईचार दिन पहले भारत की विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने, जाधव को सुनायी गयी सज़ा पर अमल करने से पहले पाकिस्तान अंजामों का विचार करें, ऐसे स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है| साथ ही, जाधव की रिहाई के लिए भारत हर संभव कोशिश करेगा और यदि ज़रूरत पड़ी, तो दायरे के बाहर के मार्ग का भी इस्तेमाल किया जायेगा, ऐसा विदेशमंत्री ने स्पष्ट किया था| इसके बाद पाकिस्तान पर बढ़ा दबाव स्पष्ट रूप से दिख रहा है|

पाकिस्तान के सेनाप्रमुख कमर बाजवा ने बुधवार को प्रधानमंत्री शरीफ से मुलाक़ात करके, इस फ़ैसले में पाकिस्तानी सेना और सरकार का जाधव की सज़ा के बारे में एकमत है, ऐसा दिखाने की कोशिश की थी| साथ ही, पाकिस्तान के सेनाप्रमुख ने गुरुवार के दिन वरिष्ठ सेना अधिकारियों की बैठक बुलाकर, भारत के दबाव के सामने ज़रा भी नहीं झुकेंगे, ऐसी ड़ींगें हाँकी थीं| शुक्रवार को, प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ के सलाहकार सरताज अझिज ने, जाधव मामले में सारी प्रकिया पूरी हुई, ऐसा दावा प्रेस कॉन्फरन्स में किया था| जाधव के खिलाफ़ सख्त सबूत भी हैं, ऐसा भी अझिज ने कहा|

जाधव बलुचिस्तान के कई आतंकी हमलों में शामिल थे, ऐसा अझिज ने कहा| साथ ही, ‘सेना न्यायालय के फ़ैसले के खिलाफ़ वे ४० दिन में अपील कर सकते हैं| उसके बाद ६० दिनों में पाकिस्तानी सेनाप्रमुख के पास दया के लिए आवेदन कर सकते हैं| साथ ही, सेनाप्रमुख ने यदि दया न दिखायी, तो उसके बाद ९० दिनों में राष्ट्रपती के पास दया के लिए आवेदन कर सकते हैं’ ऐसी जानकारी अझिज ने दी| इसके अलावा, ‘भारत ने भी इससे पहले कई पाकिस्तानी लोगों को क़ानूनी मदद की माँग नकारी थी’ ऐसा कहते हुए अझिज ने पाकिस्तान का पक्ष उठाने की कोशिश की|

जाधव पर के मुक़दमे की शुरुआत कब हुई और कौनसी तारीख़ को सुनवाई हुई इसकी जानकारी देकर, यह मुक़दमा पारदर्शक रूप में चलाया जा रहा है, ऐसे दिखाने की कोशिश अझिज ने की| लेकिन कुछ ही दिन पहले सरताझ अझिज ने, जाधव के खिलाफ पक्के सबूत नहीं हैं, ऐसा घोषित किया था| इससे पाकिस्तान में चलाये जानेवाले मुकादमों की व्यर्थता दिखाई देती है| केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंग ने, ‘जाधव पर का मुकदमा न्याय्य पद्धति से चलाया जा रहा है’ इस सरताझ अझिज के दावे को नकार दिया|

इसी दौरान, ‘लाहोर बार असोसिएशन’ ने, जाधव का केस लड़नेवाले वकील की सदस्यता रद करने का फैसला लिया है| ‘कुलभूषण जाधव के मामले में सभी बातों का क़ानूनन पालन हुआ है’ और ‘जाधव को बचाव का अवसर दिया जायेगा’ ऐसे दावे करनेवाले पाकिस्तान का दोमुँहापन इससे फिर एक बार सामने आया है| पाकिस्तान ने जाधव पर किये हुए अन्याय की आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फ़रियाद माँगने की तैयारी भारत ने शुरू की है|

इसके नतीजें भी दिखायी देने लगे होकर, कुछ अमरिकी विशेषज्ज्ञों ने ‘जाधव पर के पाकिस्तान के इल्ज़ाम झूठे हैं’ ऐसा इल्ज़ाम लगाया था| अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मॅकमास्टर जल्द ही भारत की यात्रा पर आनेवाले हैं| उनके पास भी, कुलभूषण जाधव के मामले में पाकिस्तान कर रहे अन्याय का मुद्दा उपस्थित किया जायेगा, ऐसी जानकारी दी जा रही है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.