काबुल मे हमलों के लिए ‘आयएस’ नहीं तो, पाकिस्तान का हक्कानी नेटवर्क जिम्मेदार – अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय का आरोप

काबुल / वॉशिंगटन: “पिछले कई दिनों से राजधानी काबुल में बढ़ते आतंकवादी हमलों के लिए ‘आयएस’ नहीं तो पाकिस्तान के ‘हक्कानी नेटवर्क’ यह संघटना जिम्मेदार है। हक्कानी नेटवर्क आयएस का नाम इस्तेमाल करके हमले कर रहा है”, ऐसा आरोप अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जनरल ‘मोहम्मद रादमनेश’ ने किया है।

रादमनेश द्वारा इस आरोप के बाद एक और अफगानी अधिकारी ने पाकिस्तान के प्रख्यात गुप्तचर यंत्रणा ‘आयएसआय’ पर गंभीर आरोप किए हैं। ‘आयएसआय’ ने ही अफगानिस्तान में ‘आयएस’ का निर्माण किया है, ऐसा अफगानी अधिकारी का कहना है। इससे पैलेस्टाइन पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन अपने देश में रक्तपात करने का आरोप अफगानी सरकार एवं यंत्रणा ने किया था।

‘हक्कानी नेटवर्क’ यह संघटना

“दुर्भाग्यवश, इस क्षेत्र में कई अन्य गुप्तचर यंत्रणा ‘आयएस’ को सामर्थ्यशाली आतंकवादी संघटना सिद्ध करने का प्रयत्न कर रहे हैं, पर हमारी गुप्तचर ने दिए जानकारी के अनुसार राजधानी काबुल एवं उपयोग नगरों में हमले करने की ताकत ‘आयएस’ के पास नहीं है। ‘आयएस’ के नाम पर हक्कानी नेटवर्क आतंकवादी संघटना यह हमले कर रही है, ऐसे सबूत मिले है”, ऐसी जानकारी ‘जनरल रादमनेश’ ने अमरिकी वृत्त माध्यम से बोलते हुए दी है। उस समय रादमनेश ने किसी देश की गुप्तचर यंत्रणा का उल्लेख नहीं किया है, फिर भी उनका रुख़ पाकिस्तान की तरफ था, ऐसा दिखाई दे रहा है।

पाकिस्तान में ‘आयएस’ के आतंकवादियों की उपस्थिति होने की बात मानी है। अफगानिस्तान में कई भागों में ‘आएएस’ के आतंकवादियों ने अपने तल निर्माण किए थे, ऐसा जनरल रादमनेश ने कहा है। पर अमरिका और अफगानिस्तान के संयुक्त कारवाई करके ‘आएएस’ का बल कम करने का दावा जनरल रादमनेश ने किया है। अफगानिस्तान नानगरहार प्रांत में ‘आएएस’ का बड़ा लष्करी तल था। पर अफगानी लष्कर की कारवाई की वजह से इस संघटन को बड़ा नुकसान सहन करना पड़ा, ऐसी जानकारी अफगानी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने दी है।

उसके साथ अफगानिस्तान में ‘आयएस’ का इराक एवं सीरिया के मूल संघटना से कोई संबंध ना होने का दावा जनरल रादमनेश ने किया है। अफगानिस्तान में कई विश्लेषक रादमनेश इनके इस दावे से सहमत नहीं है। पर अमरिका के विश्लेषक माइकल सेम्पल ने अफगानी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के विधान का समर्थन किया है। तालिबान में हक्कानी नेटवर्क के पास काबुल मे हमले करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है और उन्होंने इससे पैलेस्टाइन भी ऐसे हमले किए हैं। अफगानिस्तान में ‘आयएस’ के पास ऐसे हमले करने की तालिबान जितनी क्षमता नहीं है, ऐसा दावा सेंपल ने किया है।

अफगानिस्तान के भूतपूर्व वरिष्ठ गुप्तचर अधिकारी एवं रक्षा विश्लेषक अब्दुल वाहिद ताकत ने अफगानिस्तान में ‘आयएस’ के बारे में आश्चर्यजनक दावा किया है। अफगानिस्तान में ‘आयएस’ का इराक सीरिया के संघटना से कोई संबंध नहीं है। पाकिस्तान के गैरकानूनी संगठन साथ आकर अफगानिस्तान में ‘आयएस’ यह संगठन निर्माण की है। पाकिस्तान की गुप्तचर यंत्रणा ‘आयएसआय’ ने हक्कानी नेटवर्क, लष्कर-ए-तोएबा, सिपाही साहबा, लष्कर-ए-जांगवी, जैश-ए-मोहम्मद, हरकत उल इस्लाम, इन संगठनों के आतंकवादी साथ लाते हुए ‘आयएस’ निर्माण किया है, ऐसा सनसनीखेज दावत ताकत ने किया है।

अफगानिस्तान में हमले तथा अस्थिरता के लिए पाकिस्तान के आतंकवादी संघटना जिम्मेदार होने का आरोप इससे पैलेस्टाइन भी अफगान सरकार एवं यंत्रणा कर रही थी। अमरिका राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने पाकिस्तान पर ‘आतंकवादी संगठन का सुरक्षित स्वर्ग’ होने का आरोप करके आतंकवादियों पर कठोर कारवाई करने की सूचना दी थी। तथा इन आतंकवादियों पर कारवाई टालने वाले पाकिस्तान के आर्थिक तथा लष्करी सहयोग में कटौती करने की घोषणा अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने की है। फिर भी पाकिस्तान हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकवादी संघटना पर कारवाई करने की बात टाल रहा है।

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