अफ़गानिस्तान अपनी भूमि का इस्तेमाल भारत को पाक़िस्तान के खिलाफ़ करने की इजाज़त ना दें : पाक़िस्तान का आवाहन

इस्लामाबाद, दि. २५ (वृत्तसंस्था) – अफ़गानिस्तान अपनी भूमि का इस्तेमाल भारत को पाक़िस्तान के खिलाफ़ करने की इजाज़त ना दें, ऐसा आवाहन पाक़िस्तान ने किया है| भारत और अफ़गानिस्तान में विकसित हो रहे सहयोग की पृष्ठभूमि पर, पाक़िस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ‘नफीस झकारिया’ ने यह आवाहन किया है| ३० और ३१ अगस्त को भारत और अमरीका के बीच होनेवाली चर्चा में, भारत की तरफ से अफ़गानिस्तान को दिये जानेवाले हथियारों पर विशेष चर्चा होनेवाली है| इससे बेचैन हुए पाक़िस्तान से आयी हुई यह स्वाभाविक प्रतिक्रिया दिखायी दे रही है|

अफ़गानिस्तान अपनी भूमि का इस्तेमालपिछले कुछ महिनों से अफ़गानिस्तान और पाक़िस्तान में तनाव बढ़ रहा है| दोनो देशों के सीमावर्ती इलाक़ों में जवानों के संघर्ष से लेकर नागरिकों के संघर्ष तक कई मामले सामने आये हैं| पाक़िस्तान का राष्ट्रध्वज जलाकर अफगानी नागरिकों ने इस देश पर का अपना गुस़्सा ज़ाहिर किया था| उसके बाद पाक़िस्तान ने अफ़गानिस्तान को रोकने के लिए सीमारेखा बंद करने का फैसला लिया| पाक़िस्तान इस प्रकार के आक्रामक फैसले कर रहा है; वहीं, दूसरी ओर पाक़िस्तान के समर्थन पर पले-बढ़े तालिबान ने अफ़गानिस्तान में कारनामे बढ़ाये हैं| इससे अफगानी सुरक्षाकर्मियों पर अतिरिक्त बो़झ पड़नेवाला है| इससे सुरक्षाकर्मियों को आवश्यक हथियार और रक्षासामग्री की कमी महसूस होने लगी है|

mi-35-indiaइस पृष्ठभूमि पर, अफगानी नेता और वरिष्ठ अधिकारी भारत के पास रक्षा सामग्री और हथियारों की माँग कर रहे हैं| भारत ने अब तक दो अरब डॉलर्स इतने फंड का निवेश किया है| साथ ही, कुछ महिनें पहले भारत ने चार लड़ाकू हेलिकॉप्टर्स देकर अफ़गानिस्तान की क्षमता को बढ़ाया है| लेकिन रक्षा मामले में अफगानी सुरक्षाकर्मियों को इससे और भी अधिक सहायता की ज़रूरत है, ऐसा सामने आ रहा है| अफ़गानिस्तान के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष हमीद करझाई ने, अफगानी रक्षादलों की क्षमता को बढ़ाने के लिए भारत इससे अधिक सहायता करें, ऐसा आवाहन हाल ही में किया था|

३० और ३१ अगस्त को भारत और अमरीका के विदेश मंत्रियों में चर्चा होनेवाली है| इस चर्चा में, अफ़गानिस्तान की सुरक्षा का मसला मुख्य तौर पर शामिल होनेवाला है| इस चर्चा से एक दिन पहले अफगानी सेनाप्रमुख भारत के दौरे पर आनेवाले हैं| इस दौरे में, वे अपने रक्षादलों को ज़रूरत रहनेवाली रक्षासामग्री की सूचि भारत को सौंपनेवाले हैं| इस वजह से पाक़िस्तान की चिंता में और इज़ाफा हुआ है| इसलिए पाक़िस्तान द्वारा अफ़गानिस्तान को एक ही समय धमकी तथा विनति और साथ ही, आवाहन भी करना पड़ रहा है|

पाक़िस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस झकारिया ने, भारत को अपनी भूमि का इस्तेमाल पाक़िस्तान के खिAshraf_Ghaniलाफ करने ना दें, ऐसा आवाहन अफ़गानिस्तान को किया है| साथ ही, अफ़गानिस्तान में पाक़िस्तानविरोधी शक्तियों को भारत उक़सा रहा है, ऐसा इल्ज़ाम झकारिया ने लगाया है| इससे पहले भी पाक़िस्तान ने भारत पर इसी तरह के आरोप किये थे| लेकिन इनमें से एक भी आरोप पाक़िस्तान साबित नहीं  कर सका| भारत और अफ़गानिस्तान का रक्षा सहयोग अपने विरोध में है, ऐसा दावा करनेवाले पाक़िस्तान ने, इस वजह से अफ़गानिस्तान को घेरने की तैयारी शुरू की होने की संभावना सामने आ रही है| साथ ही, पाक़िस्तान द्वारा आतंकवादियों की सहायता करने की नीति अपनायी जाने से, बहुत नुक़सान पहुँच चुके अफ़गानिस्तान का सब्र ख़त्म हो रहा है, ऐसा इस देश के राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी ने कुछ ही दिन पहले कहा था|

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