अफ़गानिस्तान के संघर्ष का पाकिस्तान पर परिणाम होने नहीं देंगे – पाकिस्तान के लष्कर प्रमुख बाजवा

दुशान्बे / कराची: अफगानिस्तान के आतंकवाद विरोधी युद्ध में पाकिस्तान का पूर्ण समर्थन है, पर अफगानिस्तान के इस युद्ध का परिणाम पाकिस्तान में नहीं होने देंगे, यह इशारा पाकिस्तान के लष्कर प्रमुख जनरल कामर बाजवा ने दिया है। साथ ही पाकिस्तानी लष्कर ने देश के सभी आतंकवादियों का खात्मा करने का हास्यकारक दावा भी जनरल बाजवा ने किया है। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने घोषित की अफगानिस्तान विषयक नयी नीति को लेकर पाकिस्तान को निशाना किया है। इस पृष्ठभूमि पर पाकिस्तान से प्रतिक्रिया आई है।

पिछले हफ्ते अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने अफगानिस्तान विषयक नयी नीति घोषित की थी। जिसमें अफगानिस्तान में अस्थिरता निर्माण करने वाले आतंकवादियों का ‘सुरक्षित स्वर्ग’ पाकिस्तान होने की बात कहते राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने पाकिस्तान पर निशाना साधा था। साथ ही पाकिस्तान अपने देश के आतंकवादियों पर कठोर कार्रवाई नहीं करेगा तो पाकिस्तान बहुत कुछ गव़ा बैठेगा, ऐसा कठोर इशारा भी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अपने अफगानिस्तान विषयक नीति घोषित करते समय कहा था।

अफ़गानिस्तान के संघर्ष

अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के इस घोषणा पर पाकिस्तान का समर्थक चीन से प्रतिक्रिया आई थी। ताजिकिस्तान में आयोजित ‘क्वाड्रीलेटरल काउंटर टेररिज्म कोऑर्डिनेशन’ की बैठक में पाकिस्तान के लष्कर प्रमुख जनरल बाजवा ने अमरीका के आरोप को झुठलाया कर, पाकिस्तान में सभी आतंकियों का सफाया हो कर सीमा क्षेत्र में गश्ती बढ़ाने का दावा जनरल बाजवा ने किया है।

साथ ही जनरल बाजवा ने अफगानिस्तान के लष्कर प्रमुख जनरल शरीफ यफ्ताली की भेंट लेते हुए अफगानिस्तान में शांतता प्रस्थापित करने के लिए किसी भी सूचना कि अगर जरूरत पड़ती है, तो पाकिस्तान हमेशा के लिए आपके लिए खुला होगा, यह प्रस्ताव पाकिस्तान ने दिया है। दूसरी जगह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष से अफगानिस्तान विषयक नीति असफल ठहरने का दावा किया है।

इसके व्यतिरिक्त पाकिस्तान ने अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए अमरीका के विदेश मंत्रालय के ‘दक्षिण एवं मध्य’ आशिया के प्रभारी उपमंत्री अलिस वेल्स ने पाकिस्तान का दौरा स्थगित किया है। वेल्स की पाकिस्तान भेंट के लिए योग्य समय उपलब्ध होने के बाद यह दौरा संभव होगा ऐसी भूमिका पाकिस्तान सरकारने स्वीकारने का वृत पाकिस्तानी माध्यम ने प्रसिद्ध किया है। साथ ही कराची शहर में अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के अफ़गानिस्तान विषयक धोरण के विरोध में निदर्शन हुआ है।

दौरान, अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने अफगानिस्तान में भारत के विकास कार्य की प्रशंसा की है। साथ ही व्यूह रचनात्मक रुप से भारत अफगानिस्तान के आतंकवाद विरोधी युद्ध में अधिक सहायता दे सकता है, ऐसा आवाहन भी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने किया था। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने भारत को किए इस आवाहन का सभी स्तर से स्वागत किया है, जिससे पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ी है।

ट्रम्प की भूमिका अधिक सुस्पष्ट

अमरीका के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष जॉर्ज बुश, बराक ओबामाने पाकिस्तान के मामले में इतनी सुस्पष्ट भूमिका नहीं ली थी। पाकिस्तान को आतंकवादियों का ‘सुरक्षित स्वर्ग’ यह उल्लेख किसीने स्पष्टता से नहीं किया था पर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्पने पाकिस्तान की यह दोहरी नीती को दुनिया के सामने लाया है, ऐसी प्रशंसा अफगानिस्तान में उपस्थित भूतपूर्व राजदूत झालमे खलिझादने किया है।

पाकिस्तान यह आतंकवादियों का ‘सुरक्षित स्वर्ग’ यह बहुत समय से चलता आ रहा मुद्दा होकर अब तक अमरीका के किसी भी राष्ट्राध्यक्ष ने यह मुद्दा इतनी स्पष्टता से उपस्थित नहीं किया, ऐसा खलिझादने अमेरिकी वृत्त माध्यम से बोलते हुए कहा। पाकिस्तान को मिलनेवाली अर्थ सहायता के बदले में अमरीका इन आतंकवादियों पर कारवाई करने के लिए पाकिस्तान पर दबाव डाल सकती है, ऐसा खलिझादने सुझाया है।

 

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