पाकिस्तान को भारत के साथ दोस्ती अपेक्षित है : अमरीका स्थित पाकिस्तान के राजदूत का दावा

इस्लामाबाद, दि. २८: ‘भारत और पाकिस्तान चर्चा के लिए इकठ्ठे हुए, तो भारत पर आतंकी हमला होता है| इसके बाद भारत द्वारा चर्चा रद्द की जाती है| इससे आतंकवादियों का हौसला बढ़ जाता है’ ऐसा पाकिस्तान के अमरीका स्थित राजदूत एझाज चौधरी ने कहा है| ‘पाकिस्तान को भारत के साथ अच्छे संबंध चाहिए| लेकिन ये संबंध आपसी आदर पर आधारित हों, ऐसी पाकिस्तान की अपेक्षा है’ ऐसे चौधरी ने आगे कहा| इसी दौरान, अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमाइलाके में सक्रिय रहनेवाले हक्कानी गुट के आतंकवादियों से पाकिस्तान का संबंध नहीं, ऐसी महत्त्वपूर्ण घोषणा एझाज चौधरी ने की है|

मीडिया को संबोधित करते समय अमरीका स्थित पाकिस्तान के राजदूत चौधरी ने अपने देश की प्रतिमा सुधारने के लिए जोर शोर से कोशिशें कीं, ऐसा दिखाई देता है| पाकिस्तान को भारत के साथ मित्रतापूर्ण संबंध और चर्चा अपेक्षित है, ऐसा दावा इस दौरान चौधरी ने किया| लेकिन आतंकवादी हमले के बाद, भारत द्वारा पाकिस्तान के साथ होनेवाली चर्चा रद्द कर दी जाने से पाकिस्तान मजबूर हो जाता है, ऐसा दावा चौधरी ने किया| भारत ने पाकिस्तान के साथ की चर्चा पर रोक लगाने से आतंकवादियों का ही लाभ होकर, उनका हौसला इससे बढ़ रहा है, ऐसे चौधरी ने कहा है| साथ ही, आजतक पाकिस्तान द्वारा जिसे पूरा अभय और सहयोग दिया गया, उस हक्कानी गुट के आतंकवादियों से हमारे देश का संबंध नही, ऐसे चौधरी ने आगे कहा|

लोगों की जान से खेलनेवाले आतंकी संगठन से पाकिस्तान का संबंध नहीं हो सकता| अमरीका और अफगानिस्तान पर हमला करनेवाले आतंकवादियों को पाकिस्तान सुरक्षा प्रदान नहीं करता, ऐसा कहते हुए एझाज चौधरी ने पाकिस्तान का बचाव करने की कोशिश की| साथ ही, सोव्हिएत रशिया ने जब अफगानिस्तान पर आक्रमण किया था, उस दौरान पाकिस्तान में रहनेवाले आतंकी संगठनों के अड्डें अब नष्ट किये गये होने की जानकारी चौधरी ने दी| साथ ही, अमरीका में सत्ता में आये राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प की पाकिस्तानसंबंधित नीति सकारात्मक है, ऐसा चौधरी ने कहा| इसके लिए उन्होंने राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ के बीच हुई चर्चा का उदाहरण दिया।

इसी दौरान, अमरीका की पाकिस्तान के संदर्भ की नीति अधिक आक्रामक बन रही है, ऐसे स्पष्ट संकेत मिल रहे थे| अमरीका ने अफगानिस्तान की आतंकवादविरोधी जंग पर ध्यान केंद्रीत करते हुए, इस देश के आतंकवादियों को पाकिस्तान द्वारा मिलनेवाले सहयोग की कड़ी आलोचना करना शुरू किया है| पाकिस्तान ने आजतक अमरीका का भरोसा तोड़ते हुए आतंकवादियों के साथ, छिपा सहयोग जारी रखा है| इसी कारण अफगानिस्तान की भूमि पर अमरीका के सैनिकों का नुकसान होता रहा, ऐसा इल्जाम अफगानिस्तान स्थित अमरीका के सेना अधिकारी कर रहे हैं| लेकिन आगे चलकर अमरीका पाकिस्तान पर आँखें बंद करके भरोसा न करें और भरोसा तोड़ने की कीमत चुकाने पर पाकिस्तान को मजबूर करें, ऐसी माँग अमरीका के विशेषज्ञ कर रहे हैं| इसकी प्रकिया भी शुरू हुई होकर, पाकिस्तान में नये से शुरू हुए अमरीका के ड्रोन हमलें इसी बात को अधोरेखित करते हैं| इसी दौरान, अमरीका के लोकप्रतिनिधि पाकिस्तान को ‘आतंकवादी देश’ घोषित करने की माँग कर रहे हैं|

पाकिस्तान को ‘आतंकवादी देश’ घोषित करना यह कुछ लोगों तक मर्यादित रहनेवाली बात होकर, वैसा होगा नहीं, ऐसा भरोसा एझाज चौधरी ने जताया| लेकिन आज तक पाकिस्तान ने जिस हक्कानी नेटवर्क के आतंकवादियों को बचाने के लिए अमरीका से भी पंगा लेने का ज़ोखम उठाया था, उसी हक्कानी नेटवर्क के संदर्भ में एझाज चौधरी ने की हुई आलोचना, पाकिस्तान की अस्वस्थता दर्शा रही है| आनेवाले समय में आतंकवादियों के संदर्भ में अपनी पारंपरिक नीति बरकरार नहीं रखी जा सकती, इस बात का एहसास पाकिस्तान को हुआ है, ऐसे चौधरी के बयानों से दिखायी दे रहा है|

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