चीन, उत्तर कोरिया और रशिया के खतरे की पृष्ठभूमि पर जापान की अमरिकी रक्षा तैनाती के समझौते को मंजूरी

japan-us-security-deployment-1टोकियो/वॉशिंग्टन – जापान में अमरीका की रक्षा तैनाती के लिए ८.६ अरब डॉलर्स खर्च करने के लिए जापान की संसद ने मंजूरी दी है। इस मुद्दे पर दोनों देशों के समझौते के अनुसार जापान संयुक्त युद्धाभ्यास के लिए ‘एडवान्स्ड वर्चुअल कॉम्बैट ट्रेनिंग सिस्टम’ भी खरीदेगा। जापान की संसद ने मंजूर किए प्रस्ताव के अनुसार नया समझौता मार्च २०२७ तक जारी रहेगा। चीन, उत्तर कोरिया और रशिया के बढ़ते खतरों की पृष्ठभूमि पर जापान की संसद ने अमरीका के इस समझौते को मंजूरी देना ध्यान आकर्षित कर रहा है।

पिछले कुछ दिनों से जापान के समुद्री एवं हवाई क्षेत्र के करीब चीन, उत्तर कोरिया और रशिया की प्रक्षोभक गतिविधियाँ बढ़ती हुई देखी गई हैं। रशियन सेना ने कुरील आयलैण्ड के करीब बड़ा युद्धाभ्यास शुरू किया है। उत्तर कोरिया एक के बाद एक बैलेस्टिक एवं परमाणु हथियारों का परीक्षण कर रहा है। कुछ दिन पहले चीन के विध्वसंकों ने भी जापान के सेंकाकू द्विपों के करीब घुसपैठ करने की कोशिश की थी। ऐसे माहौल की पृष्ठभूमि पर जापान ने अधिकाधिक आक्रामक भूमिका अपनाने के संकेत दिए हैं।

japan-us-security-deployment-2इसके लिए जापान ने अपने रक्षा खर्च में भी काफी बड़ी बढ़ोतरी की है और अमरिकी रक्षा तैनाती का बढ़ता खर्च इन दोनों देशों के सामरिक गठबंधन को मज़बूती देने के लिए अहम होने का बयान किया है। जापान में अमरीका के २० से अधिक रक्षाअड्डे हैं और वहां पर कुल ५५ हज़ार से अधिक सैनिक तैनात हैं। कुछ साल पहले सैनिकों की तैनाती और इसके खर्चे के मुद्दे पर अमरीका और जापान के बिच विवाद निर्माण हुआ था। इस तैनाती के लिए अमरीका ने जापान से अतिरिक्त निधि की माँग की थी। लेकिन, जापान ने यह माँग खारिज कर दी थी। जापान की संसद की मंजूरी से यह विवाद खत्म होता दिख रहा है।

इसी बीच, जापान के शिझोका आयलैण्ड के क्षेत्र में अमरीका और जापान के रक्षाबलों का संयुक्त युद्धाभ्यास शुरू होने की जानकारी अमरिकी रक्षा विभाग ने साझा की है। अमरीका का मरिन कोर दल इस युद्धाभ्यास में शामिल हुआ है और पहली बार यहां पर लड़ाकू ‘एफ-३५’ विमानों का इस्तेमाल होने की बात कही गई है। 

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